प्रगति पर डिजिटल भारत अभियान

अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में सुशासन की स्थापना की थी। उन्होंने पारदर्शी तरीके से सरकार चलाई। उनकी सरकार जब बहुमत से केवल एक कदम पीछे थी,तब भी उन्होंने अनुचित प्रबंधन से सरकार बचाने का प्रयास नहीं किया था।


वस्तुतःयह उनकी विचारधारा और सार्वजनिक जीवन शैली के अनुरूप था, जिसमें निजी हितों का कोई महत्व नहीं था। उन्होंने अपने शासनकाल में भारत में टेलीकॉम क्रांति की शुरुआत की थी। टेलीकॉम से संबंधित सभी मामलों को तेजी से निपटाया गया। ट्राई की सिफारिशें लागू की गईं। स्पैक्ट्रम का आवंटन इतनी तेजी से हुआ कि मोबाइल के क्षेत्र में क्रांति की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी जयंती पर एक करोड़ विद्यार्थियों को स्मार्टफोन और टैबलेट देने की योजना का शुभारंभ किया। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ईकाना स्टेडियम में अटल जयंती पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें एक लाख युवाओं को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट का तोहफा दिया गया।


राजनीति और राजनीति शास्त्र दोनों अलग क्षेत्र हैं। राजनीति में सक्रियता या आचरण का बोध होता है, राजनीति शास्त्र में ज्ञान की जिज्ञासा होती है। अटल बिहारी वाजपेयी ने इन दोनों क्षेत्रों में समान रूप से आदर्श का पालन किया। राजनीति में आने से पहले वह राजनीति शास्त्र के विद्यार्थी थे। कानपुर के डीएवी कॉलेज में नई पीढ़ी भी उनकी यादों का अनुभव करती है। अटल जी उन नेताओं में शुमार थे,जिनके कारण किसी पद की गरिमा बढ़ती है। वह बहुत होनहार विद्यार्थी थे। विद्यार्थियों को स्मार्टफोन और टैबलेट में पढ़ाई के लिए कंटेंट मिलेगा। साथ ही रोजगार से संबंधित जानकारियां भी दी जाएंगीं। इस अवसर पर योगी अदित्यनाथ ने डिजि शक्ति पोर्टल और डिजि शक्ति अध्ययन ऐप को लांच किया। सभी स्मार्टफोन और टैबलेट में डिजि शक्ति अध्ययन ऐप इंस्टाल है। इसके माध्यम से संबंधित यूनिवर्सिटी या डिपार्टमेंट छात्रों को पढ़ाई के लिए कंटेंट देंगे। साथ ही शासन की ओर से बूट लोगो और वाल पेपर के माध्यम से रोजगारपरक योजनाओं आदि की भी जानकारी दी जाएगी। सरकार की ओर से नामी आईटी कंपनी इंफोसिस से अनुबंध किया जा रहा है। इससे इंफोसिस के शिक्षा और रोजगार से जुड़े करीब चार हजार प्रोग्राम निःशुल्क युवाओं को उपलब्ध होंगे। जिन युवाओं का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है,उन युवाओं का डिजि शक्ति पोर्टल पर फिर से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।


