अपने कौशल को निखारने में लगी है युवा शटलर अदिति भट्ट

नई दिल्ली : पिछले कुछ महीनों में शानदार परिणाम देने वाली युवा बैडमिंटन खिलाड़ी अदिति भट्ट अपने स्ट्रोक्स और दमखम पर ध्यान देकर अपेक्षाओं के दबाव को दूर करना चाहती हैं।


उत्तराखंड की 18 वर्षीय अदिति ने उबेर कप फाइनल्स में थाईलैंड के खिलाफ मुकाबले में विश्व में 13वें नंबर की बुसानन ओंगबामरंगफान के सामने कड़ी चुनौती पेश की थी।


वह तीन गेम तक चले मैच में हार गयी थी लेकिन अपने प्रदर्शन से उन्होंने खासा प्रभावित किया था और उन्हें साइना नेहवाल और पीवी सिंधू की तरह देश की अगली बैडमिंटन स्टार कहा जाने लगा।


डेनमार्क में अपने चार में से दो मैच जीतने वाली अदिति ने पीटीआई से कहा, ‘‘जब लोग कहते हैं कि आप भविष्य हो और हम आपको ओलंपिक में देखना चाहते हैं तो कई बार यह डराने वाला हो सकता है। लोग आपसे बहुत उम्मीद करते हैं लेकिन यह ठीक है, किसी तरह का दबाव नहीं है।’’


उन्होंने कहा, ‘‘ऊंची रैंकिंग वाली खिलाड़ियों (स्पेन की अनिया सेटियन और स्कॉटलैंड की रेचेल सुगडेन) के खिलाफ दो मैच जीतने के बाद मैं अच्छा प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त थी लेकिन मैंने नहीं सोचा था कि मैं एक गेम (बुसानन के खिलाफ) जीतने में सफल रहूंगी। मैं अच्छा खेल रही थी और वह दबाव में थी क्योंकि वह जूनियर से खेल रही थी। यह शानदार मैच था।’’


अदिति को इसका लाभ हंगरी अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में मिला जहां वह फाइनल्स में पहुंची। उन्हें चयन ट्रायल्स के जरिये सुदीरमन कप और उबेर कप के लिये भारतीय टीम में चुना गया था।


उन्होंने कहा, ‘‘जब मुझे सुदीरमन कप और उबेर कप के लिये चुना गया तो यह सपना सच होने जैसा था। टीम में सभी सीनियर खिलाड़ियों जैसे अश्विनी पोनप्पा ने मेरी काफी मदद की।’’


उनका पहला मैच ओलंपिक चैंपियन चेन यू फी के खिलाफ था और अदिति ने कहा कि इससे उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया कि सीनियर स्तर पर सफल होने के लिए उन्हें क्या करने की जरूरत है।


उन्होंने कहा, ‘‘मैं चेन के खिलाफ खेलने को लेकर उत्साहित और नर्वस दोनों थी। उसका कोर्ट मूवमेंट और सटीकता शानदार थी। मुझे अपने फुटवर्क, दमखम, सटीकता और स्ट्रोक पर वास्तव में अच्छी तरह से काम करना होगा।’’