गर्मी से मिली राहत मगर जलभराव ने बढ़ा दी आफत

गुरुग्राम : साइबर सिटी में चाहे थोड़ी देर की बारिश हो या झमाझम, सड़कों पर तो पानी भरना ही भरना है। मंगलवार की दोपहर लगभग 25 मिनट की तेज बारिश में भी ऐसा ही दृश्य रहा। शहर के विभिन्न स्थानों पर सड़कें जलमग्न हो गईं। इससे भले ही उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली हो लेकिन जलभराव के कारण लोगों को भारी परेशानी हुई। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह बड़े ही शर्म की बात है कि मिलेनियम सिटी के नाम से देश ही नहीं दुनिया भर में ख्याति प्राप्त गुरुग्राम का प्रशासन और जिम्मेदार सरकारी विभाग वर्षा जलनिकासी को लेकर पिछले कई सालों से ठोस व्यवस्था नहीं कर पाए हैं। जलनिकासी को लेकर पिछले कई सालों से जिला प्रशासन आश्वासन और दावों के अलावा कुछ भी नहीं कर पा रहा है। इससे लोगों में काफी आक्रोश है।


गुरुग्राम निवासियों का कहना है कि अब तो अगस्त भी समाप्त हो गया है। बारिश का मौसम भी अपने अंतिम पड़ाव पर है। अब तो देखने वाली बात है कि अगली बारिश को लेकर कुछ ठोस प्रबंधन किया जाएगा कि नहीं। दोपहर को बारिश शुरू होने से यातायात व्यवस्था पर भी असर पड़ा। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर बारिश के दौरान वाहनों की गति धीमी पड़ गई थी। सरहौल बार्डर के पास थोड़ी देर के लिए जाम जैसा दृश्य दिखा। वहीं, शहर की आंतरिक सड़कों पर भी वाहनों की गति पर असर पड़ा। सड़कों पर पानी भरने से भी वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा। सेक्टर-15 निवासी दिनेश पाहूजा का कहना है कि हर बार यही होता है कि मानसून आने के कुछ दिन पहले जिला प्रशासन बैठकें करना शुरू करता है। नालों की सफाई की बात होती है। जलभराव को रोकने के लिए टीमों का गठन होता है मगर जमीन पर इसका कोई असर नहीं दिखाई देता है। इसी प्रकार न्यू कालोनी निवासी सुजीत कालरा का कहना है कि जिस प्रकार से दिल्ली में बारिश हुई है, ऐसा ही यदि गुरुग्राम में हो जाता तो पूरा शहर तालाब बन जाता। इनका कहना है कि प्रदेश सरकार को जिम्मेदार अधिकारियों और विभागों पर सख्ती करनी होगी तभी स्थिति में सुधार होगा।


सेक्टर-नौ ए के दीपक भारद्वाज का कहना है कि बारिश अधिक हो गया कम यदि कहीं सबसे अधिक जलभराव होता है तो वह है सेक्टर-नौ ए का क्षेत्र। बार-बार गुहार लगाने के बाद भी वहां जलभराव की समस्या को खत्म करने के लिए कुछ भी ठोस उपाय नहीं किया जा रहा है। इनका कहना है कि यह प्रशासनिक बदइंतजामी और जानबूझकर लापरवाही के कारण हो रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में भी बारिश के कारण सड़क पर पानी भरने से दिक्कत हुई।


बारिश के बाद यहां भरा पानी सेक्टर-सात, सेक्टर-सात एक्सटेंशन, न्यू कालोनी, सेक्टर-40, एमजी रोड, सेक्टर-39, झाड़सा, पटेल नगर, न्यू कालोनी, ओल्ड ज्यूडिशियल कांप्लेक्स, सेक्टर-10, सेक्टर-नौ ए, सेक्टर-चार, सेक्टर-37, सेक्टर-15 पार्ट दो, सेक्टर-नौ सेक्टर-नौ ए, साउथ सिटी, कृष्णा कालोनी, सेक्टर-34, सेक्टर-40, सेक्टर-56, सेक्टर-55, गांव खिलोखरा, कन्हेई, लक्ष्मण विहार, सूरत नगर, पटौदी रोड, अशोक विहार, शीतला कालोनी, शीतला माता रोड, प्रेम पुरी, सेक्टर-चार, सेक्टर-पांच, सेक्टर-14 आइडीसी, दौलताबाद सहित शहर के अन्य क्षेत्रों में।