यूपी में आईएएस अधिकारियों के तबादले, दीक्षा जैन को मिली कानपुर सीडीओ की कमान

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर प्रदेश सरकार ने आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियों को तबादलों की लिस्ट जारी की गई। मुख्य विकास अधिकारी कानपुर नगर सुधीर कुमार को नगर आयुक्त कानपुर बनाया गया है।

करीब एक माह से केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल अतिरिक्त नगर आयुक्त का काम देख रहे थे। इसी तरह कानपुर विकास प्राधिरकरण (केडीए) में करीब तीन साल से सचिव के पद पर तैनात शत्रोहन वैश्य का तबादला कर दिया गया है। उन्हें मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) फिरोजाबाद बनाकर भेजा गया है। वहीं दीक्षा जैन सीडीओ फिरोजाबाद को कानपुर नगर का सीडीओ बनाया गया है

सिद्धार्थ को मिली एडीएम वित्त कानपुर की कमान

न्यू कानपुर सिटी योजना को धरातल पर उतारने में शत्रोहन वैश्य का काफी योगदान रहा है। उनके कार्यकाल में किसानों से बातकर के रजिस्ट्री शुरु करायी। अब तक 30 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री करायी जा चुकी है।

वहीं, एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार को रामपुर भेजा गया है। सिद्धार्थ को एडीएम वित्त एवं राजस्व कानपुर नगर बनाया गया है।


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सीएम योगी की मंत्र‍ियों के साथ बैठक खत्‍म, मंत्री स्‍वतंत्र देव स‍िंह ने बताया क‍ि बैठक में विकास परियोजनाओं बाढ़ की स्थिति के मुद्दे पर चर्चा हुई

उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक के बाद राज्य के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा क‍ि बैठक में विकास परियोजनाओं, बाढ़ की स्थिति आदि पर चर्चा की गई। उन्‍होंने कहा क‍ि सभी 10 सीटें जीतनी हैं, इसलिए (विधानसभा उपचुनाव) पर भी चर्चा की गई। बता दें, विधानसभा उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बैठक बुलाई थी, ज‍िसमें सभी 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के प्रभारी बनाए गए मंत्री शामिल हुए। हर सीट पर तीन-तीन मंत्रियों के अलावा संगठन से एक-एक पदाधिकारी की तैनाती की गई है।

इन सीटों पर होना है उपचुनाव

लोकसभा चुनाव में नौ विधायकों के सांसद बनने के बाद रिक्त हुई कटेहरी, मिल्कीपुर, करहल, फूलपुर, मझवां, गाजियाबाद, मीरापुर, कुंदरकी व खैर विधानसभा सीटों के अलावा कानपुर की सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होना है।

सीसामऊ की सीट सपा के विधायक इरफान सोलंकी को सात वर्ष की सजा होने के बाद रिक्त हो गई है। करहल, कुंदरकी, कटेहरी, मिल्कीपुर व सीसामऊ सीटों पर जहां सपा का कब्जा रहा है वहीं फूलपुर, खैर व गाजियाबाद सीट भाजपा की रही है। मीरापुर की सीट पर एनडीए के सहयोगी दल रालोद तथा मझवां की सीट पर निषाद पार्टी का विधायक रहा है।

सीएम योगी ने अपने हाथों में ली कमान

लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद विधानसभा सीटों के होने वाले उपचुनाव भाजपा के लिए काफी अहम हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने उपचुनाव की कमान स्वयं अपने हाथों में ले ली है।


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यूपी के स्कूलों में बदल गए हैं नियम, शिक्षकों का वेतन कटने तक की आई नौबत, हर महीने DIOS के पास जाएगी रिपोर्ट

