दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम एक कार में हुए भीषण विस्फोट से पूरा इलाका दहल उठा। धमाका इतना जोरदार था कि उसकी गूंज चार किलोमीटर तक सुनाई दी। विस्फोट की चपेट में आने से आसपास से गुजर रहीं छह गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए और करीब 20 से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, अग्निशमन विभाग और एनएसजी की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
घायलों को लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 30 लोग घायल हैं। इनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। विस्फोट के तुरंत बाद इलाके में आग लग गई, जिससे लाल किला और आसपास के बाजारों में अफरा-तफरी मच गई। धमाके की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लाल मंदिर के परिसर में कार का एक हिस्सा आकर गिरा और चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस इलाके तक कंपन महसूस किया गया।
दमकल विभाग को घटना की सूचना मिलते ही सात फायर टेंडर और छह एंबुलेंस मौके पर भेजे गए। आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है। प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि धमाका एक कार में हुआ था, लेकिन इसके कारण और प्रकृति का अभी खुलासा नहीं हुआ है। फिलहाल पूरे लाल किला क्षेत्र और चांदनी चौक इलाके में हाई अलर्ट जारी है, और सुरक्षा एजेंसियां मौके से साक्ष्य जुटाने में लगी हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धमाके के वक्त इलाके में भारी भीड़ थी। पहाड़गंज निवासी बलबीर सिंह ने बताया कि वे लाल किले के पास खड़ी अपनी कार में बैठे थे और संयोग से विस्फोट के वक्त उनके भाई बाजार गए हुए थे। उन्होंने कहा कि विस्फोट की चपेट में आया एक व्यक्ति उनकी कार के ऊपर गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।