दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के खिलाफ मुहिम शुरू करेंगे सीएम केजरीवाल

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में बारिश के बाद डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारी से जनता को बचाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट पर हर रविवार डेंगू पर वार मुहिम की शुरुआत की है. दिल्ली में कई ऐसी कच्ची कॉलोनियां हैं, जहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है और पानी की निकासी का कोई रास्ता नहीं है. इसकी वजह से इन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को लगता है कि मुख्यमंत्री की महामारी से बचाने की मुहिम कारगर साबित नहीं हो सकती है. इस मुहिम को कारगर साबित करने के लिए सबसे पहले समस्या के समाधान की जरूरत है. गंदे पानी की निकासी का रास्ता निकाला जाए. इलाके में जमा गंदगी को हटाया जाए. तभी कुछ काम हो सकता है.


लोगों ने बताया कि तिमारपुर विधानसभा की वजीराबाद की कच्ची कॉलोनियों में महीनों से गंदगी का अंबार लगा हुआ है. यह हालात आम दिनों में भी देखने को मिलते हैं. यहां खाली पड़े प्लॉटों में पानी भरा हुआ है. लोग अपने घरों से निकलने वाली गंदगी को खाली प्लॉटों में डालते हैं. यहां पर बड़ी संख्या में बहुमंजिला इमारत बनी है. उनमें रहने वाले लोग गंदगी की वजह से घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. 


लोगों का यह भी कहना है कि यहां पर जनप्रतिनिधि भी लोगों की सुध लेने के लिए नहीं आते है. मुख्यमंत्री भले ही लोगों को बचाने के लिए मुहिम की शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन हालात देखकर नहीं लगता कि इन कॉलोनियों में यह मुहिम कारगर साबित होगी. यहां के लोगों का आरोप है कि चुनाव के समय नेता गलियों में घूमते हैं, लेकिन उसके बाद कोई भी नेता जनता की समस्या का समाधान नहीं करता. तिमारपुर की इन कच्ची कॉलोनी के हालात बद से बदतर हैं. दिल्ली में ज्यादातर कच्ची कॉलोनी में रहने वाले लोग इन्ही समस्याओं से जूझ रहे हैं. 


लोगों का कहना है कि तिमारपुर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडेय हैं, जो जीतने के बाद दिखाई नहीं दिए. वहीं इलाके की कांग्रेस की निगम पार्षद अमरलता सांगवान है, जो जिले की कांग्रेस महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी है. लेकिन कोई भी प्रतिनिधि इस महामारी के दौर में लोगों की सुध नहीं ले रहा है. कोई भी कर्मचारी या जनप्रतिनिधि इलाके में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियों से बचाने के लिए दवाई का स्प्रे करने भी नहीं आ रहा है.