गरीब जनता को ‘‘न्याय योजना’’ के अंतर्गत रु. 7500 रुपये दीजिये: प्रमोद तिवारी

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने कहा है कि आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी की ‘‘मन की बात’’ सुनकर ऐसा लगा जैसे कोई ‘‘जले पर नमक छिड़क’’ रहा हो, जब वक्त था और देश के पास उपलबध था तो आपने अपनी वैक्सीन, दवायें और ऑक्सीजन पुजीपतियों की तिजोरी भरने के लिये दुनिया भर में बेंच दी, और निर्यात कर दी, और अब ऑक्सीजन, दवा और वैक्सीन की उपलब्धता के लिये ‘‘ग्लोबल टेण्डर’’ की बात हो रही है। कोरोना महामारी से लोगों की जान बचाना आवष्यक था या फिर पूंजीपतियों की तिजोरी भरना जरूरी था। क्या आपको पता नही था कि कोरोना की दूसरी लहर यूरोप और अमेरिका में आ चुकी है और एक न एक दिन भारत में भी आयेगी? आखिर आपने वैक्सीन, दवायें और ऑक्सीजन बेंची क्यों ? जबकि इसकी देश में बहुत आवष्यकता थी। इस बात का जवाब देष की जनता को दीजिये । देश की जनता की सुविधा और आवष्यकता की पूर्ति के लिये पब्लिक अण्डर टेकिंग’’ बनायी गयी थी किन्तु आपने पूंजीपतियों के हवाले कर दी। आपकी अदूरदर्षिता और पूंजीपतियों के पे्रम ने देश की जनता को भयानक संकट में डाल दिया है, और आज भी आपके भाषण में भविष्य के जुमले और वायदे ही है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने दुनिया के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुये स्वयं कहा था कि भारत ने दुनिया के 150 देषों की मदद की है, और भारत ने कोरोना से बचने के लिये पूरी दुनिया को राह दिखाई। तिवारी ने कहा है कि देश में इतनी बर्बादी के बाद भी आदरनीय प्रधानमंत्री जी के भाषण का सिलसिला वही रहा कि हम कुछ नहीं देंगे, बस भाषण देंगे और संसाधन की भविष्य की तस्वीर दिखायेंगे । हद हो गयी है जनता का पैसा जो टैक्स के रूप में लिया गया उसके दुःख व चुनौती के समय उसी के काम नहीं आ रहा है । जनता बेहाल है, श्मशान घाटों पर लाशों का अंबार लगा है, कब्रिस्तान भर रहे हैं और आदरणीय प्रधानमंत्री जी वैक्सीन, ऑक्सीजन और दवा के बारे में एक शब्द भी नहीं बोल रहे। गरीब जनता को ‘‘न्याय योजना’’ के अंतर्गत रु. 7500 रुपये दीजिये, जिससे उसे परिवार के भरण पोषण के लिये घर से बाहर निकलने के लिये विवष न होना पड़े। तिवारी ने कोरोना महामारी से उत्पन्न हालात पर चिन्ता एवं दुःख व्यक्त करते हुये जनता से अपील की है कि आज कोरोना के कारण लोगों का जीवन संकट में पड़ गया है, और इस महामारी से देष में बड़े पैमाने पर तबाही, बर्बादी और लोगों की असामयिक मौत हो रही है। तिवारी ने कहा कि अस्पताल में लोगों को भर्ती कराना मुष्किल हो रहा है, और जो लोग भर्ती हैं उनमें बहुत से लोगों का प्रयास करने के उपरांत भी जीवन बचाना असंभव हो रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार 15 मई, 2021 तक इसका ‘‘पीक’’ समय है। इसलिये लोग शादी- विवाह या किसी उत्सव में जाने से बचें, तथा बाजार और भीड़ वाले स्थानों पर किसी भी परिस्थिति में न जायं। ऐसी आषंका व्यक्त की जा रही है कि कोरोना के वायरस (एयर बोर्न) हवा में भी फैल गये हैं अतः घर के बाहर न निकलें, यदि किसी को सांस लेने में अथवा किसी अन्य प्रकार की परेषानी हो रही हो तो उसे किसी भी स्थिति में छिपायें नहीं बल्कि तुरन्त अस्पताल जायें और उपचार करायें । तिवारी ने कहा है कि स्थानीय प्रषासन को इस संदर्भ में दोषी न ठहरायें, इस दुर्दिन के लिये पूरी तरह से भारतीय जनतापार्टी की केन्द्रीय सरकार एवं प्रदेष सरकार दोषी है जिन्होंने जनता को ‘‘अच्छे दिन’’ लाने का वायदा किया था और आज उसके ठीक विपरीत ‘‘सबसे बुरे दिन’’ जनता के सामने ला दिये । सरकार बातें तो कर रही है कि अस्पतालों में उपचार के लिये किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है किन्तु हकीकत यह है कि अस्पतालों में वैक्सीन नहीं है, बेड उपलब्ध नहीं है,ऑक्सीजन नहीं है।