उपमुख्यमंत्री द्वारा उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर लगाए गए आरोप निराधार व तथ्यहीन : महापौर

नई दिल्ली : उत्तरी दिल्ली के महापौर, राजा इकबाल सिंह, स्थायी समिति के अध्यक्ष, जोगी राम जैन और नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी ने आज सिविक सेंटर में आयोजित प्रैसवार्ता को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा उतरी दिल्ली नगर निगम पर बकाया फंड को लेकर लगाए गए झूठे आरोपों का खंडन किया। महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि पहले आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर झूठे आरोप लगाने का कार्य करते थे अब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री भी इस कार्य में लग गए हैं। उन्होंने कहा कि किसी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को बिना तथ्यों व पूर्ण जानकारी हासिल किए बिना झूठे आरोप नहीं लगाने चाहिए। निगम के बकाया फंड के संबंध में हम किसी भी सार्वजनिक मंच पर बहस करने के तैयार हैं। 


प्रैस वार्ता के दौरान महापौर द्वारा दिल्ली सरकार पर बकाया फंड को लेकर आंकडे़ पेश किये गए। राजा इकबाल सिंह ने बताया कि वर्ष 2019-20, 2020-21 व 2021-22 में योजना मद के अंतर्गत कुल 660.68 करोड़ रूपये उत्तरी दिल्ली नगर निगम का दिल्ली सरकार पर बकाया है। दिल्ली सरकार ने अपने बजट प्रावधानों में उत्तरी दिल्ली नगर निगम को दिए जाने वाले फंड में 20% यानी लगभग 328.60 करोड़ रूपये की कटौती की है। दिल्ली सरकार पर इस वर्ष बी.टी.ए का 145.70 करोड़ रूपये, शहरी विकास मद में 45.70 करोड़ रूपये व शिक्षा मद में 137.20 करोड़ रूपये यानी कुल 328.60 करोड़ रूपये बक़ाया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार निगम को आर्थिक रूप से पंगु बनाने के लिए बकाया फंड जारी नहीं कर रही है। 


महापौर, राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली परिवहन निगम व दिल्ली जल बोर्ड को 54000 करोड़ रूपये का ऋण दिया हुआ है जिसके कारण दिल्ली सरकार को हर साल करोड़ो रूपये का नुकसान हो रहा है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को गैस चैंबर बना दिया है, यमुना नदी साफ करने के नाम पर करोड़ो रूपये का घोटाला किया गया है, दिल्ली में 850 शराब के ठेके खोलने के लिए नई आबकारी नीति लागू की है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने दिल्ली सरकरा से निवेदन किया कि नागरिकों के लिए विकास कार्य करने व कर्मचारियों के समय पर वेतन देने के लिए निगम का बकाया फंड जल्द से जल्द जारी करें। 


जोगी राम जैन ने बताया कि आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता समय समय पर बिना तथ्यों की जानकारी के उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर झूठे आरोप लगाने का कार्य करते हैं ताकि वो नागरिकों को गुमराह कर सके। उन्होंने बताया कि दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल ने भी निगम के बकाया फंड के लिए दिल्ली सरकार को पत्र लिखा था मगर इसके बाद भी निगम का बकाया फंड जारी नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी जिस 2500 करोड़ रुपये के किराए घोटाले के आरोप उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर लगा रही है उसके लिए पूर्व में ही स्पष्ट कर दिया गया था कि स्थायी समिति अध्यक्ष ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से किराए के रूप में लिए जाने वाले 2500 करोड़ रूपये को अपने बजट प्रावधानों में दर्शाया था। इसके साथ ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है।


स्थायी समिति अध्यक्ष, जोगी राम जैन ने बताया कि भलस्वा लैंडफिल साइट पर चलने वाली ट्रॉमल मशीनों को 18.5 लाख रुपये किराये पर नहीं लिया गया है बल्कि इन सभी मशीनों के लिए 306 रूपये प्रति मैट्रिक टन के हिसाब से भुगतान किया जाता है जिसमें मानवबल, अन्य मशीनें व डीज़ल शामिल हैं। आम आदमी पार्टी जान बूझकर नागरिकों गुमराह करने के लिए इस प्रकार के झूठ बोलती है। उन्होंने बताया कि ए.सी. ब्लॉक शालीमार बाग़ स्थित निगम प्राथमिक विद्यालय की ख़ाली भूमि का लैंड यूज़ चार वर्ष पूर्व ही बदल दिया गया था, ताकि वहाँ नागरिकों के लिए पार्किंग व्यवस्था विकसित की जा सके। इस भूमि पर पी.पी.पी मॉडल के आधार पर 354 कारों के लिए बहुस्तरीय पार्किंग बनाने की योजना है। इस बहुस्तरीय पार्किंग के लिए आरक्षित मूल्य 126 करोड़ रूपये रखा गया है, जो सर्कल रेट से ज़्यादा है। इस पार्किंग का 75 फ़ीसदी हिस्सा उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पास रहेगा। उन्होंने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर आरोप लगाया गया कि 2500 करोड़ रूपये मार्किट रेट की 2800 वर्ग मी भूमि को 126 करोड़ रूपये में बेच दिया गया यानी करीब एक करोड़ रूपये वर्ग मी.। आम आदमी पार्टी बताए की एक करोड़ रूपये वर्ग मी. मार्किट रेट कहा पर है। 


नेता सदन, छैल बिहारी गोस्वामी ने बताया कि आम आदमी पार्टी पहले झूठे आरोप लगाती है फिर बाद में माफी मांगती है और इसके कई उदाहरण हमने पूर्व में भी देखे है। हमें अपने बकाया फंड के लिए मुख्यमंत्री के आवास पर 13 दिनों के लिए धरना भी दिया था मगर इन्होंने इस संबंध में एक बार भी चर्चा करने की कोशिश भी नहीं की। उन्होंने बताया कि आज दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक की क्या स्थिती है वो हम सब जानते है। उन्होंने बताया कि कुत्तों के बंध्याकरण के संबंध में आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए सभी आरोप लगाए झूठे है। उत्तरी दिल्ली नगर ने कुत्तों के बंध्याकरण के लिए गैर सरकारी संगठन को वर्ष 2020 के लिए 1.98 करोड़ रूपये का और वर्ष 2021 के लिए 1.28 करोड़ रूपये का भूगतान करना है जो अभी तक निगम ने नहीं किया है।