संघर्षरत केकेआर के सामने होगी अब सीएसके की कड़ी चुनौती

मुंबई, (वेबवार्ता)। लगातार दो जीत से उत्साह से भरी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की टीम बुधवार को यहां होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में संघर्षरत कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ अपना विजय अभियान जारी रखने के लिये उतरेगी। पिछले साल यूएई में खराब प्रदर्शन के बाद सीएसके की इस साल की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही थी और उसे पहले मैच में ही दिल्ली कैपिटल्स से सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम ने अपने चिर परिचित अंदाज में वापसी की। कैप्टेन कूल ने बल्लेबाजों के लिये अनुकूल वानखेड़े स्टेडियम में अपने सभी संसाधनों का उपयोग किया। दीपक चाहर के शानदार प्रदर्शन से सीएसके ने पंजाब किंग्स के खिलाफ जीत दर्ज करके वर्तमान सत्र में अपना खाता खोला था। इसके अलावा उसकी पिछली दोनों जीत में इंग्लैंड के दो खिलाड़ियों मोईन अली और सैम करेन ने भी अहम भूमिका निभायी। आक्रामक आलराउंडर मोईन ने बल्लेबाजी क्रम में नंबर तीन के साथ पूरा न्याय किया है। उन्होंने दिल्ली के खिलाफ 24 गेंदों पर 36, पंजाब के खिलाफ 31 गेंदों पर 46 और सोमवार को राजस्थान रॉयल्स के खलिाफ 20 गेंदों पर 26 रन बनाये। उन्होंने अपनी आफ स्पिन से भी अच्छी भूमिका निभायी है और धोनी ने यहां की स्पिनरों के लिये विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उनका और रविंद्र जडेजा अच्छा उपयोग किया है। यूएई में चेन्नई के लिये अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवा सैम करेन ने भी बल्ले और गेंद दोनों से प्रभाव छोड़ा है। उनकी लंबे शॉट खेलने की क्षमता के साथ पावरप्ले में गेंदबाजी करने की योग्यता से धोनी को अधिक विकल्प मिल जाते हैं। केकेआर की टीम का वानखेड़े में यह इस सत्र का पहला मैच होगा। वह लगातार दो हार झेलने के बाद यहां पहुंची है और ऐसे में धोनी की अगुवाई वाली सीएसके का पलड़ा भारी लगता है। इयोन मोर्गन की कप्तानी वाला केकेआर अपने अभियान को पटरी पर लाने के लिये टीम में कुछ बदलाव कर सकता है। केकेआर ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत से शुरुआत की थी लेकिन मुंबई इंडियन्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के हाथों पराजय से वह पांचवें स्थान पर खिसक गया। इन दोनों मैचों में मोर्गन की टीम बेहतर स्थिति में थी लेकिन वह अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पायी। वानखेड़े की पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिल रही है और ऐसे में मोर्गन शाकिब अल हसन की जगह आस्ट्रेलियाई आलराउंडर बेन कटिंग को अंतिम एकादश में शामिल कर सकते हैं। मोर्गन ने अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह पर भी भरोसा दिखाया है और तीनों मैचों में उनसे गेंदबाजी का आगाज करवाया। बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव बेहतर विकल्प हो सकते हैं।