राजकीय माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों ने अगर अब बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं की तो उनका वेतन कटेगा। अभी तक यह व्यवस्था लागू होने के बावजूद मनमाने ढंग से हाजिरी दर्ज की जा रही थी। उनका वेतन भी नहीं काटा जा रहा था लेकिन अब सख्ती की जाएगी। उनका वेतन बायोमीट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही बनाया जाएगा। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के आनलाइन उपस्थिति के बहिष्कार के बीच अब माध्यमिक स्कूलों में सख्ती शुरू कर दी गई है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव की ओर से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकाें (डीआइओएस) को निर्देश दिए गए हैं कि वह शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन अब बायोमीट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही बनाएं। प्रधानाचार्य हर महीने बायोमीट्रिक उपस्थिति का ब्योरा डीआइओएस कार्यालय भेजेंगे और उसी आधार पर वेतन बनेगा। जितने दिन की उपस्थिति नहीं होगी उतने दिन का वेतन काट दिया जाएगा।

18 अगस्त वर्ष 2022 को यह व्यवस्था राजकीय माध्यमिक स्कूलों में लागू की गई थी लेकिन शिक्षक व कर्मचारी इस आदेश का मनमाने ढंग से पालन कर रहे हैं। तमाम विद्यालयों में तो बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करने के लिए लगाई गई मशीन भी खराब है। फिलहाल अब उन्हें इस व्यवस्था का पालन करना ही होगा। उधर दूसरी ओर परिषदीय स्कूलों में बीते आठ जुलाई से यह व्यवस्था लागू की गई है लेकिन शिक्षक इसका लगातार बहिष्कार कर रहे हैं।

छह लाख परिषदीय शिक्षकों में से मात्र 588 ने लगाई उपस्थिति

परिषदीय स्कूलों में शिक्षक आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का खुलकर विरोध कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से उन्हें उपस्थिति दर्ज कने के लिए आधा घंटे की छूट और तकनीकी गड़बड़ी होने पर स्कूल समय में कभी भी हाजिरी लगाने की सहूलियत दिए जाने के बावजूद वह विरोध कर रहे हैं। शनिवार को छह लाख शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों में से केवल 588 ने ही आनलाइन उपस्थिति दर्ज की।

उधर, फतेहपुर से सपा सांसद नरेश चंद्र उत्तम पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को 25 अर्द्ध आकस्मिक अवकाश, 18 आकस्मिक अवकाश, 30 अर्जित अवकाश और 15 वर्ष में प्रोन्नति की सुविधा देने की मांग की है। उनका कहना है कि शिक्षकों के साथ अन्याय न किया जाए

राजकीय माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों ने अगर अब बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं की तो उनका वेतन कटेगा। अभी तक यह व्यवस्था लागू होने के बावजूद मनमाने ढंग से हाजिरी दर्ज की जा रही थी। उनका वेतन भी नहीं काटा जा रहा था लेकिन अब सख्ती की जाएगी। उनका वेतन बायोमीट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही बनाया जाएगा। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के आनलाइन उपस्थिति के बहिष्कार के बीच अब माध्यमिक स्कूलों में सख्ती शुरू कर दी गई है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव की ओर से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकाें (डीआइओएस) को निर्देश दिए गए हैं कि वह शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन अब बायोमीट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही बनाएं। प्रधानाचार्य हर महीने बायोमीट्रिक उपस्थिति का ब्योरा डीआइओएस कार्यालय भेजेंगे और उसी आधार पर वेतन बनेगा। जितने दिन की उपस्थिति नहीं होगी उतने दिन का वेतन काट दिया जाएगा।

18 अगस्त वर्ष 2022 को यह व्यवस्था राजकीय माध्यमिक स्कूलों में लागू की गई थी लेकिन शिक्षक व कर्मचारी इस आदेश का मनमाने ढंग से पालन कर रहे हैं। तमाम विद्यालयों में तो बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करने के लिए लगाई गई मशीन भी खराब है। फिलहाल अब उन्हें इस व्यवस्था का पालन करना ही होगा। उधर दूसरी ओर परिषदीय स्कूलों में बीते आठ जुलाई से यह व्यवस्था लागू की गई है लेकिन शिक्षक इसका लगातार बहिष्कार कर रहे हैं।

