गाजीपुर बार्डर से सीधे महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत ,महापंचायत के दौरान एक महिला रिपोर्टर से बदसलूकी

मुजफ्फरनगर  : मुजफ्फरनगर में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान रविवार (आज) राजकीय इंटर कालेज के मैदान में भाजपा की सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे। केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बार्डर पर किसान लगभग आठ माह से आंदोलनरत हैं। इसी क्रम में मुजफ्फरनगर में आज होने जा रही किसान महापंचायत की कई दिन से युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही थीं। यहां होने वाली महापंचायत के लिए आयोजकों और पुलिस-प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। आयोजको ने किसानों के लिये 500 लंगर और 1000 चिकित्सा यूनिट की व्यवस्था की है। प्रशासन भी महापंचायत को लेकर चौकन्ना है। कई जिलों से पुलिस बुलाई गई है। किसान संगठनों ने भी व्यवस्था और सुरक्षा के लिये 5000 वालंटियर तैयार किये है। करीब दो लाख वर्ग फुट के पंडाल के साथ वाटर प्रूफ मंच भी बनाया गया है। महापंचायत में शामिल होने उत्तर प्रदेश समेत, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान आदि राज्यों से किसान पहुंचे हैं। इनके ठहरने और भोजन की विभिन्न स्थानों पर व्यवस्था की गई है।

गाजीपुर बार्डर से सीधे महापंचायत में राकेश टिकैत पहुंच गए हैं। इनके साथ नरेश टिकैत, चढ़ूनी और भाकियू के जिलाध्‍यक्ष व किसान नेता योगेंद्र यादव मंच पर मौजूद हैं। मंच पर पहुंचते ही इन्‍होंने हाथ उठाकर लोगों का अभिवादन किया। राकेश टिकैत यहां से वापस गाजीपुर बार्डर ही जाएंगे। वे नौ महीने से घर नहीं गए है। संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों मोहन सिंह, योगेंद्र यादव, जगजीत सिंह, दर्शनपाल, शिवकुमार बलबीर सिंह आदि को राकेश टिकैत ने पटका पहनाया। जिसके बाद सिख समाज के लोगों ने राकेश टिकैत को तलवार भेंट की।

हजारों किसान सड़कों पर घूम रहे हैं। इतना ही नहीं पंचायत में आने वाले वाहनों के कारण पूरा शहर जाम हो गया है। जिस वाहन को जहां जगह मिल रही है वह वहीं खड़ा हो रहा है। उधर, मंच से केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। मंच पर भाकियू के नरेश टिकैत, युद्धवीर सिंह समेत किसान संगठनों के पदाधिकारी मौजूद है। मंच से वक्ता किसानों के हितों की लड़ाई लड़ने का आह़वान किया जा रहा है। उधर, शामली रोड, भोपा रोड, रूडकी रोड, जानसठ रोड समेत अन्य स्थानों पर वाहनों की लाइन लगी हुई है। सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स अलर्ट पर है।

महापंचायत के दौरान मंच से केंद्र सरकार और राज्‍य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। वहीं एक न्‍यूज चैनल के महिला रिपोर्टर से भी बदसलूकी की गई। जिसके बाद मंच से संचालकों ने ऐसा न करने की हिदायत दी। साथ ही पुलिसकर्मियों को अंदर बुलाकर व्‍यवस्‍था बनाने की मांग की। मंच से 'फसल हमारी दाम तुम्हारा नहीं चलेगा..मंच से लगातार नारेबाजी जारी रहा। तीनों कृषि कानून वापस लेने और सरकार के खिलाफ नारेबाजी जारी है। 

नरेन्द्र मोदी सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में रविवार को किसानों के मसीहा माने जाने वाले चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत की कर्मभूमि मुजफ्फरनगर में आज होने वाली किसान महापंचायत में महिला किसान भी एकत्र हैं। महिला किसानों का कहना है कि हम तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर यहां एकत्रित हुए हैं। हम यहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से तीन कानूनों को वापस लेने का अनुरोध करते हैं। अगर वह कृषि कानून वापस ले लेते हैं तो हमारा यहां पर एकत्र होना सफल हो जाएगा।