लैपटॉप खरीदने जा रहे हैं तो इन खास बातों का रखें ध्यान

जब आप लैपटॉप खरीदने जाते हैं तो सही और उचित डिवाइस का चुनाव कैसे करते हैं..कहीं उहापोह में तो नहीं फंस जाते आप! तो चलिए हम बताते हैं राह- अधिकांश लोगों के लिए यह प्रोसेसर से शुरू होता है, इसके बाद कितने कोर हैं, कोर आइ3 या कोर आई5 है इसके बाद प्रोसेसर की स्पीड, रैम की क्षमता, इंटर्नल स्टोरेज और अंत में वजन और लुक्स पर बात आकर खत्म होती है।


यदि कंज्यूमर को प्रोसेसर, रैम की क्षमता, इंटर्नल स्टोरेज और लुक्स के साथ इसकी कीमत उचित लगती है, तो वह खरीद लेता है। लेकिन लैपटॉप खरीदने का यह तरीका गलत है। पिछले कुछ वर्षो में कंपनियां अपनी मार्केटिंग के लिए कंज्यूमर्स को लुभावनी बातों से बहका देती हैं और उन्हें लैपटॉप खरीदते वक्त कोर पर ध्यान देने कहती है। लेकिन उस वक्त आपको बहकावे में न आकर खुद जांच परख करना चाहिए। यहां हम आपको बताते हैं लैपटॉप खरीदने के लिए जरूरी टिप्स- क्या जरूरी नहीं है-


प्रोसेसरः जब आप कोई विशेष लैपटॉप नहीं खरीद रहे जैसे गेमिंग लैपटॉप या मशीन जिसपर आप 3डी मॉडलिंग कर सकें तो प्रोसेसर इनके लिए महत्वपूर्ण नहीं। पिछले कुछ वर्षों में प्रोसेसर काफी शक्तिशाली हो गया है। आजकल आमतौर पर वेब ब्राउसर जैसे प्रोग्राम्स में आई3 प्रोसेसर का 20 फीसद प्रोसेसिंग पावर भी उपयोग नहीं होता। मैकबुक एयर जैसे तेज मशीन बस 1.4 जीएचजेड डुअल कोर प्रोसेसर का प्रयोग करते हैं। इसलिए लैपटॉप खरीदते वक्त प्रोसेसर की चिंता न करें। हां कोर आई7 कोर आई5 से बेहतर है, और कोर आई5 कोर आई 3 से बेहतर है। लेकिन यदि आप आम तौर पर उपयोग के लिए लैपटॉप ले रहे हैं तो कोर आई 3 वाला मशीन काफी है।

 

रैमः आजकल सभी लैपटॉप में 4 जीबी रैम होता है। जो आपकी जरूरत के लिए काफी है। इससे ज्यादा आपको मिल रहा है तो जाइए पर केवल अधिक क्षमता वाले रैम की वजह से लैपटॉप न चुनें क्योंकि इससे जरूरी चीजें हैं डिवाइस को चुनने के लिए।


ग्राफिक कार्डः क्या आप अपने लैपटॉप पर बैट्लफील्ड जैसा कोई गेम खेलने जा रहे हैं? नहीं, तब ग्राफिक कार्ड की चिंता करने की जरूरत नहीं। एक समय था जब डिवाइस में लगा हुआ ग्राफिक कार्ड कमजोर हुआ करता था पर अब ऐसा नहीं है। पर आज यदि आप वेब ब्राउज और वीडियो देखने के लिए लैपटॉप खरीद रहे हैं तो ग्राफिक कार्ड का बिल्कुल न सोचें।


स्क्रीन साइजः बड़े स्क्रीन साइज को देखकर लैपटॉप की शॉपिंग न करें। खराब डिस्प्ले या कम रेज्योलूशन के साथ बड़ा स्क्रीन आपके कंप्यूटिंग एक्सपीरिएंस पर गलत प्रभाव डालेगा।


कितनी जल्दी ऑन होता है डिवाइसः करीब सभी नए लैपटॉप 30 सेकेंड से भी कम समय में ऑन हो जाते हैं। जो सबसे बेकार लैपटॉप होता है वह 30 सेकेंड का समय लेता है बेहतर डिवाइस के लिए 15 सेकेंड काफी है। लेकिन यह सब केवल नए डिवाइस के लिए है। जैसे जैसे आप इसमें प्रोग्राम्स डाउनलोड करते जाएंगे ऑन होने में डिवाइस देर लगाएगा ही। लेकिन यह कोई मुद्दा नहीं, लैपटॉप शापिंग के लिए।


