प्रीमियर लीग, बुंदेसलीगा ने लॉकडाउन के बीच खेल जारी रखने का खाका तैयार किया : मोर्गन

अहमदाबाद : इंग्लैंड और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान इयोन मोर्गन भारत में कोविड-19 के मामले बढ़ने से दुखी हैं लेकिन उन्होंने संकेत दिये कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जारी रह सकता है क्योंकि बुंदेसलीगा और प्रीमियर लीग ने लॉकडाउन के बीच खेल जारी रखने का अच्छा खाका तैयार किया है। आईपीएल की 2020 में यूएई में आयोजन के बाद छह महीने के अंदर भारत में वापसी हुई है लेकिन उस पर कोविड-19 की दूसरी लहर का साया मंडरा रहा है। आस्ट्रेलिया के कुछ खिलाड़ी और भारत के रविचंद्रन अश्विन टूर्नामेंट से हट गये हैं। भारत में स्वास्थ्य संकट गहरा गया है तथा कई राज्यों ने कड़े प्रतिबंध लगा दिये हैं जिनमें रात का कर्फ्यू और लॉकडाउन शामिल है। मोर्गन ने केकेआर की पंजाब किंग्स के खिलाफ पांच विकेट से जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले साल ब्रिटेन में हम लंबे समय तक कड़े लॉकडाउन से गुजरे थे और लग रहा था कि लंबे समय तक क्रिकेट नहीं खेला जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब हम पहली बार लॉकडाउन से बाहर आए तो मुझे याद है कि हमने टीवी पर पहला खेल शायद न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया में देखा था। यह रग्बी यूनियन लीग थी और इसके बाद धीरे धीरे बुंदेसलीगा और फिर प्रीमियर लीग शुरू हुई।’’ मोर्गन ने कहा, ‘‘इससे लगभग यह साबित हो गया कि देश में पूरे लॉकडाउन के बावजूद आप खेल जारी रख सकते हो। इसलिए निश्चित तौर पर इसके लिये उदाहरण हैं कि ऐसा हो सकता है। ’’ महामारी से मिलकर लड़ने का संदेश देते हुए मोर्गन ने कहा, ‘‘हम मिलकर इससे लड़ते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप दुनिया में कहां रहते हैं। आपको सामाजिक दूरी बनाये रखने, मास्क पहने जैसे नियमों का पालन करना है। ’’ केकेआर में मोर्गन के साथी आस्ट्रेलिया के पैट कमिन्स ने भारतीय अस्पतालों के लिये ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिये 50,000 डॉलर प्रधानमंत्री कोष में जमा किये और अन्य खिलाड़ियों से भी योगदान देने की अपील की। मोर्गन ने कहा, ‘‘हम जैव सुरक्षित वातावरण के बाहर की दुनिया के बारे में लगातार बात कर रहे हैं। ईमानदारी से कहूं तो यह देखकर अच्छा नहीं लग रहा है। निश्चित तौर पर हम भाग्यशाली हैं जो जैव सुरक्षित माहौल में रह रहे हैं और इससे बहुत अधिक प्रभावित नहीं हैं। हम बीमार लोगों और मुश्किल दौर से गुजर रहे लोगों के प्रति अपना समर्थन और संवेदना व्यक्त करते हैं।’’