दिल्ली-NCR के कई इलाकों में झमाझम बारिश से सुहाना हुआ मौसम

दिल्ली-एनसीआर में उमस भरी गर्मी के बीच शनिवार को हुई झमाझम बारिश से मौसम एक बार फिर सुहाना हो गया है। दिल्ली और नोएडा समेत एनसीआर के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। इससे पहले तड़के सुबह मौसम विभाग ने बारिश की चेतावनी जारी की थी।

मौसम विभाग ने शनिवार सुबह उत्तरी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, मध्य-दिल्ली, नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, एनसीआर (लोनी देहात, हिंडन एएफ स्टेशन, गाज़ियाबाद, इंदिरापुरम, छपरौला, नोएडा, दादरी, ग्रेटर नोएडा, फ़रीदाबाद, बल्लभगढ़) गन्नौर, सोनीपत, सोहना, पलवल, नूंह (हरियाणा) बड़ौत, बागपत, खेकड़ा, सिकंदराबाद, खुर्जा (यूपी)में हल्की आंधी और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई थी।

बारिश के पूर्वानुमान के बावजूद दिल्लीवासियों को शनिवार को अपेक्षाकृत शुष्क मौसम का सामना करना पड़ा और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी। दिन में आर्द्रता 63 से 67 प्रतिशत के बीच रही। शहर में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अनुमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले पांच दिनों के दौरान गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। वहीं, अगले चार दिनों के दौरान तेलंगाना, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने तटीय आंध्र प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।

मौसम विभाग के अनुसार, देशभर के अधिकांश हिस्सों में आने वाले दो-तीन दिन झमाझम बारिश पड़ सकती हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। जिसकी वजह से कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।

उत्तर प्रदेश में बारिश का कहर

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में अगले दो तीन दिन मूसलाधार बारिश पड़ सकती है। आईएमडी के अनुसार, यहां 15 जुलाई के बाद मानसून और जोड़ पकड़ेगा। मौसम विभाग ने शनिवार को कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती, बस्ती, कुशीनगर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, देवरिया, गोंडा, बलरामपुर, गोरखपुर, संत कबीर नगर में भारी बारिश हो सकती है

इसके अलावा, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, हापुड़, मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर, बिजनौर, हाथरस, मथुरा, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद और आसपास के इलाकों में भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

पहाड़ों पर बारिश से हालात खराब

उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से जगह-जगह पर भूस्खलन और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। आईएमडी के मुताबिक, आज उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश हो सकती है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग में बादल गरजने के साथ ही आकाशीय बिजली भी चमक सकती है। इसके साथ ही आईएमडी ने तेज बारिश की भी चेतावनी जारी की है। वहीं, टिहरी गढ़वाल और देहरादून में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है।

केरल के लिए आईएमडी ने दी ये चेतावनी

केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर आईएमडी ने शनिवार को राज्य के तीन उत्तरी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया। आईएमडी ने कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड में ऑरेंज अलर्ट और राज्य के नौ अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया।

मौसम विभाग ने दिन में पठानमथिट्टा, अलपुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश और तेज हवाओं के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने का भी अनुमान लगाया है। इसके अलावा इसने 14 जून से 16 जून तक राज्य के मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया।

ऑरेंज अलर्ट का मतलब 11 सेमी से 20 सेमी तक बहुत भारी बारिश और येलो अलर्ट का मतलब 6 सेमी से 11 सेमी के बीच भारी बारिश है।

आईएमडी ने कहा कि अगले पांच दिनों में केरल में व्यापक वर्षा होगी, साथ ही उत्तर गुजरात और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। मौसम संबंधी चेतावनी के मद्देनजर केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने लोगों को पेड़ों के नीचे खड़े होने या वाहन पार्क करने से आगाह किया है।

उन्होंने कहा कि तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ सकते हैं या उनकी शाखाएं टूटकर गिर सकती हैं। छप्पर, चादर या असुरक्षित घरों में रहने वाले लोगों को अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार सुरक्षित इमारतों में चले जाना चाहिए।

इस बीच, आईएमडी ने खराब मौसम और तेज हवाओं की संभावना के कारण 13 जून से 17 जून तक केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस) ने भी कहा कि रविवार तक केरल और तमिलनाडु के तटों पर ऊंची लहरें और तूफानी लहरें उठने की संभावना है। इसलिए मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जाते समय सावधान रहना चाहिए


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दिल्ली-नोएडा और गाजियाबाद में झमाझम बारिश, लोगों को गर्मी से मिली राहत

नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली के कई इलाकों में बुधवार को वर्षा हुई। बारिश होने से लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है। अभी आसमान में काले बादल छाए हुए हैं।