छह लाख परिषदीय शिक्षकों में से मात्र 588 ने लगाई उपस्थिति

परिषदीय स्कूलों में शिक्षक आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का खुलकर विरोध कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से उन्हें उपस्थिति दर्ज कने के लिए आधा घंटे की छूट और तकनीकी गड़बड़ी होने पर स्कूल समय में कभी भी हाजिरी लगाने की सहूलियत दिए जाने के बावजूद वह विरोध कर रहे हैं। शनिवार को छह लाख शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों में से केवल 588 ने ही आनलाइन उपस्थिति दर्ज की।

उधर, फतेहपुर से सपा सांसद नरेश चंद्र उत्तम पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को 25 अर्द्ध आकस्मिक अवकाश, 18 आकस्मिक अवकाश, 30 अर्जित अवकाश और 15 वर्ष में प्रोन्नति की सुविधा देने की मांग की है। उनका कहना है कि शिक्षकों के साथ अन्याय न किया जाए


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नोएडा में घर बनाना हुआ महंगा, आवासीय से लेकर ग्रुप हाउसिंग सोसायटी तक के भूखंडों के इतने बढ़ गए दाम

नोएडा में आवासीय, औद्योगिक, ग्रुप हाउसिंग और संस्थागत संपत्तियों की आवंटन दरों में 6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। संस्थागत उपयोग के अंतर्गत कॉर्पोरेट ऑफिस और व्यावसायिक संपत्तियों की दरों में बढ़ोतरी नहीं हुई है।

यह निर्णय शुक्रवार को लखनऊ में हुई नोएडा प्राधिकरण की 214 वीं बोर्ड बैठक में लिया गया। लखनऊ स्थित पिकअप भवन में आयोजित बोर्ड बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एवं नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह ने की।

इसमें नोएडा प्राधिकरण सीईओ डा लोकेश एम, ग्रेनो प्राधिकरण सीईओ रवि कुमार एनजी, यमुना प्राधिकरण सीईओ अरूणवीर सिंह समेत बोर्ड के अन्य सदस्य शामिल रहे।

नोएडा प्राधिकरण सीईओ डा लोकेश एम ने बताया कि आवासीय भूखंड की श्रेणी ए, बी औ सी में करीब 17500 वर्ग मीटर जमीन के तहत करीब 50 भूखंड खाली पड़े हुए हैं। अब नए रेट लागू होने पर इन भूखंडों को प्राधिकरण बेचेगा। औद्योगिक व संस्थागत संपत्तियों के हिसाब से शहर को तीन वर्गों में बांटा हुआ है।

आवासीय दरों में 6 प्रतिशत का इजाफा

जहां तक आवासीय भूखंडों का सवाल है, शहर को ए प्लस से ई तक छह श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जबकि ए प्लस (सेक्टर 14 ए, 15 ए, और 44 ए और बी) में भूमि आवंटन दर सबसे अधिक है और ई में सबसे कम है

प्राधिकरण ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ए प्लस से ई श्रेणी के सेक्टर के लिए प्रचलित दरों में 6 प्रतिश की वृद्धि की है। हालांकि श्रेणी ए प्लस आवासीय भूखंडों की दर 1.75 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर पर ही रहेगी।

ए श्रेणी के सेक्टरों (14, 17, 19, 30, 35, 36, 39, 44, 47, 50, 51, 52, 93, 93ए और 93बी) में भूखंडों की दर 1.18 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से बढ़ा दी गई है। 1.25 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर। बी, सी, डी और ई के लिए दरें 82,420 रुपये से 45,380 रुपये से बढ़ाकर 87,370 रुपये से 48,110 रुपये तक कर दी गई हैं।

आवासीय भूखंडों के लिए प्राधिकरण ने पाया कि ई-नीलामी में बोलियां अधिकतर रिजर्व प्राइज से 30 प्रतिश अधिक होती हैं। जिसमें उपलब्ध भूखंड की तुलना में आवेदनों की संख्या काफी अधिक होती है।