लखनऊ अटल जी कर्मभूमि रही है। उनका कहना था कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। इसलिए छोटा मन हमें नहीं रखना चाहिए। इसलिए विराट सोच के साथ खड़ा होने का जज्बा होना चाहिए। इस जज्बे के साथ जब हमारा युवा खड़ा होगा तो वह ही नहीं सम्पूर्ण देश मजबूती से आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ ने समझा कि प्रदेश के बच्चे स्मार्ट फोन और टैबलेट के अभाव में पढ़ाई के लिए परेशान होते थे। इसलिए विद्यार्थियों के हित में यह निर्णय लिया। योगी आदित्यनाथ ने युवाओं से सोच ईमानदार तो काम दमदार का नारा भी लगवाया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देश के शिक्षा विभाग की ओर से मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना कॉल में पूरी दुनिया की मेधा चहारदीवारी में कैद हो गयी। ऐसे समय में स्मार्टफोन और टैबलेट पर ही पूरी दुनिया काम करने लगी। पठन-पाठन से लेकर अन्य कार्य डीजिटल माध्यम से हुआ। अब उत्तर प्रदेश को एक नम्बर पर लाने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती। अटल जी ने छह दशक तक देश की राजनीति को पूरी शुचिता एवं पारदर्शिता के साथ नई दिशा देने का कार्य किया। वह सार्वजनिक जीवन जीने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणादायी बना रहेगा। अटल जी का कहना था कि राजनीति सिद्धान्त विहीन नहीं होनी चाहिए, व्यक्ति को मूल्यों और सिद्धान्तों के साथ जीना चाहिए। देश समाज व सिद्धान्तों के लिए जीने वाले व्यक्ति का जीवन ही सार्थक और प्रेरणादायी होता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विराट सोच व्यक्तित्व को भी विराटता प्रदान करती है। युवाओं को हताशा और निराशा से मुक्त होकर विराट सोच के प्रयास करने चाहिये। इसके लिए सात वर्ष पूर्व चालीस करोड़ गरीबों के जनधन बैंक खाते खुलवाए गए। वर्ष पूर्व स्टार्ट अप इण्डिया, स्टैण्ड अप इण्डिया, डिजिटल इण्डिया आदि योजनाएं प्रारम्भ की गईं।कोरोना कालखण्ड में जनधन खातों सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीबों की सहायता करना संभव हुआ। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत प्रतियोगियों के लिए निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई। निकट भविष्य में प्रत्येक जनपद स्तर पर भी यह कोचिंग संस्थान प्रारम्भ किए जाएंगे। एक जनपद एक उत्पाद योजना लागू की गई। परिणामस्वरूप डेढ़ करोड़ से अधिक युवाओं को राज्य में ही उद्योगों में रोजगार प्राप्त हुआ है। स्वरोजगार हेतु संचालित योजनाओं,विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना आदि के माध्यम से साठ लाख युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया। पांच वर्ष पहले प्रदेश में बेरोजगारी दर लगभग अठारह प्रतिशत थी। यह अब घटकर लगभग साढ़े चार प्रतिशत रह गयी है। इसके अलावा अटल जी की जयंती पर योगी आदित्यनाथ ने आगरा में उनके पैतृक गांव बटेश्वर धाम में सांस्कृतिक संकुल घाटों का निर्माण,पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण सहित दो सौ तीस करोड़ रुपये की ग्यारह योजनाओं का शिलान्यास लोकार्पण किया। इसमें बटेश्वर धाम में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी सांस्कृतिक संकुल का शिलान्यास प्रमुख रूप से शामिल है। 


उन्होंने वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने पर प्रत्येक विद्यालय में संस्कृत के अध्यापकों की तत्काल तैनाती कराए जाने का निर्णय लिया। यह सुनिश्चित किया कि वहां योग्यतम आचार्य रखे जाएं। इसके अलावा, संस्कृत के बच्चों को छात्रावास में रहने की व्यवस्था करायी जाए। सरकार ने संस्कृत की शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करायी। इससे किसी भी छात्र और आचार्य को भटकना नहीं पड़ेगा। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा अटल जी की स्मृति में अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। अटल जी के नाम पर प्रदेश की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ में स्थापित की जा चुकी है। प्रत्येक मण्डल में अटल आवासीय विद्यालय बनाए जा रहे हैं। श्रमिकों के बच्चों तथा अनाथ बच्चों को उत्तम शिक्षा प्रदान करने के लिए इन आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जा रही है। अटल जी के नाम पर चवालीस इण्टर कॉलेज का निर्माण हो चुका है। प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय में अटल सुशासन पीठ, अटल स्मृति उपवन, अटल बिहारी वाजपेयी संस्कृति पुरस्कार, डीएवी कॉलेज कानपुर में अटल बिहारी वाजपेयी सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस,बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ में भी अटल बिहारी वाजपेयी पीठ,लखनऊ में अटल राष्ट्र प्रेरणा स्थल की स्थापना की गई है। इसके अलावा, प्रदेश के सबसे बड़े स्टेडियम का नाम अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम रखा गया है। प्रदेश सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। अटल जी की स्मृति में केन्द्र सरकार द्वारा देश में अटल भूजल योजना, अटल ज्योति योजना, अटल पेंशन योजना, अटल नवीनीकरण और शहरी रूपान्तरण मिशन अमृत योजना संचालित की जा रही हैं। प्रदेश सरकार अटल जी की भावनाओं के अनुरूप बटेश्वर,फतेहपुर सीकरी और बाह क्षेत्र के विकास के लिए पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार अटल जी की भावनाओं के अनुरूप इस क्षेत्र को पर्यटन विकास के लिए एक सुन्दरतम पावन धाम के रूप में विकसित करने के लिए हर प्रकार का सहयोग करेगी। यहां अटल जी नाम पर एक म्यूजियम अटल म्यूजियम की स्थापना की जाएगी। जिसमें उनके पूर्वजों और उनके बचपन से लेकर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार की योजनाओं को जोड़ते हुए इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा।


-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री-

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)