लोगों को भीषण गर्मी से मिली राहत

बता दें कि बुधवार को सुबह से उमस हो रही थी, जिससे लोगों का गर्मी में बुरा हाल था। भीषण गर्मी के बाद बारिश होने से लोगों के चेहरे खिल उठे हैं। वहीं, बारिश के दौरान कुछ लोगों ने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर मौसम का आनंद उठाया। 

मौसम की भविष्यवाणी हो रही गलत साबित

मानसून के इस सीजन में मौसम विभाग के पूर्वानुमान लगातार गलत निकल रहे हैं। रात को कुछ भविष्यवाणी की जाती है जबकि, सुबह बदल कर कुछ और कर दी जाती है। मौसम विभाग ने सोमवार शाम को मंगलवार के लिए कहा था कि बहुत हल्की वर्षा होगी।मौसम की भविष्यवाणी हो रही गलत साबित

मानसून के इस सीजन में मौसम विभाग के पूर्वानुमान लगातार गलत निकल रहे हैं। रात को कुछ भविष्यवाणी की जाती है जबकि, सुबह बदल कर कुछ और कर दी जाती है। मौसम विभाग ने सोमवार शाम को मंगलवार के लिए कहा था कि बहुत हल्की वर्षा होगी।

इसीलिए ग्रीन अलर्ट जारी किया था। लोगों ने अपने कार्यक्रम भी इसी के अनुरूप तय कर लिए। लेकिन मंगलवार सुबह ग्रीन अलर्ट को येलो में तब्दील कर दिया गया। यानी मध्यम स्तर की वर्षा होने की चेतावनी दी गई। 28 जून को मानसून की दस्तक के साथ ही लगातार पूर्वानुमान गलत होते आ रहे हैं।

कई इलाकों में अच्छी बरसात

मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे के बाद घने बादल छा गए और फिर ढाई बजे तक के अंतराल में कई इलाकों में अच्छी बरसात हुई। मालूम हो कि मानसून की दस्तक के साथ ही 28 जून को 24 घंटे के भीतर 228 मिमी वर्षा हुई थी, लेकिन इसके बाद से दिल्ली को हल्की वर्षा से संतोष करना पड़ा।


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दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश से राहत और आफत

दिल्ली-एनसीआर में कई दिनों से आसमान में बादल छाए हुए हैं। बीच-बीच में अलग-अलग इलाकों में बारिश हो रही है। वहीं मंगलवार सुबह दिल्ली समेत एनसीआर के कई इलाकों में बारिश हुई। वहीं नोएडा में भी बारिश शुरू हो गई है। वर्षा होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।

बारिश होने से दिल्ली में कई जगह हुआ जलभराव

Delhi Rain राजधानी दिल्ली में बारिश होने से जहां लोगों ने राहत की सांस ली है तो वहीं कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या भी पैदा हो गई। वहीं, जलभराव होने से लोगों को दफ्तर जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

यलो अलर्ट के बावजूद नहीं हुई अधिक वर्षा

मौसमी उतार-चढ़ाव के बीच सोमवार को एक बार फिर से मौसम विभाग का पूर्वानुमान गलत साबित हुआ। यलो अलर्ट के बावजूद कहीं भी अधिक वर्षा नहीं हुई। यह बात अलग है कि नमी भरी हवाओं ने उमस भरी गर्मी से बहुत हद तक राहत अवश्य दिलवाई।

फरीदाबाद में भी हुई बारिश

हरियाणा के फरीदाबाद में भी बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया है। बारिश होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है।

अभी सप्ताह भर ऐसा ही रहेगा मौसम -IMD

अधिकतम तापमान में सामान्य से चार डिग्री तक की गिरावट भी देखने को मिली। IMD Weather Update  मौसम विभाग की मानें तो अभी सप्ताह भर ऐसा ही मौसम बना रहेगा। धूप एवं बादलों की लुकाछिपी के बीच सोमवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 32.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

दिल्ली के लोग साफ हवा में ले रहे हैं सांस 

मंगलवार को लगातार छठे भी दिन दिल्लीवासी इस साल की सबसे साफ हवा में सांस ले रहे हैं। हल्की वर्षा व तेज हवा के असर से वातावरण में मौजूद प्रदूषक तत्व या तो बैठ गए हैं या उड़ गए हैं। हाल फिलहाल यह राहत बने ही रहने के आसार हैं।

दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 75

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के मुताबिक, आज दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 75 है। रविवार और सोमवार को यह महज 56 दर्ज किया गया। यह लगातार छठा दिन है, जब दिल्ली का एक्यूआई 100 से नीचे रहा है।