6 प्रतिशत बढ़ोतरी के बाद ग्रुप हाउसिंग की दर

ग्रुप हाउसिंग संपत्तियों को भी ई-नीलामी के माध्यम से आवंटित किया जाता है, जिसमें भूखंड के स्थान और बाजार मूल्य के आधार पर आवंटन की बोली लगाई जाती है। इस उद्देश्य के लिए, शहर को पांच में वर्गों में वर्गीकृत किया गया है- ए से ई तक।

जबकि प्रचलित दरें 1.03 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से 65,250 प्रति वर्गमीटर तक हैं, उन्हें बढ़ाकर 1.09 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से 69,170 रुपये प्रति वर्गमीटर कर दिया गया है।

वर्ग मीटर श्रमिक कुंज और ईडब्ल्यूएस आवासीय भवनों की दरें 10,140 रुपये प्रति वर्गमीटर पर अपरिवर्तित रहेंगी।

फेस वन, फेज टू और फेस तीन के अलावा आईटी-आईटीईएस एवं डाटा सेंटर उपयोग की परिसंपत्तियों की आवंटन दरों में भी 6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है।

बीते सालों में व्यावसायिक संपत्तियों के बेहद कम खरीदार आए हैं। इसको देखते हुए इस संपत्ति की आवंटन दरें यथावत रखी गई हैं।

औद्योगिक भूखंड की दर में इजाफा

औद्योगिक भूखंड आवंटन के लिए शहर को तीन फेज में बांटा गया है। फेज-1 में सेक्टर 1 से 11, 16 और 16 ए आते हैं। दूसरे फेज में सेक्टर- 80, 140, 150 और 160 के दशक के औद्योगिक क्षेत्र आते हैं, जबकि तीसरे फेज में कई सेक्टर है।

यहां मौजूदा दरें अधिकतम 44,800 रुपये और न्यूनतम 16,020 रुपये प्रति वर्गमीटर से बढ़कर अधिकतम 47,490 रुपये और न्यूनतम 16,990 रुपये प्रति वर्गमीटर हो गई हैं।


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यूपी में 10 आईपीएस के तबादले, 6 जिलों के पुलिस कप्तान बदले

शासन ने एक बार फिर से यूपी में 10 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। एटा से पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात राजेश कुमार सिंह को पुलिस उपायुक्त, पुलिस कमिश्नेट कानपुर नगर बनाया गया है। वहीं एटा पुलिस अधीक्षक के पद पर श्याम नारायण सिंह को बनाया गया है। 

गौरव बंशवाल, पुलिस अधीक्षक, प्रशिक्षण एवं सुरक्षा लखनउ को वाराणसी में पुलिस उपायुक्त बनाया गया है। शामली के एसपी अभिषेक का तबादला एसपी बिजनौर के पद पर किया गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक बिजनौर के पद पर तैनात नीरज कुमार जादौन को हरदाेई का एसपी बनाया गया है।

जालौन से गाजीपुर भेजे ईराज राजा

ईराज राजा जो पुलिस अधीक्षक जालाैन थे, उनका तबादला गाजीपुर के लिए किया गया है। रामसेवक गौतम, पुलिस उपायुक्त, पुलिस कमिश्नेट कानपुर नगर से शामली के पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजे गए हैं।

जालौन के एसपी बने दुर्गेश कुमार

केशव चंद गोस्वामी का तबादला पुलिस अधीक्षक, अभिसूचना मुख्यालय, लखनऊ के लिए किया गया है। गाजीपुर के एसपी डॉक्टर ओमवीर सिंह, पुलिस उपायुक्त, पुलिस कमिश्नेट, लखनऊ बनाए गए हैं। दुर्गेश कुमार को जालौन का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।


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121 लोगों की मौत के 8 द‍िन बाद योगी सरकार का बड़ा एक्‍शन

हाथरस में सत्‍संग के बाद हुई भगदड़ के मामले में योगी सरकार ने बड़ा एक्‍शन ले लिया है. इस हादसे की एसआईटी रिपोर्ट सामने आने के बाद शासन ने सिकंदरामऊ एसडीएम, सीओ व तहसीलदार सहित 6 अधिकारी सस्‍पेंड कर दिए हैं. रिपोर्ट में खास तौर पर कहा गया है कि स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया. वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी समुचित जानकारी नहीं दी गई.

