सोमवार दोपहर से मंगलवार सुबह तक गुरुग्राम में 160 एमएम वर्षा दर्ज की गई। 24 घंटे में इतनी वर्षा होने के कारण सड़के तालाब बन गई। लगभग पूरे जिले में जमकर वर्षा हुई, जिसके चलते नए और पुराने शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। हालत यह रही कि आधी रात के बाद भी लोग दिल्ली-जयपुर हाईवे सहित शहर की प्रमुख सड़कों पर घंटों जाम में फंसे रहे।
मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार गुरुग्राम तहसील में 138 मि.मी., वजीराबाद में 153 मि.मी., कादीपुर और हरसरु उप तहसीलों में 160-160 मि.मी., जबकि बादशाहपुर में 99 मि.मी., सोहना में 42 मि.मी., मानेसर और फर्रुखनगर में 44-44 मि.मी., तथा पटौदी में 28 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई।
बारिश के बाद दिल्ली-जयपुर हाईवे पर लंबा जाम लगा।
तेज वर्षा से शहर के कई इलाकों में हालात बिगड़ गए। शीतला माता रोड, सेक्टर-10ए, 37डी, सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक और सोहना रोड पर जलभराव की वजह से वाहन रेंगते रहे। हाईवे पर तो स्थिति और भी गंभीर रही, जहां ट्रक, बसें और कारें कई किलोमीटर लंबे जाम में फंसी रहीं।
सोमवार को हुई तेज वर्षा के बाद शहर की सड़कें इस तरह जलमग्न हो गई। जागरण
स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षा के बाद प्रशासन की लापरवाही साफ झलकती है। कहीं पंपिंग सेट नहीं लगाए गए, तो कहीं नाले-नालियां पहले से ही बंद पड़े मिले। परिणामस्वरूप देर रात तक लोग सड़क पर ही जूझते रहे।
नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि जलभराव वाली जगहों से पानी की निकासी के लिए टीमें तैनात की गई हैं, लेकिन लगातार हो रही वर्षा के कारण राहत मिलने में समय लग रहा है।