इन चार तरीकों से सुरक्षित बनाएं अपना स्मार्टफोन

स्मार्टफोन को सुरक्षित बनाने के लिए यूजर तरह-तरह के उपाए खोजते हैं ताकि उनके फोन में मौजूद जरूरी डाटा पर कोई सेंध न लगा सके। जबकि यूजर चार उपायों को अपनाकर फोन को सुरक्षित बना सकते हैं।


यूआरएल से करें असली वेबसाइट की पहचान

एक असली वेबसाइट को पहचाने के लिए उसके यूआरएल पर ध्यान देना चाहिए। असली वेबसाइट के यूआरएल की शुरुआत में एचटीटीपीएसः// लिखा होता है। इसके आलावा जो वेबसाइट असुरक्षित हो सकती हैं उनके यूआरएल की शुरुआत एचटीटीपीः// से होती है। असुरक्षित वेबसाइटों पर किसी भी संदिग्ध लिंक को क्लिक करने से बचना चाहिए। खासकर तब जब आप बैंक से संबंधित जानकारी साझा करते हैं। कई ब्राउजर चेतावनी भी देते हैं कि ‘जिस लिंक पर आप क्लिक कर रहे हैं वह आपके कंप्यूटर/फोन को नुकसान पहुंचा सकती है’। इन चेतावनियों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।


गूगल प्लेस्टोर से ही डाउनलोड करें एप

एंड्रॉयड यूजर कई एप स्टोर से एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं जिसकी वजह से उनके फोन में वायरस या मैलवेयर आ जाते हैं। इससे फोन हैंग होने लगता है। इसके अलावा कोई हैकर आपके निजी डाटा पर सेंध भी लगा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस स्मार्टफोन चलाने वाले यूजर केवल गूगल प्लेस्टोर से ही एप डाउनलोड करें। साथ ही एप को डाउनलोड करने से पहले गूगल प्ले स्टोर पर दी गई जानकारी को जरूर पढ़ लें। एप इंस्टॉल करने से पहले जो ‘परमिशन’ मांगता है उस पर ध्यान दें।


किसी भी लिंक पर न करें क्लिक

अगर आप सोशल मीडिया साइट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले जांच लें क्योंकि अक्सर स्पैम ई-मेल, एप, टॉरेंट जैसी साइटों पर नुकसान पहुंचाने वाले लिंक होते हैं। इन पर क्लिक करते ही डिवाइस में ‘ट्रोजन प्रोग्राम’ डाल दिया जाता है। यह प्रोग्राम कंप्यूटर एक्सेस को ब्लॉक कर देता है और कई मामलों में कंप्यूटर एक्सेस वापस देने के लिए पैसे भी मांगते हैं। इससे बचने के लिए कुछ भी डाउनलोड करते समय पड़ताल कर लेनी चाहिए। निजी डाटा स्पैमर के हाथ लगने के बाद यूजर के पास कोई विकल्प नहीं बचता।


गेस्ट मोड का करें प्रयोग

एपस्टोर पर ऐसे ढेरों एप हैं जो आपके फोन में इंस्टॉल होने के बाद फोन की जानकारी दूसरे यूजर के साथ साझ करते हैं। इसके अलावा फोन पर आने वाले मैसेज को भी वे हैकर देख सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि यूजर जब भी किसी अन्य व्यक्ति को फोन दें तो ‘गेस्ट मोड’ एक्टीवेट कर दें। एंड्रॉयड लॉलीपॉप से ऊपर के वर्जन में यह फीचर पहले से इनबिल्ट है जबकि अन्य यूजर एप का प्रयोग कर सकते हैं।