सुबह 11 बजे तक सबसे ज्यादा इस राज्य में मतदान

लोकसभा के दूसरे चरण का मतदान आज 26 अप्रैल को हो रहा है। इस चरण में 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर 1200 से ज्यादा प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आज दूसरे चरण में ही केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर वोटिंग है।

किन किन राज्यों में मतदान?

दूसरे चरण में आज जिन राज्यों में मतदान हैं, उनमें असम में 5 सीटों पर वोटिंग है। बिहार में 5 सीटों पर मतदान है। वहीं छत्तीसगढ़ (03), जम्मू एवं कश्मीर (01), कर्नाटक (14), केरल (20), मध्य प्रदेश (06), महाराष्ट्र (08), राजस्थान (13), त्रिपुरा (01), उत्तर प्रदेश (08) और पश्चिम बंगाल में 03 सीटों पर वोटिंग होगी।

इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर

आजदूसरे चरण के मतदान में कई दिग्गजों की राजनीतिक किस्मत दांव पर है। इनमें राहुल गांधी (कांग्रेस)- वायनाड, शशि थरूर (कांग्रेस) - तिरुवनंतपुरम, एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस)- मांड्या, हेमा मालिनी (बीजेपी)- मथुरा,अरुण गोविल (बीजेपी)-मेरठ, ओम बिरला (भाजपा) -कोटा, भूपेश बघेल (कांग्रेस)-राजनांदगांव जैसे दिग्गज शामिल हैं।

दूसरे चरण की वोटिंग के पल-पल की अपडेट जानने के लिए बने रहिए जागरण डॉट कॉम के साथ।


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बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग खारिज

देश में चुनाव इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) से ही होंगे, बैलेट पेपर से नहीं। इसके अलावा EVM से VVPAT स्लिप की 100% क्रॉस-चेकिंग भी नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को इन मामलों से जुड़ी सभी याचिकाएं खारिज कर दीं।

जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता ने कहा कि सिस्टम में दखल से बेवजह शक पैदा होगा। हमने प्रोटोकॉल, तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की है। हमने 2 निर्देश दिए थे। पहला- सिंबल लोडिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सिंबल लोडिंग यूनिट को सील कर दिया जाए। सिंबल लोडिंग यूनिट को 45 दिन तक स्टोर रखा जाए।

दूसरा- उम्मीदवारों के अपील पर रिजल्ट के बाद इंजीनियरों की एक टीम माइक्रोकंट्रोलर EVM में बर्न मेमोरी की जांच करेगी। यह काम रिजल्ट घोषित होने के 7 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए।इसका खर्च कैंडिडेट को उठाना होगा। अगर जांच में पता चलता है कि EVM से छेड़छाड़ की गई है तो जो खर्च कैंडिडेट ने किया है, उसे री-फंड कर दिया जाएगा।

इससे पहले 24 अप्रैल को 40 मिनट की सुनवाई के बाद बेंच ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा था कि हम मेरिट पर दोबारा सुनवाई नहीं कर रहे हैं। हम कुछ निश्चित स्पष्टीकरण चाहते हैं। हमारे कुछ सवाल थे और हमें जवाब मिल गए हैं। फैसला सुरक्षित रख रहे हैं।

अगस्त 2023 में लगाई गई थी याचिका

VVPAT पर्चियों की 100% वेरिफिकेशन को लेकर एक्टिविस्ट अरुण कुमार अग्रवाल ने अगस्त 2023 में याचिका लगाई गई थी। याचिका में कहा गया कि वोटर्स को VVPAT की पर्ची फिजिकली वेरिफाई करने का मौका दिया जाना चाहिए। वोटर्स को खुद बैलट बॉक्स में पर्ची डालने की सुविधा मिलनी चाहिए। इससे चुनाव में गड़बड़ी की आशंका खत्म हो जाएगी।

इस केस में याचिकाकर्ताओं की तरफ से एडवोकेट प्रशांत भूषण, गोपाल शंकरनारायण और संजय हेगड़े पैरवी कर रहे हैं। प्रशांत एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की तरफ से हैं। वहीं, चुनाव आयोग की ओर से अब तक एडवोकेट मनिंदर सिंह, अफसरों और केंद्र सरकार की ओर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता मौजूद रहे हैं।

