प्रीत विहार में कोचिंग सेंटर का बेसमेंट सील, दिल्ली की मेयर बोलीं- सभी अवैध संस्थानों पर करेंगे कार्रवाई

राजधानी के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल में हुए हादसे के बाद नगर निगम की कार्रवाई जारी है। ताजा मामले में दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने मंगलवार को प्रीत विहार में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट का निरीक्षण कर उसे सील कर दिया।

दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, "पूरी दिल्ली में ऐसे बहुत सारे कोचिंग संस्थान हैं जो बेसमेंट में अवैध तरीके से चल रहे हैं। हम ऐसे सभी कोचिंग संस्थान पर सख्त कार्रवाई करेंगे और अगर कोई अधिकारी इसमें दोषी पाया जाएगा, तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।"

उल्लेखनीय है कि इससे पहले सोमवार को छह कोचिंग सेंटर सील किए गए थे। इनमें करोल बाग जोन में पांच और मुखर्जी नगर के नेहरू विहार में एक कोचिंग सेंटर शामिल है।

कोचिंग सेंटरों का सुरक्षा ऑडिट करने की मांग

ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हुए जलभराव में डूबने से सिविल सेवा परीक्षा के तीन अभ्यर्थियों की मौत के मामले का संज्ञान लेने की मांग करते हुए एक अधिवक्ता ने दिल्ली हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है।

साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में संचालित ऐसे सभी संस्थानों और पुस्तकालयों का तत्काल सुरक्षा ऑडिट कराने का आदेश देने का भी आग्रह किया। अधिवक्ता सत्यम सिंह ने पत्र में लिखा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के नियमों का उल्लंघन कर अनगिनत कोचिंग सेंटर चल रहे हैं।

भाजपा दिल्लीवालों को परेशान कर रही: आप

ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर सोमवार को राज्यसभा में हुई चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भाजपा की केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने हादसे को लेकर भाजपा और एलजी को घेरा। सिंह ने कहा था कि अपने अधीन काम कर रहे दिल्ली के अफसरों के साथ मिलकर एलजी ने दिल्लीवालों का जीवन नर्क बना दिया है।

उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों की तबादला व नियुक्ति की पावर दिल्ली सरकार को दी थी, लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने वो भी छीनकर एलजी को दे दी है। उन्होंने कहा था कि हमारे मंत्री बैठकों में बार-बार नालों की सफाई कराने की बात कहते रहे, लेकिन अफसरों ने उनकी बात नहीं सुनी।

उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार ने हमारे हाथ-पैर बांधकर स्वीमिंग पूल में फेंक दिया और कह रही कि तैर कर नंबर वन आओ। उन्होंने कहा था कि भाजपा एमसीडी में 15 साल रही। इस दौरान उसने जो गुनाह किए हैं, यह दुखद घटना उसी की देन है।