श्रीराम बीजेपी और आरएएस के नहीं वो सबके राम हैं: फारूख अबदुल्ला

जींद : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि किसान किसी का घर नहीं चाहता, किसी की हकूमत नहीं चाहता है वो तो केवल अपना हक चाहता है। किसान कहता है जो कानून बनाए हैं वो गलत हैं लेकिन सरकार नहीं सुन रही है। क्योंकि सरकार उद्योगपतियों के चुंगल में फंसी हुई है। इसलिए कानून रद्द नहीं किए जा रहे हैं। वे शनिवार को जींद में आयोजित सम्मान दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।


फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि श्रीराम सबके लिए हैं, लेकिन बीजेपी ने राम को अपना बना लिया है। इन्हीं के लिए राम है और किसी के लिए राम नहीं है। राम सबके राम हैं वो बीजेपी और आरएएस के राम नाम नहीं है। वो हमें तोडऩा चाहते हैं ओर अपने तख्त को बचाना चाहते हैं। कश्मीर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर कब हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं रहा। हमने गांधी का हिंदुस्तान पकड़ लिया, जबकि जिन्ना के पाकिस्तान का नहीं पकड़ा। उनका रहना और मरना भारत में है। उन्होंने कहा कि किसानों के हक में काले कानून खत्म करने होंगे। भारत को मजबूत करो और एक दूसरे से हाथ मिला कर चलो। भारत को मजबूत करना हमारा पहला काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सरकार वादे करती है लेकिन आज दो साल हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म किए हुए, पर आज तक कुछ भी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश को बांट रही है। आतंकवाद ये लोग कर रहे हैं और उस देश के लोगों के लिए झगड़े खड़े कर रहे हैं, इसलिए इन्हें बंद किया जाना चाहिए।


सरकार के खिलाफ आंदोलन करना है लेकिन आंदोलन पत्थरों से नहीं लकडिय़ों से नहीं बल्कि गांधी की तरह करना है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई दिन नहीं जाता है जब ये लोग कोई झूठ न बोलते हों। ये लोग कहते हैं कि जब से जम्मू-कश्मीर में धारा 370 खत्म हुई तब से आतंकवाद खत्म हो गया। पर जब तक दिल नहीं जीतें जाएंगें तब तक झगड़े खत्म नहीं होंगे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी कहा था कि हमें दिल जोडऩे हैं और दिल जोड़ कर ही भारत को बचा सकते हैं। इसलिए आज वो इन लोग से अपील करते हैं कि दिल जोडऩे की बात करें, झगड़े छोड़ दें। पड़ोसी कैसा भी हो, दोस्ती करोगो तो ही तरक्की होगी। अगर ऐसा नहीं किया तो हम पीछे रह जाएंगे। आज नेपाल, भूटान, बांगला देश के साथ हमारे रिश्तों को लेकर सभी जानते हैं। जिस अफगानिस्तान के लिए तीन अरब डॉलर खर्च किया क्या आज वो हमारा दोस्त है। हमें सबसे दोस्ती करनी है। तभी देश आगे जाएगा।