पिछली सुनवाई में कोर्ट ने EC से पूछा था- क्या वोटर्स को VVPAT पर्ची नहीं दी जा सकती

इससे पहले 18 अप्रैल को जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने 5 घंटे वकीलों और चुनाव आयोग की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने चुनाव आयोग से पूछा था कि क्या वोटिंग के बाद वोटर्स को VVPAT से निकली पर्ची नहीं दी जा सकती है।

इस पर चुनाव आयोग ने कहा था वोटर्स को VVPAT स्लिप देने में बहुत बड़ा रिस्क है। इससे वोट की गोपनीयता से समझौता होगा और बूथ के बाहर इसका दुरुपयोग किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल दूसरे लोग कैसे कर सकते हैं, हम नहीं कह सकते।

कोर्ट ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए अपनाए गए कदमों के बारे में चुनाव आयोग के वकील से EVM और VVPAT की पूरी प्रक्रिया समझी। साथ ही कहा कि चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता कायम रहनी चाहिए। शक नहीं होना चाहिए कि ये होना चाहिए था और हुआ नहीं। इसके बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया।

16 अप्रैल की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने भूषण से कहा था- जर्मनी के एग्जाम्पल यहां नहीं चलते

16 अप्रैल को हुई सुनवाई में एडवोकेट प्रशांत भूषण ने दलील दी कि VVPAT की स्लिप बैलट बॉक्स में डाली जाएं। जर्मनी में ऐसा ही होता है। इस पर जस्टिस दीपांकर दत्ता ने कहा कि वहां के एग्जाम्पल हमारे यहां नहीं चलते। इसके अलावा कोर्ट ने चुनाव आयोग से EVM के बनने से लेकर भंडारण और डेटा से छेड़छाड़ की आशंका तक हर चीज के बारे में बताने को कहा था।

अभी 5 EVM के वोटों का ही VVPAT पर्चियों से मिलान

फिलहाल किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में 5 EVM के वोटों का ही VVPAT पर्चियों से मिलान होता है। याचिका में कहा गया कि चुनाव आयोग ने लगभग 24 लाख VVPAT खरीदने के लिए 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं, लेकिन केवल 20,000 VVPAT की पर्चियों का ही वोटों से वेरिफिकेशन किया जा रहा है।

भारत में VVPAT मशीन का इस्तेमाल पहली बार 2014 के आम चुनावों में किया गया था। इसे इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (BEL) ने बनाया है।

पहले भी सुप्रीम कोर्ट में कई बार उठा है मुद्दा

2019 के लोकसभा चुनावों से पहले, 21 विपक्षी दलों के नेताओं ने भी सभी EVM में से कम से कम 50 प्रतिशत VVPAT मशीनों की पर्चियों से वोटों के मिलान करने की मांग की थी। उस समय, चुनाव आयोग हर निर्वाचन क्षेत्र में सिर्फ एक EVM का VVPAT मशीन से मिलान करता था। 8 अप्रैल, 2019 को मिलान के लिए EVM की संख्या 1 से बढ़ाकर 5 कर दी थी।

इसके बाद मई 2019 कुछ टेक्नोक्रेट्स ने सभी EVM के VVPAT से वेरिफाई करने की मांग की याचिका लगाई थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

इसके अलावा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने भी जुलाई 2023 में वोटों के मिलान की याचिका लगाई थी। इसे खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- कभी-कभी हम चुनाव निष्पक्षता पर ज्यादा ही संदेह करने लगते हैं।


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Kannauj से Akhilesh Yadav ने किया नामांकन

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा भर दिया है. उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के सुब्रत पाठक से होगा. अखिलेश यादव के इस सीट पर उतरने से मुकाबला कड़ा हो गया है.  

सपा अध्यक्ष ने जब कन्नौज से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया तो उनके साथ चाचा रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे. अखिलेश यादव के आने से अब ये सीट हाई प्रोफाइल बन गई हैं. जिसके बाद यहां से बीजेपी की जीत उतनी आसान नहीं रही है.  वहीं दूसरी तरफ बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. 

