सोशल मिडिया पर वायरल होते अनगिनत विडियो

आज के आधुनिक युग मे यदि कुछ भी जानकारी घर बैठे पूरी दुनिया मे पहुंचानी है तो उसका सबसे अच्छा जरीया है सोशल मिडिया।सोशल मिडिया ने आज इतनी सुविधाएं दे सभी के लिये बहुत कुछ आसान कर दिया है।आज सोशल मिडिया पे ही इतने सारे ऐप मिल जाते की जिससे लोग अपनी छुपी प्रतिभाओं को सबके सामने अपने इन ऐप पर चैनल बना या पेज़ बना के अपनी कलाओं से समाज को परिचित करवाते हैं।कुछ वायरल खबरें इतनी अधिक प्रभावित करती है की किसी का मार्गदर्शन भी कर देती हैं,कुछ लोगों की प्रतिभा गीत,गज़ल ,हास्य विडियो या किसी भी प्रकार के वायरल विडियों तो इतने अच्छे होते की बार बार देखने का मन करता है।आज कल लोग अपने छोटे बच्चों के अचंभित करने वाली कलाओं का विडिओ भेजते यदि वो किसी को पसंद आता तो वो एक दूसरे को फार्वर्ड करते जाते बस हो जाता इस तरह एक वीडियो वायरल।अपने पालतू जानवरों, पंछियों के भी बहुत से मज़ेदार विडिओ देखें हैं जो बार-बार देखने मे बड़ा ही मजा आता है।उनकी चुलबुली हरकते ,करतब,और तोतों के तो बोलते हुए विडिओ ने मन ही हर लिया है लोगों का।परंतु कुछ वायरल वीडियो ऐसे होते की जो सभी को दहला देते हैं।कुछ वायरल विडियो ऐसे होते जो की समाज के लिये खतरे की घंटी से प्रतीत होते हैं।कुछ लोग इस तरह के विडिओ बना वायरल करते जो की धार्मिक या सामाजिक गतिविधियों को आहत कर देते हैं।जिसके कारण सोशल मिडिया पे आऐ वायरल वीडियो की पड़ताल कराना बहुत ही जरूरी हो जाता है की वो विडिओ किसने बनाया और कहां से अपलोड हो वायरल होना शुरु हुआ।गहनता से जांच कर सत्यता की परख कर उस विडिओ से संबंधित तथ्यों के लिये कड़ाई से सजा का प्रावधान भी किया जाता है।


सोशल मिडिया पे क्या हो रहा क्या नहीं कौन सा विडिओ अपलोड हो रहा आदि महत्वपूर्ण खबरों के ऊपर पैनी नजर रखने के लिये सरकारी विभाग द्वारा या प्राइवेट ऐप द्वारा अपनी एक टीम गठित की जाती है ताकी कोई भी अवैधानिक गतिविधि दिखे तो तुरंत समाज के हालात खराब ना हो उससे पहले ही अहम निर्णय लिया जाता है और किसी भी सोशल मिडिया की साईट से ऐसा कोई भी विडिओ अपलोड ना हो सके जो अमान्य हो।परंतु फिर भी ऐसे बहुत से विडिओ वायरल हो जाते जिनकी जांच करना जरूरी हो जाता हाल ही मे मारपीट के ऐसे दो विडिओ वायरल हुए जिसके लिये गलत जानकारी मिडिया पर फैलाई जा रही थी ओर तो ओर लोग बिना सोचे समझे बस फार्वर्ड करते चले जा रहे थे।परंतु आजकल मिडिया के पत्रकारों ने ये जिम्मा बखूबी उठाते हुए किसी अवैधानिक विडिओ की सत्यता की पूरी पड़ताल उठाने का अपने हाथ मे लिया है और तब तक उस विडिओ की जानकारी लेते जब तक उसकी गहराई और कारण ना जान ले।जनता बस अपना शौंक पूरा करने के लिये या कोई सिर्फ मनोरंजन की दृष्टि से ही दूसरों के सही पर अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हुए विडिओ बना लेते और बस कर देते शेयर सोशल मिडिया की अनगिनत साईडस पर फिर क्या देखते ही देखते पसंद आने पर विडिओ लोग आनन-फानन मे सही गलत का ध्यान ना रखते हुए धड़ाधड़ शेयर करने लगते वीडियो।परंतु ये ना सोचते की कुछ विडिओ जो वो शेयर कर रहे हैं वो प्रमाणिक हैं भी या नहीं या ऐसे विडिओ को शेयर करने से कहीं कोई परेशानी तो नहीं खड़ी होगी।विडिओ बनाइये कोई बुराई नहीं पर ऐसे जो मार्गदर्शक या हास्य हो या जो लोगों को अधिक से अधिक आकर्षित कर लाभान्वित भी कर सके जो शिक्षाप्रद हो।ऐसे नहीं हो राष्ट्र को ही क्षति पहुंचाऐ या आपके गले की ही हड्डी बन आपके लिये ही फास बन जाऐ।सोशल मिडिया पे कुछ भी असंभव नहीं पर इसका सही और लाभप्रद उपयोग ही खुद के साथ-साथ सभी की भलाई का जरीया है सोशल मिडिया।


-वीना आडवाणी- "तन्वी"