कोरोना टीकाकरण में गौतमबुद्ध नगर प्रदेश में अव्वल

नोएडा : कोरोना के टीकाकरण में गौतमबुद्ध नगर का प्रदेश में पहला नंबर पर है और यहां पर आठ लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है। इन्हें कोरोना की प्रथम डोज दी जा चुकी है। यह जिले की कुल आबादी का 50 प्रतिशत है।


जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर जिले के लोगों की जागरूकता के चलते यहां पर टीकाकरण तेजी से चल रहा है। टीकाकरण में पूरे प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर पहले नंबर पर है। यहां पर 71 सरकारी केन्द्रों और करीब दस निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन की सुविधा है। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर कैम्प लगाकर भी लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।


जिलाधिकारी ने माना कि पिछले एक सप्ताह से वैक्सीन मिलने में कुछ दिक्कत आ रही थी, जिस कारण टीकाकरण की गति कुछ धीमी रही, लेकिन अब वैक्सीन पर्याप्त संख्या में मिलनी प्रारम्भ हो गई है और 21 जून से स्थिति में और सुधार हो जाएगा।


21 जून से एक केंद्र पर वैक्सीन लगेगी

टीकाकरण के प्रभारी डॉ. नीरज त्यागी ने कहा कि अभी तक जिले में 18 से 45 साल वाली उम्र के लिए अलग और उससे अधिक उम्र वालों के लिए अलग केन्द्र बनाए जा रहे थे। इसमें दोनों की वैक्सीन भी अलग जाती है, लेकिन अब यह व्यवस्था नहीं होगी और 21 जून से एक ही केन्द्र में दोनों का टीकाकरण हो सकेगा और उनके लिए अलग-अलग वैक्सीन भी नहीं भेजनी होगी। इससे राहत रहेगी।


मेट्रो अस्पताल में भी शुरुआत

मेट्रो अस्पताल में भी बुधवार से टीकाकरण प्रारम्भ कर दिया गया है। अब मेट्रो अस्पताल में भी लोगों के द्वारा कोरोना की वैक्सीन लगवाई जा सकेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि निजी अस्पतालों के द्वारा अपने यहां पर तो वैक्सीन लगाई जा ही रही है, इसके अलावा वह सोसाइटियों में जाकर कैम्प में भी टीकाकरण कर रहे हैं। इससे अभियान में तेजी आई है। विभिन्न सोसाइटियों और इंडस्ट्रियों में यह टीकाकरण अभियान जारी है।


वैक्सिनेशन मीटर


शहर में टीकाकरण केंद्र


प्राइवेट- 52


सरकारी- 71


टीकों की उपलब्धता


कोवैक्सीन


कोविशिल्ड


हर दिन डोज की आवश्यकता


औसतन: 10000 से 12000


आयु वर्ग के हिसाब से टीके की उपलब्धता


सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी के अनुसार, 18 से 44, 45 से 59 और 60 साल से अधिक उम्र वालों के लिए जिले में टीके की पर्याप्त उपलब्धता है। वर्तमान में 55 फीसदी तक टीका 18 से 44 साल वाले लगवाने पहुंच रहे हैं। 30 प्रतिशत 44 से 59 और 60 साल से अधिक वाले 15 प्रतिशत लोगों को टीका लग रहा है।