नामांकन करने से पहले अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी दो तस्वीरें शेयर भी की. यह तस्वीर उस वक्त की है जब अखिलेश ने पहली बार नामांकन किया था.  इन तस्वीरों के शेयर करते हुए अखिलेश ने लिखा, 'फिर इतिहास दोहराया जाएगा, अब नया भविष्य बनाया जाएगा.' 

अखिलेश के नामांकन से पहले बीजेपी प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने इस चुनाव को भारत बनाम पाकिस्तान का मैच बताया. सुब्रत पाठक का कहना है कि जब तेज प्रताप को उम्मीदवार बनाया गया था तब ये मुकाबला एकतरफा था लेकिन अब बराबर की टक्कर होगी. उन्होंने कहा कि अगर तेज प्रताप के साथ मैच होता तो भारत बनाम नेपाल के क्रिकेट मैच जैसा होता अब मैच भारत बनाम पाकिस्तान जैसा होगा

सुब्रत पाठक ने कहा कि रामगोपाल यादव की पार्टी लूट और आतंकवाद को बदावा देती है. इनकी सोच पाकिस्तानी है. यह लडाई कन्नौज और बाहरी की है. मैं कन्नौज का हूं. वहीं दूसरी तरफ सपा नेता शिवपाल यादव ने दावा किया कि अखिलेश यादव बड़े अंतर से इस चुनाव को जीतेंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश और डिंपल यहां से पहले भी चुनाव जीत चुके हैं. 

कन्नौज लोकसभा सीट सपा का गढ़ रही है. लेकिन 2019  में सुब्रत पाठक ने इस सीट से डिपंल यादव को चुनाव हरा दिया था. जिसके बाद बीजेपी ने इस बार भी उन्हें ही मैदान में उतारा है. इस सीट पर एमवाई समीकरण अहम भूमिका निभाता है. 


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राहुल के भाषणों पर चुनाव ने नोटिस जारी किया

चुनाव आयोग ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषणों पर नोटिस जारी किया है। आयोग ने भाजपा और कांग्रेस अध्यक्ष से 29 अप्रैल तक जवाब मांगा है।

BJP और कांग्रेस दोनों पार्टियों पर धर्म, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन पैदा करने का आरोप है।

उधर, लोकसभा चुनाव 2024 के बीच बिहार के पूर्व डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि हमें खबर मिली है कि नड्डा नोटों से भरे पांच बैग बिहार लाए हैं। जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं, वहां बांट रहे हैं।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके ये आरोप सत्य हैं। चाहें तो चेक करवा लें। दरअसल, नड्डा ने बुधवार को बिहार के भागलपुर, खगड़िया और झंझारपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया था।

अखिलेश यादव ने यूपी के कन्नौज से नामांकन दाखिल किया 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी के कन्नौज से गुरुवार को नामांकन दाखिल कर दिया। अखिलेश के साथ रामगोपाल और शिवपाल नजर आए। लेकिन तेज प्रताप नजर नहीं आए।

नामांकन से पहले अखिलेश ने कन्नौज से नामांकन की 24 साल पुरानी तस्वीर शेयर की। लिखा-फिर इतिहास दोहराया जाएगा, अब नया भविष्य बनाया जाएगा। इस पोस्ट पर शिवपाल ने लिखा-विजय भव: सर्वदा। अखिलेश ने कन्नौज सीट पर पहले भतीजे तेज प्रताप को टिकट दिया था। स्थानीय नेताओं का विरोध देखते हुए उन्होंने फिर खुद चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। 

पूर्णिया से RJD प्रत्याशी बीमा भारती के PA के पास मिले 10 लाख कैश, चुनाव में इस्तेमाल का शक

बिहार के पूर्णिया से RJD प्रत्याशी बीमा भारती के दो PAs को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों के पास से 10 लाख रुपए कैश मिला है। पुलिस को शक है कि इन पैसों का इस्तेमाल चुनाव में होने वाला था। फिलहाल पैसों के सोर्स का पता लगाया जा रहा है।

