बादल फटने के मूल बिंदु झंडा बुग्याल पहुंची एसडीआरएफ, ड्रोन से दिखे ऐसे हालात

उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने की घटना के बाद चल रहे राहत-बचाव कार्य के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीम ने घटना के कारण जानने के लिए भी कार्य शुरू कर दिया है। निकट भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए भी जानकारी जुटाई जा रही है।

झंडा बुग्याल से ही शुरू हुई थी घटना

गुरुवार को आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर एसडीआरएफ की एक टीम करीब 3500 मीटर ऊंचाई पर झंडा बुग्याल के समीम पहुंची। झंडा बुग्याल से ही बादल फटने की घटना शुरू हुई थी।

एसडीआरएफ टीम ने ड्रोन उड़ाकर पूरे इलाके की स्थिति जानी। हालांकि वहां कहीं भी झील और जमा हुआ पानी नहीं मिला। जिससे निकट भविष्य में दोबारा यह घटना होने की गुंजाइश कम है।

गंगोत्री में चल रहे राहत-बचाव कार्य का मूल्यांकन

देहरादून: आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी ने गुरुवार को गंगोत्री पहुंचकर आपदा प्रभावितों के लिए चल रहे राहत-बचाव कार्य की रणनीति का मूल्यांकन किया।

उन्होंने धराली से बचाकर गंगोत्री लाए गए आपदा प्रभावित स्थानीय निवासियों व तीर्थयात्रियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं को जाना। आईजी ने प्रभावितों को आश्वस्त किया कि सभी फंसे व्यक्तियों को चरणबद्ध ढंग से हेलीकाप्टर के माध्यम से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जाएगा।