नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी, भारी संख्या में महिलाएं शामिल, पुलिस बल मौजूद

नोएडा : आबादी निस्तारण और दूसरी मांगों को लेकर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर के सैकड़ों किसानों का प्रदर्शन आज भी जारी है। भारी संख्या में महिलाएं और बड़े-बुजुर्ग अथॉरिटी का घेराव करने नोएडा के सेक्टर-6 पहुंचे हैं। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया। इसके चलते कड़ी धूप में सैकड़ों महिलाएं और आंदोलनकारी किसान हरौला बारात घर के सामने मुख्य मार्ग पर ही बैठ गए हैं। हाथों में तिरंगा लिए यह सभी नोएडा प्राधिकरण मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए अपनी मांगे पूरी करवाने की जिद पर अड़े हैं। हालांकि पुलिस प्रदर्शनकारियों को बसों में भरकर मौके से हटाने में जुटी है।


महिलाओं समेत 200 किसानों को हिरासत में लिया

महाआंदोलन में शामिल होने पहुंचे किसान नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने आज भी महिलाओं और प्रदर्शनकारी किसानों के साथ ज्यादती की। किसानों का कहना है कि करीब 100 प्रदर्शनकारियों को तीन बसों में भरकर पुलिस साथ ले गई है। इसमें भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस प्रदर्शन रुकवाने के लिए गैरकानूनी और अमानवीय तरीका अपना रही है। देर शाम तक पता चलेगा कि कितने किसानों को रिहा किया गया। हालांकि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कुछ नेताओं को हवालात भेजेगी। किसानों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से उन्हें डराया नहीं जा सकता। 


25 किसान और नेताओं पर कार्रवाई

सुरक्षा-व्यवस्था को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और हालात को सामान्य बनाने की कोशिश में जुटे हैं। बताते चलें कि आबादी निस्तारण समेत चार महत्वपूर्ण मांगों को लेकर भारतीय किसान परिषद के 81 गांवों के हजारों किसान पिछले 3 दिन से लगातार नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। गुरुवार को आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंचे नोएडा कांग्रेस के नेता अनिल यादव समेत 25 किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि 100 को हिरासत में लिया गया था। उन्हें बाद में पुलिस लाइन से छोड़ दिया गया। 


धारा 144 का पालन करें

इनमें 35 महिलाएं भी शामिल थीं। किसानों का आऱोप है कि बीते मंगलवार को पुलिस ने गांव-गांव जाकर लोगों से प्रदर्शन में शामिल नहीं होने का दबाव बनाया था। इसके अलावा 200 से ज्यादा किसानों और नेताओं के घरों पर नोटिस चस्पा किया गया था। नोएडा के एडीसीपी कानून-व्यवस्था कुमार ने कहा था कि जनपद में धारा 144 लागू है। इसका पालन करना सभी नागरिकों के लिए कानूनन अनिवार्य है। साथ ही कोरोना वायरस की गाइडलाइंस का भी पालन कराया जाएगा। इसके लिए जो जरूरी होगा, वह सारे कदम उठाए जाएंगे।


महाआंदोलन अनिश्चितकाल तक चलेगा

भारतीय किसान परिषद के नेताओं का कहना है कि जब तक प्राधिकरण आबादी निस्तारण और नाम दर्ज करने से जुड़ी चार महत्वपूर्ण मांगे स्वीकार नहीं कर लेगा, उनका महाआंदोलन अनिश्चितकाल तक चलता रहेगा। रोजाना हजारों की संख्या में किसान सपरिवार प्राधिकरण कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने आएंगे। बड़ी बात यह है कि धीरे-धीरे इस आंदोलन को राजनीतिक दलों का सहयोग मिलने लगा है। एक दिन पहले ही कांग्रेस के नेता अनिल यादव आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। 


अनिल यादव समेत 60 जेल भेजे गए

हालांकि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब तक उन्हें रिहा नहीं किया गया है। आज सुबह उनकी पत्नी और यूपी कांग्रेस की सोशल मीडिया उपाध्यक्ष पंखुड़ी पाठक ने बताया, अनिल यादव समेत नोएडा के 60 किसान अभी भी जेल में हैं। बचपन से सुनते आए थे कि भारत में अपने अधिकार की लड़ाई लोकतांत्रिक तरीक़े से लड़ने का अधिकार हर भारतीय को है। लेकिन योगी-मोदी सरकार ने साबित कर दिया है कि इनका मक़सद लोकतंत्र का अंत करना है।