पुलिस बीमा भारती के PA अरविंद जायसवाल और महावीर मंडल को लेकर रूपौली थाने में लेकर आई है। यहां पर दोनों से पूछताछ की जा रही है।

बीमा भारती रूपौली से JDU की विधायक रही हैं। चुनाव के ऐनवक्त पर JDU छोड़कर RJD में शामिल हुई थीं। लालू यादव ने उन्हें पूर्णिया लोकसभा सीट से टिकट दिया है।

MP में मोदी बोले- कांग्रेस ने सैनिकों के हाथ बांध रखे थे, हमने सैनिकों के हाथ खोल दिए, एक गोली आए तो 10 चलनी चाहिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश में कहा कि कांग्रेस पार्टी विकास विरोधी समस्या है। मुरैना के लोग जानते हैं समस्या से एक बार पीछा छूट जाए तो उसे दूर ही रहना चाहिए। मोदी ने कहा जवानों को हमने खुली छूट दी है। हमने कहा एक गोली चलती है तो 10 गोली चलनी चाहिए। एक गोला चलता है तो 10 तोपें चलनीं चाहिए।

तेजस्वी का दावा- बिहार में नड्डा नोटों से भरे बैग लाए, जहां चुनाव हो रहे, वहां बांट रहे

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि हमें खबर मिली है कि नड्डा नोटों से भरे पांच बैग बिहार लाए हैं। जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं, वहां बांट रहे हैं।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके ये आरोप सत्य हैं। चाहें तो चेक करवा लें।

दरअसल, नड्डा ने बुधवार को बिहार के भागलपुर, खगड़िया और झंझारपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया था।

यूट्यूबर मनीष कश्यप आज BJP में होंगे शामिल, चुनाव नहीं लड़ेंगे

बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। इससे पहले उन्होंने ऐलान किया था कि वो पश्चिमी चंपारण सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, अब उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।

वे साल 2020 में वो बिहार की चनपटिया विधानसभा सीट से भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके थे। इसमें उनकी हार हुई थी।

13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग कल, 2019 में इनमें भाजपा 50, कांग्रेस 21 सीटें जीती थी

2024 लोकसभा चुनाव के सेकेंड फेज में शुक्रवार (26 अप्रैल) को 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88 सीटों पर वोटिंग होगी।

पहले इस फेज में 89 सीटों पर वोटिंग होनी थी, लेकिन मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर बसपा प्रत्याशी के निधन के बाद इस सीट पर अब 7 मई को चुनाव होंगे।2019 में इन सीटों पर सबसे ज्यादा भाजपा को 50 और NDA के सहयोगी दलों ने 8 सीटें जीती थीं। कांग्रेस के खाते में 21 सीटें गईं थीं। अन्य को 9 सीटें मिली थीं।

चुनाव आयोग के मुताबिक, इलेक्शन के दूसरे फेज में 1,198 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 1,097 पुरुष और 100 महिला उम्मीदवार हैं। एक प्रत्याशी थर्ड जेंडर है।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने 1,192 उम्मीदवारों के हलफनामे में दी गई जानकारी पर एक रिपोर्ट तैयार की। इनमें से 21% यानी 250 उम्मीदवार पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

390 यानी 33% उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। 6 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति शून्य बताई है, जबकि तीन के पास 500 से 1,000 रुपए की संपत्ति है। 

बृज भूषण शरण सिंह बोले- कैसरगंज में हम टिकट के मजबूत दावेदार, 99.9 प्रतिशत चुनाव लड़ूंगा

WFI के पूर्व अध्यक्ष भाजपा सांसद बृज भूषण ने कैसरगंज से फिर से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि वे टिकट के मजबूत दावेदार हैं और 99.9 फीसदी संभावना है कि कैसरगंज सीट से चुनाव लड़ेंगे।

बृजभूषण ने आगे कहा कि कैसरगंज लोकसभा सीट पर बीजेपी का कोई मुकाबला नहीं है। पिछली बार 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हुई थी। इस बार कार्यकर्ताओं ने नारा दिया है 5 लाख वोट।

