RCB ने 17 साल बाद आईपीएल-2025 में जीत हासिल की

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के मुख्य कोच एंडी फ्लावर ने कहा कि पिछले साल बड़ी नीलामी में मजबूत गेंदबाजी आक्रमण हासिल करना और अनुभवी खिलाड़ियों को चुनना इस फ्रेंचाइजी के लिए अपने पहले आईपीएल खिताब के सपने को पूरा करने की ओर 'पहला बड़ा कदम' था।

आरसीबी ने मंगलवार को फाइनल में पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर आईपीएल के 18वें सीजन में खिताब का अपना लंबा इंतजार खत्म किया। फ्लावर ने कहा कि यह सब पिछले साल नीलामी में फ्रेंचाइजी द्वारा सही कदम उठाने से शुरू हुआ।

ये थी रणनीति

फ्लावर ने कहा कि नीलामी पहला बड़ा कदम होता है जिसमें आपको अपनी रणनीति को यथासंभव सही रखना होता है। यह (टीम निदेशक) मो (बोबट) की सोच थी कि रकम को थोड़ा अधिक संतुलित रूप से वितरित किया जाए। बड़े बल्लेबाजों के साथ बेहतर प्रतिभाओं को भी जोड़ा जाए। बड़े बल्लेबाज बेशक बेहतरीन खिलाड़ी हैं।

उन्होंने कहा कि हमने नीलामी से पहले एक अच्छी गेंदबाजी आक्रमण की अहमियत को स्वीकार किया था और हमने उसी दिशा में काम किया। जिम्बाब्वे के इस पूर्व कप्तान ने कहा कि मुझे याद है, नीलामी के पहले दिन के बाद हमें कुछ आलोचनाएं भी झेलनी पड़ी थीं। लोगों को लगा कि हम पैसा खर्च नहीं, बल्कि निवेश कर रहे हैं। हालांकि, इसका मतलब था कि दूसरे दिन हमारे पास कुछ बेहतरीन विकल्प थे।

फ्लावर ने सऊदी अरब के जेद्दा में नवंबर में हुई नीलामी में खिलाड़ियों के चयन पर कहा कि हमारे पास दूसरे दिन खर्च करने के लिए बड़ी रकम थी। हमें दूसरे दिन भुवनेश्वर, कृणाल पांड्या, टिम डेविड और रोमारियो शेफर्ड जैसे खिलाड़ी मिले। ये खिलाड़ी काफी अहम साबित हुए। छोटे कद के लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने हमारे लिए शानदार प्रदर्शन किया।

चौथे प्रयास में मिली सफलता

आरसीबी की टीम चौथी बार फाइनल में पहुंची थी और पहला खिताब जीतने में सफल रही। इससे पहले आरसीबी ने साल 2009 में पहली बार फाइनल खेला था, लेकिन डेक्कन चार्जर्स से हार गई थी। वहीं साल 2011 में ये टीम दूसरी बार फाइनल में पहुंची, लेकिन इस बार चेन्नई ने मात दी। 2016 में विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने फाइनल खेला और इस बार सनराइजर्स हैदराबाद ने उसका सपना तोड़ दिया।