सिक्योरिटी फीचर्सः फिंगरप्रिंट स्कैनर आदि से न डरें। एक बार लैपटॉप खरीदने के बाद बस एक अच्छा सा पासवर्ड डालें बस आपका डाटा सुरक्षित रहेगा। क्या है महत्वपूर्ण स्क्रीन की क्वालिटी स्क्रीन ही आपके लैपटॉप का प्रमुख कंपोनेंट है। यह अच्छा होगा तभी आपको अच्छा कंप्यूटिंग एक्सपीरिएंस मिलेगा। कंपनियां प्रोसेसर क्षमता तो बढ़ा रहीं हैं पर स्क्रीन पर बिल्कुल ध्यान नहीं देती। यदि आप 75,000 रुपए से ज्यादा खर्च कर रहे हैं तो आइपीएस स्क्रीन वाला लैपटॉप लें। अधिकांश लैपटॉप में टीएन पैनल की स्क्रीन होती है।


इनमें अंतर क्या है: चलिए समझते हैं। आपकी तस्वीर गैलेक्सी टैबलेट या आइफोन पर ज्यादा अच्छी दिखेगी जबकि लैपटॉप पर उतनी अच्छी नहीं। क्योंकि अधिकांश टैबलेट और फोन में आइपीएस स्क्रीन होती है। यदि आप ज्यादा खर्च नहीं भी कर रहे हैं तो स्क्रीन पर ध्यान देना जरूरी है इसके लिए आप किसी लैपटॉप शो में जाइए और जो भी लैपटॉप आपको पसंद आ रहा हो उसको परखिए। अपने साथ एक पेन ड्राइव ले जाना मत भूलिए जिसमें आपकी कुछ तस्वीरें हो। इस पेनड्राइव को लैपटॉप में लगाइए ओर अपनी तस्वीरों पर एक नजर डालिए कि वह कैसा दिखता है। तस्वीर में रंगों का तालमेल सही है या नहीं? एंगल भी बदल कर तस्वीरों को देखिए अगर ऐसा करने पर तस्वीरों के रंग में ज्यादा बदलाव नहीं तब स्क्रीन अच्छी है। इसके बाद स्क्रीन का रेज्योलूशन जरूर देखें। ज्यादा रेज्योलूशन वाला स्क्रीन इमेज को बेहतर लुक प्रदान करता है। 1080 पिक्सल फुलएचडी या 1600 गुणा 900 पिक्सल रेज्योलूशन वाला स्क्रीन देखकर लैपटॉप खरीदें।


कीबोर्ड और टचपैडः लैपटॉप में दो महत्वपूर्ण पार्ट है- कीबोर्ड और टचपैड जिसे आमतौर पर कंज्यूमर्स नहीं देखते हैं। अच्छे लैपटॉप के पास ऐसे टाइपिंग कुंजीपटल होते हैं जो बेहतर है बस आप यह टाइप करते हुए यह जांच लें कि खट-खट की आवाज यह फिर ढीला सा कीबोर्ड न हो। यह आपको 100-200 शब्दों के टाइपिंग के बाद ही पता चल जाएगा। लैपटॉप में टचपैड को रेस्पांसिव होना चाहिए। उपयोग के वक्त कर्सर को स्क्रीन पर आराम से चलना चाहिए। अगर आप लैपटॉप के लिए ज्यादा खर्च कर रहे हैं तो आपको ग्लास टचपैड वाला मशीन लेना चाहिए।


कैसा हो बनावटः ऐसे लैपटॉप को चुनें जिसमें मेटल यानि एल्युमिनियम या मैग्नीशियम की बॉडी हो। कार्बन फाइबर की बॉडी भी अच्छा है। लेकिन यह महंगा होता है। यदि आप प्लास्टिक बॉडी देख रहे हैं तो उन लैपटॉप को देखें जो बेहतर बनावट के साथ है। स्पीकर्सः लैपटॉप खरीदने जा रहे हैं तो अपने पेनड्राइव में गाने ले जाना न भूलें। मशीन पर ये गाने चलाएं। यदि आपके लैपटॉप में अच्छे स्पीकर्स हैं तो आप यूट्यूब वीडियो का भी आप आनंद ले सकेंगे।


वजनः यह तो काफी जरूरी है क्योंकि लैपटॉप आपके साथ इधर उधर तो जाएगा ही। इसलिए 2 किलाग्राम से कम वजन वाले लैपटॉप को चुनें।


बैटरीः बेहतर बैटरी क्षमता वाले लैपटॉप को चुनें। एपल के अलावा कोई और कंपनी हमें बेहतर बैटरी के साथ लैपटॉप नहीं दे सकता है। लेकिन फिर भी यदि किसी कंपनी का दावा है कि उसका मशीन 10 घंटे तक बैटरी लाइफ दे सकता है तो यह तो पक्का है कि 7 घंटे तक बैटरी चलेगी ही। तो वे लैपटॉप जो 6-7 घंटे तक बैटरी लाइफ देने का दावा करते हैं उनके मुकाबले 10 घंटे तक की बैटरी लाइफ वाला मशीन ज्यादा बेहतर है। जब भी आप लैपटॉप खरीदने जा रहे हैं तो सेल्समैन द्वारा दिए जा रहे व्याख्यान पर कभी भी विश्वास न करें, बस अपनी आंखों पर विश्वास करें।