कैसरगंज सीट पर लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। 2019 के चुनाव में बृजभूषण को 5,81,358 वोट मिले। वहीं, बसपा के चंद्रदेव राम यादव को 3,19,757, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विनय कुमार पांडे को 3,7132 वोट मिले थे।

पिछले साल एक नाबालिग समेत 7 महिला पहलवानों ने WFI के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे। बाद में एक नाबालिग पहलवान ने अपनी आरोप वापस ले लिए। मामले में साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था।

BJP ने झूठे विज्ञापन पर कांग्रेस के खिलाफ EC में शिकायत की

भाजपा ने झूठे विज्ञापन देने को लेकर कांग्रेस के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने कर्नाटक में मतदान से ठीक दो दिन पहले 24 अप्रैल को कुछ अखबारों में विज्ञापन छपवाया था। इसमें उन्होंने केंद्र सरकार के लिए 'चंबू' शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसका मतलब धोखा देना होता है।

भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने विज्ञापन में ऐसा दर्शाया है कि केंद्र सरकार ने कर्नाटक राज्य को धोखा दिया है। जबकि ऐसा नहीं है। वे बिना किसी आधार के गलत बयानबाजी कर रहे हैं। उन पर कार्रवाई होना चाहिए।

आउटर मणिपुर में चुनाव कल, संवेदनशील मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग होगी

मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रदीप कुमार झा ने बताया कि आउटर मणिपुर के 13 विधानसभा क्षेत्रों में 26 अप्रैल को मतदान होगा। 9 विशेष मतदान केंद्रों सहित 857 मतदान केंद्र हैं। यहां सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। चुनाव के दौरान सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 87 कंपनियों और राज्य पुलिस के 4000 से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा महत्वपूर्ण और संवेदनशील मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग की जाएगी।

कन्नौज लोकसभा सीट से आज नामांकन पत्र दाखिल करेंगे अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आज कन्नौज लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। सपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में बताया कि अखिलेश यादव दोपहर12 बजे नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

लोकसभा चुनाव 7 फेज में होंगे, नतीजे 4 जून को आएंगे

चुनाव आयोग ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान किया। इसी के साथ आचार संहिता भी लागू हो गई। 543 सीटों के लिए चुनाव सात फेज में होगा। पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल को और आखिरी फेज की वोटिंग 1 जून को होगी। 4 जून को नतीजे आएंगे। आचार संहिता से लेकर नतीजे तक इसमें 80 दिन लगेंगे।

लोकसभा के साथ 4 राज्यों- आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनाव की तारीखें भी जारी कर दी गई हैं। ओडिशा में 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को वोटिंग होगी। बाकी तीन राज्यों में एक फेज में चुनाव होंगे। अरुणाचल और सिक्किम में 19 अप्रैल, आंध्र प्रदेश में 13 मई को वोट डाले जाएंगे।

इलेक्शन शेड्यूल में सीटों की संख्या 543 से बढ़कर 544 सीटें हो गई है। इसकी वजह मणिपुर की आउटर मणिपुर लोकसभा सीट है। इस लोकसभा सीट में 28 विधानसभा सीटें है। 15 विधानसभा सीटों में 19 अप्रैल को और 13 विधानसभा सीटों में 26 अप्रैल को मतदान होगा।


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वोटिंग से एक दिन पहले RJD उम्मीदवार बीमा भारती की बढ़ी टेंशन

पूर्णिया से एक बड़ी खबर सामने आई है। 26 अप्रैल यानी कि शुक्रवार को यहां वोटिंग होनी है। इससे पहले, राजद प्रत्याशी बीमा भारती (Bima Bharti) की टेंशन बढ़ गई है। दरअसल, 10 लाख कैश के साथ बीमा भारती के दोनों पीए को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बीमा भारती के पीए अरविंद जायसवाल और महावीर मंडल के पास से कैश मिले हैं। दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस रुपौली थाना लेकर आई है।

