गाजियाबाद में दरोगा पर भ्रष्टाचार की FIR

गाजियाबाद पुलिस ने एक सब इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा रविवार को दर्ज किया है। सब इंस्पेक्टर पर आरोप है कि उन्होंने एक मुकदमे की चार्जशीट लगाने की एवज में एक लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। पुलिस अधिकारियों ने गोपनीय रूप से इसकी जांच कराई। जांच में आरोप पुष्ट हुए, जिसके बाद ये कार्रवाई हुई है। दरोगा को सस्पेंड भी कर दिया गया है।

ACP अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया, कैला भट्ठा निवासी नासिर हुसैन ने साल-2017 में थाना कोतवाली में मारपीट, गाली-गलौज, धमकी का एक मुकदमा दर्ज कराया था। इस केस की विवेचना थाना कविनगर पर तैनात सब इंस्पेक्टर महेंद्र शर्मा द्वारा की जा रही थी। पीड़ित पक्ष इस केस में शनिवार को पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र से मिला और बताया कि दरोगा द्वारा चार्जशीट लगाने के नाम पर एक लाख रुपए की डिमांड की जा रही है। पीड़ित पक्ष ने रुपए मांगने से जुड़ी कुछ ऑडियो क्लिप भी कमिश्नर को सुनवाईं।

एसीपी ने बताया, प्रारंभिक स्तर पर इस केस की जांच की गई। जांच में दरोगा पर लगाए गए आरोप सही साबित हुए। जिसके बाद सब इंस्पेक्टर महेंद्र शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत थाना कविनगर पर रविवार को एक मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मुकदमे की जांच की जा रही है और उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, 7 जून 2017 को कैला भट्टा निवासी खालिद ने अपने ससुरालवालों पर घर में घुसकर मारपीट करने, धमकी देने का एक मुकदमा दर्ज कराया था। इस केस में पुलिस कई बार पहले फाइनल रिपोर्ट लगा चुकी है। 10 जुलाई 2022 को जब पुलिस ने एफआर लगाई तो पीड़ित पक्ष ने कोर्ट में पेश होकर पुन: जांच का अनुरोध किया। कोर्ट के आदेश पर इस केस की पुन: जांच सब इंस्पेक्टर महेंद्र शर्मा कर रहे थे।