हिंदू स्वामियों ने अपनी भाषा से हिंदू धर्म का अपमान किया: कर्ण सिंह नीत फाउंडेशन

नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह की अध्यक्षता वाले ‘टेंपल ऑफ अंडरस्टैंडिंग इंडिया फाउंडेशन’ के न्यासियों ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाने वाले कुछ हिंदू स्वामियों के कथित भाषणों को "चौंकाने वाला" करार दिया और कहा कि उन्होंने "ऐसे बयान" देकर खुद ही हिंदू धर्म का "अपमान" किया है।


उन्होंने हाल ही में उत्तराखंड के हरिद्वार और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कुछ हिंदू धर्मगुरुओं के "बयानों" पर आपत्ति जतायी और कहा कि उन लोगों ने "ऐसे बयान" देकर स्वयं ही हिंदू धर्म का "अपमान" किया है।


उन्होंने एक बयान में कहा कि ऐसे आयोजन अंतर-धार्मिक आंदोलन को "पुन: सक्रिय" करने के महत्व को उजागर करते हैं जो सामंजस्यपूर्ण और रचनात्मक संवाद के जरिए विभिन्न धर्मों के लोगों को एक साथ लाने का प्रयास करता है।


उन्होंने कहा, "कर्ण सिंह की अध्यक्षता में टेंपल ऑफ अंडरस्टैंडिंग इंडिया फाउंडेशन के न्यासियों ने हरिद्वार और अन्य जगहों पर कुछ हिंदू स्वामियों के हालिया बयानों पर गहरा सदमा और भय व्यक्त किया। अल्पसंख्यकों के नरसंहार का खुला आह्वान चकित करने वाला है।"


फाउंडेशन के न्यासियों ने रेखांकित किया कि ऐसे लोगों को "निश्चित रूप से" देश के कानून के तहत दंडित किया जाएगा क्योंकि उनके बयान न सिर्फ मौजूदा कानून के खिलाफ हैं बल्कि संविधान के भी खिलाफ हैं।


उन्होंने कहा, "इस तरह के बयान देकर उन्होंने उपनिषदों में वर्णित जन कल्याण और भाईचारे के महान वेदांत सिद्धांतों को विकृत कर दिया है... इससे स्वयं ही हिंदू धर्म का अपमान होता है।"