SIT की रिपोर्ट में हाथरस हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजक को मुख्य जिम्मेदार तो बताया ही गया है, साथ ही स्थानीय प्रशासन की भी जवाबदेही तय की गई है. जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर योगी सरकार ने यह कार्रवाई की है. दो सदस्यीय जांच समिति द्वारा तैयार जांच रिपोर्ट में मुख्‍य तौर पर यह भी कहा गया है कि इस घटना में साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है और इसमें गहन जांच की जरूरत है.

जांच समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट में खास तौर पर कहा गया है कि ‘एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है. जांच समिति ने अब तक हुई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत है.’

आगे कहा गया है कि जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है. स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज द्वारा अपने दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के जिम्मेदार हैं. उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किए आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया.

जांच कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि उक्त अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया. एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है. इसके बाद उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकन्दराराऊ, थानाध्यक्ष सिकन्दराराऊ, तहसीलदार सिकन्दराराऊ, चौकी इन्चार्ज कचौरा एवं चौकी इन्चार्ज पोरा को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है.



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चीन और रूस की उड़ गई नींद... दुनिया के सबसे खतरनाक 'बमवर्षक' की पहली उड़ान कामयाब

दुनिया का सबसे आधुनिक, खतरनाक और चुपचाप हमला करने वाला स्टेल्थ बॉम्बर बी-21 रेडर ने बुधवार को उड़ान भरी। संयुक्त राज्य वायु सेना ने परमाणु म बमवर्षक, बी-21 रेडर की पहली उड़ान के दौरान ली गई तस्वीरें अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स पर जारी कीं। 

बी-1 और बी-2 बमवर्षकों की लेगा जगह

बी-21 रेडर की फ्लाइट टेस्टिंग कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयर फोर्स बेस पर शुरू हुआ। तस्वीरें जारी कर वायु सेना ने एक बयान में कहा, 'अमेरिकी वायुसेना के बमवर्षक बेड़े की रीढ़ बनने की दिशा में प्रगति जारी है।' वायु सेना के अधिग्रहण मामलों के सहायक सचिव एंड्रयू हंटर के हवाले से फॉक्स न्यूज ने बताया कि विमान रिलिज होने के मामले में ऑन-ट्रैक पर है। बता दें कि यह विमान बी-1 और बी-2 बमवर्षकों की जगह लेगा। 

कितना सक्षम है ये विमान?

हाल ही में जारी की गई तस्वीरों में बमवर्षक विमान को बादलों के ऊपर उड़ते हुए देखा जा सकता है, जबकि एक अन्य तस्वीर में विमान को रनवे के ठीक ऊपर देखा गया। उच्च तकनीक वाला यह स्टेल्थ बमवर्षक विमान परमाणु बम और पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम है। साथ ही इसे चालक दल के बिना भी उड़ान भरने के लिए डिजाइन किया गया है।

दुश्मनों पर रखेगा पैनी नजर

F-22 और F-35 युद्धक विमानों की तरह, B-21 में भी स्टेल्थ तकनीक होगी, जो विमान के शेप और उसमें इस्तेमाल की गई सामग्री के जरिए उसके एरिया को कम कर देती है, जिससे दुश्मनों के लिए उसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है।

