अमेरिकी लोगों को डराकर ठगने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश

नोएडा : अमेरिकी लोगों को ड्रग माफिया से संबंध होने की बात कहकर ऑनलाइन ठगी करने वाले फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का सेक्टर-62 में पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कॉल सेंटर का संचालक फरार है। पुलिस उसकी तलाश में है। आरोपी डरा धमकाकर अब तक विदेशी लोगों से सात करोड़ से अधिक की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों से इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस, 99 लेटर पैड, 41 दस्तावेज और छह मोबाइल फोन बरामद किए हैं।


नोएडा जोन के एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि सेक्टर-58 पुलिस ने बुधवार तड़के टेलीफोन विभाग की टीम के साथ मिलकर सेक्टर-62 स्थित आईथम टावर में एपी टैक्नोमार्ट के नाम से चल रहे अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा। पुलिस ने वहां से कैली खरखौदा मेरठ निवासी सुमित त्यागी, अलीपुर हापुड़ निवासी अरुण चौहान, निधौली कलां एटा निवासी विशाल तोमर, सैंथल बरेली निवासी राहत अली, बाडम रोहटा मेरठ निवासी केशव त्यागी, पन्ना मध्य प्रदेश निवासी सुनील वर्मा, प्रशांत लखेरा और सतेंद्र लखेरा को गिरफ्तार किया है। सेंटर का मुख्य संचालक पन्ना मध्य प्रदेश निवासी विनोद लखेरा अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है। पुलिस ने कॉल सेंटर से 10 कंप्यूटर और 10 हैडफोन आदि सामान बरामद किया है।


नोएडा जोन के एसीपी-1 रजनीश वर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिकी के नागरिकों को इंटरनेट कॉलिंग करके अमेरिकी सोशल सिक्योरिटी के नाम पर धमकाते थे। ये लोग उनसे कहते थे कि हमे अमेरिकी कानूनी एजेंसियों से आपके बैंक खात की जानकारी मिली है। आपने मेक्सिको और कोलंबिया में ड्रग माफिया से लेनदेन किया है। इसके बाद उनसे मामला रफा-दफा करने की कहते थे और गुगल गिफ्ट कार्ड के रूप में डॉलर लेते थे।