सुप्रीम कोर्ट में आज कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले की सुनवाई होनी है. इस घटना के बाद लोग न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर लगातर प्रदर्शन कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: ही ही इस मामले का संज्ञान लिया था.
बंगाल के राज्यपाल ने राज्य सरकार से आरजी कर अस्पताल के मुद्दे पर कोलकाता पुलिस आयुक्त को हटाने की लोगों की मांग पर ध्यान देने को कहा है. इस घटना के विरोध में रविवार (8 सितंबर) को लोगों ने फिर से प्रदर्शन किया. नौ अगस्त को महिला जूनियर डॉक्टर का शव अस्पताल में मिला था.
केंद्र की मांग पर विचार कर सकता है कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ कर रही है. आज सुनवाई के दौरान SC सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट के अलावा केंद्र के आवेदन पर भी विचार कर सकता है. केंद्र ने पश्चिम बंगाल सरकार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को पूर्ण सहयोग देने का निर्देश देने की मांग की है.
केंद्र ने SC से अनुरोध किया है कि वह न्यायालय द्वारा पारित आदेश का 'जानबूझकर पालन न करने' के लिए पश्चिम बंगाल सरकार के दोषी अधिकारियों के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू करे.
जानें क्या हुआ पिछली सुनवाई में
इस मामले की पिछली सुनवाई 22 अगस्त को हुई थी. इस दौरान SC ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के संबंध में CBI और कोलकाता पुलिस द्वारा दायर स्टेटस रिपोर्ट को भी रिकॉर्ड में लेने को कहा था.
शत्रुघ्न सिन्हा ने किया डॉक्टरों की मांगों का समर्थन
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में रेप-मर्डर की घटना पर टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, "मैंने डॉक्टरों की मांगों का समर्थन किया है. सीएम ममता बनर्जी द्वारा लाया गया बिल (अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक) ऐतिहासिक है. इस मामले में किसी मुख्यमंत्री को दोष देना उचित नहीं होगा. जो मुद्दा है उसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए."