'द बंगाल फाइल्स' को मिला प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन का समर्थन

‘द बंगाल फाइल्स’ को लेकर IMPPA ने मांगा पीएम से हस्तक्षेप

विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’, जो 5 सितंबर को रिलीज हुई थी, को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिलने के बावजूद पश्चिम बंगाल में प्रदर्शित नहीं होने दिया जा रहा है। इस मामले में अब इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है।

IMPPA के प्रेसिडेंट अभय सिन्हा द्वारा भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि फिल्म को कानूनी रूप से सर्टिफिकेट मिला है, इसलिए इसे पूरे देश में दिखाए जाने का अधिकार है। इसके बावजूद बंगाल में फिल्म पर कोई आधिकारिक बैन नहीं है, फिर भी इसे अप्रत्यक्ष रूप से रोका जा रहा है, जिससे निर्माता और दर्शक दोनों प्रभावित हो रहे हैं।

पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटरों और प्रोड्यूसरों को धमकियों और विभिन्न प्रशासनिक अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा न तो उचित सुरक्षा दी जा रही है और न ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। IMPPA ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे इस "असंवैधानिक और अवैध प्रतिबंध" को हटाने के लिए कदम उठाएं और सुनिश्चित करें कि फिल्म को बिना बाधा रिलीज़ किया जा सके।

पत्र के अंत में कहा गया है कि फिल्म निर्माताओं के आर्थिक हितों की रक्षा, रचनात्मक स्वतंत्रता और CBFC की प्रमाणन प्रक्रिया की गरिमा बनाए रखने के लिए यह हस्तक्षेप जरूरी है।

FWICE ने भी जताई नाराजगी

IMPPA से पहले FWICE (फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज़) ने भी पश्चिम बंगाल में फिल्म की रिलीज़ रोके जाने पर आपत्ति जताई थी। संगठन ने कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि CBFC द्वारा प्रमाणित फिल्म को अनौपचारिक रूप से रोका जा रहा है, जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संविधान में दिए गए मूल अधिकारों का उल्लंघन है। FWICE ने चेताया कि बिना सरकारी आदेश या न्यायिक हस्तक्षेप के फिल्म को प्रतिबंधित करना खतरनाक मिसाल बन सकता है।

फिल्म और पृष्ठभूमि

‘द बंगाल फाइल्स’ विवेक रंजन अग्निहोत्री की ‘फाइल्स ट्रिलॉजी’ की तीसरी फिल्म है, जिसमें पहले ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द ताशकंद फाइल्स’ आ चुकी हैं। यह फिल्म डायरेक्ट एक्शन डे की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित है, जिसे ‘ग्रेट कलकत्ता किलिंग’ भी कहा जाता है। इस दौरान हुए सांप्रदायिक दंगों में करीब 10,000 लोगों की जान गई थी।

फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और दर्शन कुमार जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं। इसे तेज नारायण अग्रवाल और I Am Buddha Productions ने प्रोड्यूस किया है।