100 नए बमवर्षक विमान बनाने की उम्मीद

यूएसएएफ ने एक बयान में बताया कि बी-21 लंबी दूरी का, अत्यधिक टिकाऊ, भेदने वाला स्ट्राइक स्टेल्थ बॉम्बर है जो धीरे-धीरे बी-1 और बी-2 बॉम्बर्स की जगह लेगा और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों को पूरा करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा। इसे ओपन सिस्टम आर्किटेक्चर के साथ डिजाइन किया गया है। 

बी-21 को दक्षिण डकोटा के एल्सवर्थ एयर फोर्स बेस में सेवा में शामिल किए जाने की उम्मीद है, जिसे नए विमान के लिए पहला मुख्य परिचालन बेस बनाने की योजना है। वायु सेना ने पहले बताया था कि उसे अंततः कम से कम 100 नए बमवर्षक विमान मिलने की उम्मीद है।


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अहमदाबाद में पीएम ने डाला वोट, बच्ची को खिलाया, बुजुर्ग महिला ने बांधी राखी

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में गुजरात की सूरत छोड़ बाकी सभी 25 सीटों पर वोटिंग हो रही है। सूरत सीट पर भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल पहले ही निर्विरोध चुनाव जीते गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में अपना वोट डाला। इस दौरान पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।

पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के गांधीनगर में राजभवन से मतदान करने सीधे अहमदाबाद के निशान हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे। यहां गृह मंत्री मोदी ने पीएम मोदी का स्वागत किया। इसके बाद मोदी ने पोलिंग बूथ में जाकर मतदान किया। गांधीनगर लोकसभा सीट से अमित शाह दूसरी बार चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं।

मतदान करने के बाद पीएम मोदी ने लोगों को अभिवादन किया। अपनी अंगुली पर लगी स्‍याही भी दिखाई। इसके बाद पीएम मोदी ने लोगों से वोट डालने की अपील की। मोदी ने कहा, ''मैं हमेशा यहीं पर वोट डालता हूं। अमित भाई यहां से भाजपा प्रत्‍याशी हैं, चुनाव लड़ रहे हैं। हमारे देश में दान का खास महत्‍व है और इसी भावना से देशवासियों को ज्‍यादा से ज्‍यादा मतदान करना चाहिए। गर्मी है  तो अपने स्वास्थ्य का ख्‍याल रखिए। खूब पानी पिएं।''

बुजुर्ग महिला ने मोदी को राखी बांधी

वोट डालने के बाद जब पीएम मोदी वहां मौजूद लोगों का अभिवादन कर रहे थे। तभी एक बुजुर्ग महिला आगे आई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कलाई पर राखी बांधी।

पीएम मोदी ने बच्चे को गोद में लिया

पीएम मोदी बूथ पर मौजूद से बातचीत कर रहे थे तो एक महिला अपने बच्चे को गोद में लिए खड़ी थी। मोदी ने बच्चे को गोद में लिया, दुलार किया।

बच्ची बोली- मैं बहुत खुश हूं

पीएम मोदी को उनका स्केच भेंट करने वाले देवर्ष पंड्या ने कहा, ''मैंने पीएम मोदी से पूछा कि ड्राइंग कैसी है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी है। मैंने इसे पिछली रात बनाई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर हस्ताक्षर भी किए हैं।' पीएम को स्केच भेंट करने वाली एक अन्य लड़की ने कहा, ''मैंने इसे खुद बनाया है। पीएम मोदी ने मेरा स्केच देखा, पेन मांगा और मुझे ऑटोग्राफ दिया। मैं बहुत खुश हूं।''

शब्दों में बयां नहीं कर सकती

सिया पटेल ने भी पीएम मोदी को उनकी तस्वीर भेंट की। सिया पटेल ने इस पल का अनुभव साझा किया। वह कहती हैं, ''मैंने प्रधानमंत्री मोदी से ऑटोग्राफ मांगा। मैं इस दिन का इंतजार कर रही थी। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती। उन्होंने बस मुझे ऑटोग्राफ दे दिया। जब से मैंने पोर्ट्रेट बनाया है तब से मैं इस दिन का इंतजार कर रही थी। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती। यह एक शानदार अनुभव था।''


