एसआईआर को लेकर सत्ता पक्ष और चुनाव आयोग के खिलाफ विपक्ष का आक्रामक रुख कम होता नहीं दिख रहा है। इसी रुख को जारी रखते हुए विपक्षी नेता अब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार में एक बड़ा आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं।
बिहार में 17 अगस्त से 'मतदाता अधिकार यात्रा' शुरू हो रही है। इस यात्रा में राहुल गांधी के अलावा बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्य और महागठबंधन के सभी सहयोगी दलों के बड़े नेता भी शामिल होंगे।
राहुल गांधी के अनुसार, इस यात्रा का उद्देश्य कथित वोट चोरी के खिलाफ आवाज उठाना और एक साफ-सुथरी मतदाता सूची सुनिश्चित करना है। राहुल गांधी ने इसे न केवल चुनावी मुद्दा बताया है, बल्कि लोकतंत्र, संविधान और एक व्यक्ति, एक वोट के सिद्धांत की रक्षा की लड़ाई भी बताया है।
यह यात्रा बिहार के विभिन्न जिलों से होकर गुज़रेगी और कई जगहों पर जनसभाएँ आयोजित की जाएँगी। यात्रा 17 अगस्त से शुरू हो रही है। यात्रा की औपचारिक शुरुआत औरंगाबाद के बिहार औद्योगिक क्षेत्र मैदान से दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच होगी।
इसके बाद, यात्रा शाम 4:30 बजे डेहरी के अंबेडकर चौक (काराकाट, रोहतास) से शुरू होगी। दिन का समापन औरंगाबाद के रमेश चौक पर एक जनसभा के साथ होगा। रात्रि विश्राम औरंगाबाद में होगा।
यात्रा 18 अगस्त को सुबह 8 बजे कुटुम्बा, औरंगाबाद से शुरू होकर सुबह 11 बजे शिवगंज पहुँचेगी। यात्रा शाम 4 बजे गुरारू से फिर शुरू होगी और गया में समाप्त होगी। रात्रि विश्राम गया में होगा।
यात्रा 19 अगस्त को नवादा के वज़ीरगंज क्षेत्र से शुरू होकर शाम को नालंदा, नवादा पहुँचेगी। रात्रि विश्राम नालंदा में होगा। 20 अगस्त को यात्रा विश्राम करेगी। यह राजीव गांधी की जयंती है। 21 अगस्त को यात्रा नालंदा के शेखपुरा से शुरू होकर लखीसराय होते हुए शाम को मुंगेर पहुंचेगी।
इस क्रम में यात्रा मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, बेतिया, गोपालगंज, सीवान, छपरा पहुंचेगी। अगले दिन यात्रा भोजपुर पहुंचेगी जहां एक बड़ी रैली की भी तैयारी की जा रही है। 31 अगस्त को यात्रा में विराम रहेगा। जबकि 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन की एक बड़ी रैली के साथ यात्रा का समापन होगा।
इधर, राहुल गांधी ने इस यात्रा को जनांदोलन बताया है और युवाओं, मजदूरों और किसानों से इसमें शामिल होने की अपील की है। उनका कहना है कि यह यात्रा वोट की चोरी के खिलाफ सीधी लड़ाई है, जिसका मकसद हर नागरिक के वोट के अधिकार को सुनिश्चित करना है।