पूर्णिया में बुधवार की शाम छह बजे से चुनाव प्रचार (Lok Sabha Election) का शोरगुल थम गया। वहीं अंतिम दिन प्रमुख प्रत्याशियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। कई दिग्गजों ने भी अंतिम समय तक सभाएं की तो कई प्रत्याशियों ने रोड शो निकालकर मतदाताओं को मैसेज देने का काम किया। मतदाता 26 अप्रैल को लोकसभा क्षेत्र में बने 2200 बूथों पर अपना मतदान करेंगे।

हॉट सीट बना हुआ है पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र

पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में हो रहा चुनाव इस बार चर्चा में बना हुआ है। चुनाव में सात प्रत्याशियों ने नामांकन पर्चा दाखिल किया है। एक तरफ एनडीए से जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं तो दूसरी तरफ महागठबंधन से राजद की प्रत्याशी बीमा भारती ताल ठोक रही हैं।

वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे पप्पू यादव ने चुनाव को त्रिकोणात्मक बना दिया है। तीनों नेताओं ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगा दी है। अंतिम दिन, सभी प्रत्याशी ने प्रचार समाप्ति के अंतिम वक्त तक जमकर जनसंपर्क अभियान चलाया। इसके साथ ही, सभी लोगों से अपने पक्ष में वोट करने की अपील की। 



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'सूरत तो बस झांकी है, पूरा देश अभी बाकी है', AAP सांसद संजय सिंह ने कही ये बात

आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि केंद्र शासित भाजपा सरकार देश में लोकतंत्र खत्म करना चाहती है, चुनाव प्रक्रिया हमेशा के लिए बंद करना चाहती है।

आप मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर संजय सिंह ने कहा कि इस कड़ी में ताजा उदाहरण सूरत का है, जहां कांग्रेस सहित अन्य सभी उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर भाजपा उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया।

चंडीगढ़ मेयर चुनाव का दिया उदाहरण

इससे पहले चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भी यही हुआ। इतना ही नहीं, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश व महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों में भी भाजपा शासित केंद्र सरकार ने बिना मतदान करवाए सरकार बदल दी।

उन्होंने कहा कि अगर इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 400 से अधिक सीटें मिल गईं तो ये लोग संविधान बदलकर चुनाव की परंपरा ही खत्म कर देंगे।

संजय सिंह आगे बोले, न फिर आरक्षण रहेगा और न किसानों और गरीबों के हक की बात। इसलिए जनता सावधान रहे और सोच समझकर ही मतदान करे।


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अमेठी से चुनाव लड़ेंगे रॉबर्ट वाड्रा? कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर

अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अब तक अपने प्रत्याशी का खुलासा नहीं किया है। एक ओर जहां राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी। वहीं अब अमेठी कांग्रेस कार्यालय के बाहर रॉबर्ट वाड्रा के पोस्टर्स ने एक नई सियासी हवा को रुख दे दिया है।

अमेठी के गौरींगज में कांग्रेस के ऑफिस के बाहर रॉबर्ट वाड्रा के नाम के पोस्टर्स लगे हैं, जिसमें लिखा है- 'अमेठी की जनता करे पुकार, रॉबर्ट वाड्रा अब की बार।' यह पोस्टर्स किसने लगवाए व किसने छपवाए इसके बारे में कोई जानकारी नहीं। पोस्टर में निवेदक का नाम के रूप में लिखा है- 'अमेठी की जनता'।

रॉबर्ट वाड्रा ने जताई थी चुनाव लड़ने की इच्छा

बता कुछ दिन पहले कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।

अमेठी से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरे देश के कई हिस्सों से लोग मुझे चुनाव लड़वाना चाहते हैं। मैं भी राजनीति में आने का इच्छुक हूं। सही समय आने पर इसका निर्णय लेंगे।

उन्होंने भाजपा पर भेदभाव की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश में धर्मनिरपेक्ष सरकार कायम होनी चाहिए और आइएनडीआइ गठबंधन पूरी मजबूती से इस ओर काम कर रहा है।

अब अमेठी कांग्रेस ऑफिस के बाहर राबर्ड वाड्रा के नाम के लगे पोस्टर्स ने सियासी अटकलों को हवा दे दी है।



