फिल्‍म इंडस्‍ट्री में नेपोटिजम से ज्‍यादा रेसिजम, शिकायत नहीं कर सकता : नवाजुद्दीन सिद्दीकी

मुंबई : नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ ही बॉलिवुड को लेकर भी वह खुलकर अपने विचार रखते हैं। ऐक्‍टर को लगता है कि नेपोटिजम से ज्‍यादा फिल्‍म इंडस्‍ट्री में रेसिजम की समस्‍या है।


एक न्‍यूज पोर्टल को दिए इंटरव्‍यू में 47 साल के ऐक्‍टर ने कहा कि इंडस्‍ट्री में बहुत ज्‍यादा जातिवाद है। यह दिक्‍कत नेपोटिजम से भी बड़ी है। उन्‍होंने बताया कि वह कैसे इसके खिलाफ कई वर्षों तक लड़े और अब उम्‍मीद करते हैं कि सांवली ऐक्‍ट्रेसेस को हीरोइन बनाया जाए क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण है।


नवाज ने आगे कहा, 'मैं स्‍किन कलर की भी बात न करूं तो भी इंडस्‍ट्री में काफी पक्षपात है जिसका खत्‍म होना जरूरी है ताकि बेहतर फिल्‍में बन सकें। मुझे कई वर्षों तक सिर्फ इसलिए रिजेक्‍ट किया गया क्‍योंकि मेरा कद छोटा था और मैं वैसा दिखता था जैसा इंडस्ट्री में अमूमन नहीं होता है। फिर भी अब मैं शिकायत नहीं कर सकता हूं लेकिन कई ऐसे महान ऐक्‍टर्स हैं जो पक्षपात का शिकार हुए।' 


वर्क फ्रंट की बात करें तो नवाजुद्दीन की झोली में अब कई सारे प्रॉजेक्‍ट्स हैं। आने वाले समय में वह 'बोले चूड़ियां', 'जोगीरा सारा रा रा', 'हीरोपंती 2' जैसी कई फिल्‍मों में नजर आएंगे। इन फिल्‍मों का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।