विमान सेवा की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा यूपी

कुशीनगर :  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का लोकार्पण 20 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। वाराणसी हवाई अड्डे के अधिकारियों की देखरेख में कुशीनगर एयरपोर्ट का उद्घाटन होगा। इसके लिए अधिकारियों की टीम शनिवार को वाराणसी से कुशीनगर के लिए रवाना हो गई।कुशीनगर एयरपोर्ट के शुभारंभ के बाद यूपी में यह तीसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा। प्रदेश में अभी लखनऊ और वाराणसी में ही अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है। नया एयरपोर्ट होने और प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के दौरान सुरक्षा समेत अन्य बारीकियों को समझने वाले वाराणसी एयरपोर्ट के छह अधिकारियों को वाराणसी से कुशीनगर भेजा गया है। इस टीम में एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल), संचार और तकनीकी अधिकारी शामिल हैं। 


एटीसी के सहायक महाप्रबंधक शक्ति शरण त्रिपाठी, विद्युत के वरिष्ठ प्रबंध उमेश चंद्र, संचार प्रबंधक रंजीत वर्मा , तकनीकी के प्रभारी सतीश शर्मा, एटीसी के सहायक प्रबंधक अनुपम चौधरी और एटीसी के कनिष्क कार्यपालक वैभव सिंह कुशीनगर एयरपोर्ट भेजा गया है। उद्घाटन कार्य पूरा हो जाने के साथ ही महत्वपूर्ण जानकारियों को कुशीनगर एयरपोर्ट पर तैनात अधिकारियों से शेयर करने के बाद वे वाराणसी वापस लौट आएंगे। 


वाराणसी एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सन्याल ने बताया कि कुशीनगर एयरपोर्ट बनकर तैयार है। एयरपोर्ट के सुचारू रूप से संचालन के लिए हम हर संभव मदद करेंगे। बताया कि वाराणसी से कुशीनगर एयरपोर्ट के रनवे के लिए फॉलो मी कार भी भेजा गया है।

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि नवनिर्मित कुशीनगर एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 3200 मीटर है। यह यूपी के अन्य हवाई अड्डों से अधिक है। वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2746 मीटर और लखनऊ में रनवे की लंबाई 2744 मीटर है। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक साथ चार बड़े विमान खड़े हो सकेंगे। वहीं अगर वाराणसी एयरपोर्ट की बात की जाए तो एक साथ छोटे-बड़े मिलाकर 11 विमान खड़े हो सकते हैं।


विमान सेवा की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे उत्तर प्रदेश में अभी आठ एयरपोर्ट प्रयोग में लाए जा रहे हैं। लखनऊ और वाराणसी के एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय हैं। अयोध्या में श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और नोएडा के जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी काम चल रहा है। इन हवाईअड्डों के अलावा उड़ान योजना के तहत आजमगढ़ के मंदुरी और सोनभद्र के म्योरपुर सहित अन्य स्थानों पर भी हवाई पट्टी निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है।

पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के मुताबिक, कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के शुभारंभ के बाद पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वाराणसी आने वाले बौद्ध पर्यटक सारनाथ में दर्शन के बाद कुशीनगर भी जाना चाहते हैं। लेकिन विमान सेवा ना होने के कारण कुशीनगर जाने में पर्यटकों को समस्याएं होती थी।अब एयरपोर्ट शुरू जाने से श्रीलंका और अन्य देशों से बौद्ध तीर्थ स्थलों पर दर्शन के लिए आने वाले पर्यटक वाराणसी के साथ ही कुशीनगर भी जाएंगे। संभावना यह भी जताई जा रही है कि आने वाले समय में कुशीनगर से वाराणसी और कुशीनगर से लखनऊ के बीच भी सीधी विमान सेवाएं शुरू होंगी।