पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपितों को पकड़ने के लिए बदला रूप, इस तकनीक से पकड़े गए दोनों आरोपित

नई दिल्ली : हरिनगर थाना पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपितों को दबोचने में कामयाबी पाई। आरोपितों के बारे में यह पता चलने पर वे पश्चिम विहार इलाके में छिपे हो सकते हैं, पुलिसकर्मी वहां टीकाकर्मी बनकर इलाके में उन्हें ढूंढते रहे। पुलिस की मेहनत रंग लाई, दोनों दबोचे गए। आरोपितों के नाम गौरव व राहुल हैं।


जानकारी के अनुसार एक महिला ने आरोपितों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह तलाकशुदा है। हरिद्वार में उनकी मुलाकात गौरव से हुई थी। उन्हें गौरव ने बताया कि वह भी तलाकशुदा है और परिवार सहित पश्चिम विहार इलाके में रहता है। मेलजोल बढ़ने पर गौरव ने शादी करने का वादा किया। लेकिन शादी की बात पर जब भी पीड़िता जोर देती थी, वह इसे टाल देता था। इस बीच एक दिन आरोपित ने पीड़िता को हरिनगर स्थित एक होटल बुलाया। आरोप है कि यहां गौरव और उसके दोस्त राहुल ने दुष्कर्म किया।


पीड़िता ने 19 सितंबर को थाने में शिकायत दी। छानबीन के दौरान पुलिस ने होटल से गौरव का पहचान पत्र बरामद किया। पुलिस के हाथ उसका मोबाइल नंबर भी आ गया, लेकिन सिमकार्ड जिन कागजों पर जारी हुआ था और पहचान पत्र वाले पते पर आरोपित नहीं रहता था। हरिनगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जीत सिंह के नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर अमरजीत राणा की टीम ने तकनीकी छानबीन आधार पर आरोपित के मोबाइल की लोकेशन का पता लगया तो वह पश्चिम विहार आ रहा था। इसके बाद पुलिसकर्मी वहां टीकाकर्मी बनकर इलाके में सर्वे करने लगे। वे हर दरवाजे पर जाते और खुद को कोविड टीके के लिए सर्वेयर बताते। 21 सितंबर को एक फ्लैट पर गौरव का पता मिल गया। पहले पुलिस ने गौरव और फिर राहुल को गिरफ्तार कर लिया।