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देशभर में पहले चरण की वोटिंग जारी

लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान आज यानी 19 अप्रैल शुरू हो गया है। इस चरण में वोटिंग 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों पर हो रही है।

इसमें राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, असम और महाराष्ट्र में 5, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान हो रहा है।

इसके अलावा तमिलनाडु (39), मेघालय की (2), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), अंडमान निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) की सभी लोकसभा सीट पर भी मतदान हो रहा है।

सुबह 7 बजे से शुरू हुआ वोटिंग का दौर उत्साह से जारी है।


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अखिलेश यादव कन्नौज से लड़ सकते हैं चुनाव! आज हो सकता है नाम का ऐलान

उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. यह दावा सूत्रों ने किया है. सपा मुखिया गुरुवार को कन्नौज दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने सपा पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं, सेक्टर/बूथ प्रभारियों से मुलाकात की. जिसके बाद इस तरह के कयास तेज हो गए हैं. 

समाजवादी पार्टी की ओर से अब तक कन्नौज लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है. ऐसे में सपा अध्यक्ष के कन्नौज दौरे के बाद अखिलेश यादव के नाम को लेकर अटकलें और तेज हो गई है. सूत्रों की माने तो लगभग अखिलेश यादव का कन्नौज से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है. आज पार्टी की ओर से उनके नाम का एलान भी किया जा सकता है. 

कन्नौज से चुनाव लड़ सकते हैं अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोई खुलकर कन्नौज से चुनाव लड़ने की बात नहीं की लेकिन कई बार इशारों में वो यहां से चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं. पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए भी उन्होंने कन्नौज का अपना घर बताया था और कहा था कि इस क्षेत्र से उनके परिवार को दो दशकों से भी ज्यादा का रिश्ता रहा है वो कन्नौज को नहीं छोड़ सकते हैं. लेकिन सपा की कई लिस्ट आने के बाद भी जब कन्नौज से प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया तो कई कयास भी लगने शुरू हो गए. 

कन्नौज लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है. इस सीट से समाजवादी पार्टी 1998 से 2014 तक सभी चुनाव में जीत हासिल करती आई है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और डिंपल यादव भी यहां सांसद रहे हैं. हालांकि 2019 के चुनाव में बीजेपी के सुब्रत पाठक में डिंपल यादव को क़रीब 13 हजार वोटों के अंतर से हरा दिया था. 

बीजेपी ने इस सीट से सांसद सुब्रत पाठक को ही मैदान में उतारा है वहीं बसपा के ओर अकील अहमद को टिकट दिया गया है. अकील ने लंबे समय तक सपा के लिए काम किया है. खबरों के मुताबिक अखिलेश यादव 23 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर सकते हैं. इसके लिए पार्टी की ओर से तैयारियां की जा रही हैं.








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VVPAT वेरिफिकेशन मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवा

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के वोटों और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्चियों की 100% क्रॉस-चेकिंग की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 16 अप्रैल को सुनवाई हुई। इसमें एडवोकेट प्रशांत भूषण ने दलील दी कि VVPAT की स्लिप बैलट बॉक्स में डाली जाएं। जर्मनी में ऐसा ही होता है। इस पर जस्टिस दीपांकर दत्ता ने कहा कि वहां के एग्जाम्पल हमारे यहां नहीं चलते।

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने मामले की सुनवाई की। याचिकाकर्ताओं की तरफ से एडवोकेट प्रशांत भूषण, गोपाल शंकरनारायण और संजय हेगड़े ने पैरवी की। प्रशांत भूषण एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की तरफ से पेश हुए। मामले में करीब दो घंटे सुनवाई हुई। अब 18 अप्रैल को सुनवाई होगी।

VVPAT पर्चियों की 100% वेरिफिकेशन को लेकर एक्टिविस्ट अरुण कुमार अग्रवाल ने अगस्त 2023 में याचिका लगाई गई थी। याचिका में कहा गया कि वोटर्स को VVPAT की पर्ची फिजिकली वेरिफाई करने का मौका दिया जाना चाहिए। वोटर्स को खुद बैलट बॉक्स में पर्ची डालने की सुविधा मिलनी चाहिए। इससे चुनाव में गड़बड़ी की आशंका खत्म हो जाएगी।

कोर्ट ने आयोग से पूछा- EVM से छेड़छाड़ पर कड़ी सजा है?

