छह वर्ष बाद आया मौका, मथुरा में एक ही दिन मनेगा लाला का जन्मोत्सव

आगरा : जन-जन के आराध्य नटवर नागर श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां तेज हो गई हैं। संयोग ऐसा ही इस बार मथुरा के मंदिरों में एक ही दिन में ब्रजवासी अपने लाला का जन्मोत्सव मनाएंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान और प्राचीन केशव देव मंदिर में छह वर्ष बाद ऐसा संयोग आया है, तो नंदगांव में भी छह वर्ष बाद एक ही दिन जन्म का उत्सव मनेगा।


भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस वर्ष ये तिथि 30 अगस्त को पड़ रही है। ये तिथि 29 अगस्त की रात 11.25 बजे से 30 अगस्त की रात 1.59 बजे तक रहेगी। 30 अगस्त की सुबह 6.38 बजे से 31 अगस्त सुबह 9.43 बजे तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा। ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी कहते हैं कि अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र एक साथ पड़ रहे हैं, इसे जयंती योग मानते हैं और इसलिए ये संयोग और बेहतर है। द्वापरयुग में जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, तब भी जयंती योग पड़ा था। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के साथ प्राचीन केशवदेव मंदिर, नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में भी जन्माष्टमी 30 अगस्त को ही मनाई जाएगी।


दरअसल, श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर जन्माष्टमी की तिथि में जिस दिन सूर्योदय पड़ता है, उस दिन जन्मोत्सव मनता है। जबकि प्राचीन केशव देव मंदिर में जन्माष्टमी की तिथि शुरू होने के दिन जन्मोत्सव मनाया जाता है। ऐसे में हर साल प्राचीन केशव देव में एक दिन पहले जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस बार एक ही दिन तिथि पड़ेगी। ऐसे में इन दोनों मंदिरों में 30 अगस्त को ही जन्मोत्सव मनाया जाएगा। ऐसा वर्ष 2015 में और उसके पहले 2001 में हुआ था। छह वर्ष बाद फिर ऐसा संयोग बना है। उधर, नंदगांव के नंदभवन मंदिर में रक्षाबंधन के आठ दिन बाद कान्हा का जन्मोत्सव मनाय जाता है। इस बार रक्षाबंधन के आठ दिन बाद ही जन्माष्टमी की तिथि पड़ रही है। इसलिए नंदगांव में भी छह साल बाद इसी दिन जन्मोत्सव मनाया जाएगा।


श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को मनाई जाएगी। जन्मस्थान पर उत्सव अष्टमी के सूर्योदय के दिन मनाया जाता है जो तीस अगस्त को पड़ेगा।


गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी-सदस्य, श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान


जिस तारीख को अष्टमी लगती है, उसी तारीख में जन्माष्टमी का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष अष्टमी की तिथि 30 अगस्त को है। इसलिए 30 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जा रही है।


नारायण शर्मा-मीडिया प्रभारी, प्राचीन केशवेदव मंदिर


धार्मिक मान्यता है कि नंदबाबा भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन रक्षाबंधन के आठ दिन बाद मनाते थे। इस कारण नंदगांव में जन्मोत्सव भी इस बार 30 अगस्त को ही मनाया जाएगा।


दानबिहारी गोस्वामी-सेवायत, नंदबाबा मंदिर