उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों में राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् का गायन अनिवार्य किया जाएगा। गोरखपुर में आयोजित एकता पदयात्रा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह एलान किया और कहा, “कोई मज़हब राष्ट्र से बड़ा नहीं हो सकता।”
सीएम योगी ने यह घोषणा भारतरत्न वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के समारोह के मौके पर की। उन्होंने कहा कि जिस राष्ट्रगीत वन्दे मातरम् ने स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान देश की सोई हुई चेतना को जगाया, आज उसका विरोध कुछ लोग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति, मत या मज़हब को राष्ट्र से ऊपर नहीं माना जा सकता और यदि कोई आस्था या राष्ट्र के हित के रास्ते में बाधा बने तो उसे एक ओर रखा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो चुनिंदा कार्यक्रमों में भाग लेते हैं — “ऐसे लोग जिन्ना को सम्मान देने वाले कार्यक्रमों में तो शामिल होते हैं, पर सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती जैसे कार्यक्रमों में शामिल नहीं होते।” उनकी टिप्पणी सपा के एक सांसद द्वारा वन्दे मातरम् गाने से इनकार के मुद्दे के संदर्भ में की गई मानी जा रही है।
योगी ने कहा कि समाज में फैलने वाले विभाजन के कारणों की जाँच करना हमारा दायित्व है। उन्होंने चेतावनी दी कि जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर हो रहे विभाजन नए ‘जिन्ना’ पैदा करने की साजिश का हिस्सा हो सकते हैं, और ऐसे विभाजन को रोकना जरूरी है।
उन्होंने आग्रह किया कि भारत के भीतर कभी भी ऐसा विभाजन नहीं पनपे जो स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के विपरीत हो। सीएम ने कड़े शब्दों में कहा कि यदि कोई ऐसा विभाजन पैदा करने की हिम्मत करता है तो उसे चुनौती मिलने से पहले ही खत्म कर देना होगा।
इस फैसले के तहत राज्य के सरकारी और निजी स्कूलों में सुबह की प्रार्थना/असेंबली में वन्दे मातरम् के गायन को अनिवार्य किया जाएगा — प्रशासनिक निर्देश और क्रियान्वयन की विस्तृत रूपरेखा जल्द जारी होने की संभावना है।