कोर्ट ने चुनाव आयोग से EVM के बनने से लेकर भंडारण और डेटा से छेड़छाड़ की आशंका तक हर चीज के बारे में बताने को कहा है। बेंच ने पूछा कि क्या वोटिंग के बाद गिनती में किसी गड़बड़ी के आरोपों को खत्म करने के लिए ईवीएम की तकनीकी जांच की जा सकती है? इस पर आयोग ने कहा कि हमारा पक्ष सुने बिना ऐसे कोई संकेत कोर्ट न दे। कोर्ट ने पूछा, क्या EVM में हेरफेर करने पर कड़ी सजा का कानून है? लोगों में डर होना चाहिए। आयोग ने बताया कि इसे लेकर कार्यालय संबंधी कानून हैं।

अभी 5 EVM के वोटों का ही VVPAT पर्चियों से मिलान

इस मामले में पिछली सुनवाई 1 अप्रैल को हुई थी, तब जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार को नोटिस जारी करके जवाब मांगा था।

फिलहाल किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में 5 EVM के वोटों का ही VVPAT पर्चियों से मिलान होता है। याचिका में कहा गया कि चुनाव आयोग ने लगभग 24 लाख VVPAT खरीदने के लिए 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं, लेकिन केवल 20,000 VVPAT की पर्चियों का ही वोटों से वेरिफिकेशन किया जा रहा है।

क्या होती है VVPAT मशीन?

यह एक वोट वेरिफिकेशन सिस्टम है, जिससे पता चलता है कि कि वोट सही तरीके से गया है या नहीं। यह EVM से कनेक्टेड होता है। जब वोटर EVM में किसी पार्टी का बटन दबाता है, तो VVPAT में उस पार्टी के नाम और सिंबल की एक पर्ची प्रिंट होती है।

यह पर्ची मशीन के ट्रांसपेरेंट विंडो पर 7 सेकेंड तक दिखती है। इसे देखकर वोटर कंफर्म कर पाता है कि EVM में उसका वोट सही गया या नहीं। 7 सेकेंड के बाद यह पर्ची VVPAT मशीन के अंदर चली जाती है।

पर्चियों का इस्तेमाल EVM के नतीजों को क्रॉस-चेक करने के लिए किया जा सकता है। हालांकि, ऐसा बहुत कम ही होता है। वोटों से छेड़छाड़ या काउंटिंग में धांधली के आरोप पर चुनाव आयोग दोनों के मिलान का निर्देश दे सकता है।

भारत में VVPAT मशीन का इस्तेमाल पहली बार 2014 के आम चुनावों में किया गया था। इसे इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (BEL) ने बनाया है।

पहले भी सुप्रीम कोर्ट में कई बार उठा है मुद्दा

2019 के लोकसभा चुनावों से पहले, 21 विपक्षी दलों ने EVM के वोटों से कम से कम 50 फीसदी VVPAT पर्चियों के मिलान की मांग की थी। उस समय चुनाव आयोग हर निर्वाचन क्षेत्र में सिर्फ एक EVM के वोटों का VVPAT पर्चियों से मिलान करता था। हालांकि, चुनाव आयोग ने तर्क दिया कि ऐसा करने पर नतीजों में पांच से छह दिन की देरी होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने 8 अप्रैल, 2019 को मिलान के लिए EVM की संख्या 1 से बढ़ाकर 5 कर दी थी। इसके बाद मई 2019 कुछ टेक्नोक्रेट्स ने सभी EVM के VVPAT से वेरिफाई करने की मांग की याचिका लगाई थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

इसके अलावा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने भी जुलाई 2023 में वोटों के मिलान की याचिका लगाई थी। इसे खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- कभी-कभी हम चुनाव निष्पक्षता पर ज्यादा ही संदेह करने लगते है।



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