ममता-अखिलेश ने बनाया नया मोर्चा

पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने BJP और कांग्रेस दोनों से दूरी बनाने का फैसला किया है। शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसके बाद अखिलेश ने कहा कि भगवा खेमे को हराने के लिए सपा मजबूती से TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ खड़ी रहेगी।

वहीं, ममता बनर्जी इसी मुद्दे पर 23 मार्च को ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक से भी मुलाकात करेंगी।

ममता से मुलाकात करने के बाद अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बंगाल में हम ममता दीदी के साथ हैं। हम भाजपा और कांग्रेस दोनों से समान दूरी बनाए रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग 'BJP वैक्सीन' लगवा लेते हैं, उन्हें CBI, ED या IT से कोई फर्क नहीं पड़ता। संविधान की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी कोई भी बलिदान देने को तैयार है। अगर हम UP में भाजपा को हरा सकते हैं, तो पूरे देश में भाजपा को हराया जा सकता है।

पहले भी ममता की तारीफ कर चुके हैं अखिलेश
UP के पूर्व CM अखिलेश यादव ने भाजपा पर देश की संपत्ति को बेचने का आरोप भी लगाया। इससे पहले एक कार्यक्रम में अखिलेश 2021 के विधानसभा चुनाव में BJP को हराने के लिए ममता की तारीफ कर चुके हैं।

उधर, TMC सांसद सुदीप बंद्दोपाध्याय ने एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए कहा कि BJP विदेश में दिए राहुल गांधी के एक बयान को लेकर संसद में हंगामा कर रही है। जब तक राहुल गांधी माफी नहीं मांगते, तब तक BJP संसद चलने नहीं देगी। मतलब साफ है कि वे कांग्रेस का इस्तेमाल कर संसद नहीं चलने दे रहे हैं। BJP चाहती है कि राहुल गांधी विपक्ष का चेहरा बनें, जिससे BJP को मदद मिले।

TMC सांसद बोले- कांग्रेस विपक्ष का बिग बॉस नहीं
TMC सांसद ने कहा कि यह सोचना भ्रम है कि कांग्रेस विपक्ष का 'बिग बॉस' है। ममता बनर्जी 23 मार्च को नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगी। हम अन्य विपक्षी दलों से भी BJP और कांग्रेस दोनों से दूरी बनाने के लिए बात करेंगे। उन्होंने कहा कि हम यह नहीं कह रहे हैं कि यह तीसरा मोर्चा है, लेकिन क्षेत्रीय दलों के पास BJP का मुकाबला करने की ताकत है।

वो साल 1997 था। महीना था, दिसंबर। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के बड़े नेताओं में शामिल ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें ऐलान किया कि वो और उनके समर्थक ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। ममता की प्रेस कॉन्फ्रेंस चल ही रही थी कि खबर आई कि उन्हें कांग्रेस से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया है। शायद पार्टी के इस फैसले का अंदाजा ममता को पहले ही हो चुका था।