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Ghaziabad की साया गोल्ड सोसायटी में दूषित पानी पीने से 200 से ज्यादा लोग बीमार

इंदिरापुरम की साया गोल्ड सोसायटी में दूषित पानी पीने से 200 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं। लोगों का कहना है कि पानी में कई दिन से सीवर का पानी मिलकर आ रहा था, जिसे लोग पी रहे थे।

पानी पीने से 100 से ज्यादा बच्चे और बड़े कुल मिलाकर 200 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं। सोसायटी में इतने ज्यादा लोगों के बीमार होने से सोसायटी के लोगों में आक्रोश है।

शुरुआत में नहीं पता चली बीमारी की वजह

शुरुआत में लोगों को पता नहीं चला कि आखिर लोग बीमार क्यों हो रहे हैं, लेकिन बाद में जब जानकारी की गई तो पता चला कि दूषित पानी पीने से सोसायटी में 200 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं।

लोग इसके विरोध में सोसायटी में शुक्रवार को हंगामा कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम सोसायटी में पहुंची है। काफी संख्या में लोग दवा ले रहे हैं।

लोगों ने बताया कि बच्चों को उल्टी-दस्त, पेट में दर्द सहित अन्य दिक्कत हो रही है। सोसाइटी में 1500 से ज्यादा फ्लैट हैं। बिल्डर इसका मेंटेनेंस देखता है।


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उत्तर प्रदेश में 28 सांसद जीत की हैट्रिक के लिए मैदान में

इस लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के 28 सांसद जीत की तिकड़ी लगाने के इरादे से चुनावी संग्राम में उतरे हैं। इन सांसदों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय, केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी, संजीव बालियान, भानु प्रताप सिंह वर्मा, कौशल किशोर व अनुप्रिया पटेल भी शामिल हैं। इनमें से अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को छोड़ बाकी 27 सांसद भाजपा के हैं।

ये चौथी जीत के लिए मैदान में

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यूं तो लखनऊ सीट से जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में हैं, लेकिन उनकी निगाहें लगातार चौथी जीत हासिल करने पर टिकी हुई है। राजनाथ ने वर्ष 2009 का चुनाव गाजियाबाद सीट से जीता था। इसके बाद उन्होंने लखनऊ से 2014 व 2019 का चुनाव जीतकर संसद में लखनऊ का प्रतिनिधित्व किया।

बासगांव के भाजपा सांसद कमलेश पासवान भी पिछले तीन लोकसभा चुनाव लगातार जीत चुके हैं और अब चौथी बार विजय प्राप्त करने के लिए जोर लगा रहे हैं। इसी कड़ी में जगदंबिका पाल भी आते हैं। बतौर भाजपा प्रत्याशी डुमरियागंज सीट पर तो वह हैट्रिक लगाने के इरादे के साथ उतरे हैं। इससे पहले 2009 में कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर जीत चुके हैं।

दो बार हैट्रिक लगा चुकी हैं मेनका

सांसद मेनका गांधी अपने संसदीय सफर में चुनावी जीत की दो हैट्रिक लगा चुकी हैं। वर्ष 1996, 1998 व 1999 में पीलीभीत सीट से चुनाव जीतकर उन्होंने पहली हैट्रिक लगाई थी। 1998 में वह जनता दल के टिकट पर तो 1998 व 1999 में निर्दलीय प्रत्याशी की हैसियत से चुनाव लड़ी थीं। वहीं बतौर भाजपा प्रत्याशी 2004, 2009 व 2014 के तीन लोकसभा चुनाव लगातार जीतकर उन्होंने दूसरी बार तिकड़ी लगाई।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी भी दूसरी हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में वर्ष 1991,1996 व 1998 के लोकसभा चुनाव महराजगंज सीट से जीते थे। इसके बाद चौधरी ने 2004 में भगवा परचम लहराया। 2014 व 2019 में इसी सीट को फिर जीते।


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