पर्यावरणविदों का कहना है कि बेशक अभी राजधानी में अच्छी वर्षा नहीं हो रही है। लेकिन आसपास स्थित अन्य राज्यों में हो रही वर्षा का असर भी देखने को मिल रहा है। इसीलिए हवा में थोड़ी ठंडक भी है और उसकी रफ्तार भी तेज है। प्रदूषक तत्व ठहर नहीं पा रहे। इसी के चलते पांच दिनों से एक्यूआई 100 के नीचे चल रहा है। इस श्रेणी की हवा को 'संतोषजनक' श्रेणी में रखा जाता है।

जनवरी से अब तक आठ दिन मिली सबसे बड़ी राहत

मालूम हो कि राजधानी में जनवरी से लेकर अब तक आठ दिन ऐसे हो गए हैं, जब एक्यूआई 100 के नीचे यानी 'संतोषजनक' श्रेणी में रहा है। अगले दो तीन दिनों के बीच भी साफ-सुथरी हवा का यह स्तर बने रहने के आसार हैं। बीतें सात महीनों में इन आठ दिनों ने नया रिकॉर्ड दर्ज किया है। 

एनसीआर के शहरों की बात करें तो वहां भी सोमवार को साफ हवा रही। फरीदाबाद का एक्यूआई 129, गाजियाबाद का 42 ग्रेटर नोएडा का 126, गुरुग्राम का 98 जबकि नोएडा का 48 दर्ज किया गया। फरीदाबाद और ग्रेटा नोएडा की हवा 'मध्यम', गुरुग्राम की 'संतोषजनक' जबकि नोएडा और गाजियाबाद की 'अच्छी' श्रेणी में दर्ज की गई।


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बारिश से तरबतर मुंबई, ठाणे से घाटकोपर तक NDRF की कई टीम तैनात

मुंबई के कई इलाकों में भारी बारिश होने के बाद विभिन्न इलाकों में भीषण जलभराव हो सकता है। इस समस्या को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने शहर के विभिन्न इलाकों में अपनी टीमें तैनात कर दी हैं। बता दें कि मौसम विभाग ने अगले 3 घंटों के दौरान मुंबई में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।

इन इलाकों में तैनात NDRF की टीमें

टीमों को ठाणे, वसई (पालघर), महाड (रायगढ़), चिपलून (रत्नागिरी), कोल्हापुर, सांगली, सतारा घाटकोपर, कुर्ला और सिंधुदुर्ग में तैनात किया गया है। इस सिलसिले में एनडीआरएफ ने कहा कि उसने अंधेरी में तीन नियमित टीमें और नागपुर में एक टीम तैनात की है। यह कार्रवाई 'किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और बाढ़ जैसी स्थिति के मामले में उचित प्रतिक्रिया देने के लिए की गई है।'

10 मिनट की देरी से चल रही ट्रेनें

इस बीच, पश्चिमी रेलवे ने एक बयान में कहा कि भारी बारिश के कारण माटुंगा रोड और दादर के बीच पानी ट्रैक स्तर से ऊपर होने के कारण सबअर्बन ट्रेनें 10 मिनट तक देरी से चल रही हैं। रेलवे ट्रैक से पानी निकालने के लिए उच्च क्षमता वाले पानी के पंपों का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारी बारिश के कारण विले पार्ले के पास पश्चिमी एक्सप्रेस हाईवे पर यातायात धीमा होने की खबर है।

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अनुसार, आज सुबह 1 से 7 बजे तक छह घंटों में मुंबई शहर में विभिन्न स्थानों पर 300 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। मध्य रेलवे के अनुसार, भारी बारिश के कारण कुछ ट्रेनें भी रद्द कर दी गईं है।

बीएमसी की पूरी मशीनरी काम पर जुटी

नगर निगम ने यह भी कहा कि बीएमसी की पूरी मशीनरी काम पर लगी हुई है। इसने मुंबईकरों से अफवाहों पर विश्वास न करने का अनुरोध भी किया है। नगर निगम ने कहा कि कुछ निचले इलाकों में भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया और सबअर्बन ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं।

वर्ली, बुंटारा भवन, कुर्ला ईस्ट, मुंबई के किंग्स सर्किल इलाके, दादर और विद्याविहार रेलवे स्टेशन से जलभराव की खबरें मिली हैं। बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) ने भी जलभराव के कारण अपनी कई बसों का मार्ग बदल दिया है।


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दिल्ली में आज सुबह भी कई इलाकों में हुई वर्षा, मौसम विभाग ने जारी किया चार दिनों का ऑरेंज अलर्ट

राजधानी में शनिवार सुबह मयूर विहार, रोहिणी, उत्तम नगर सहित कई इलाकों में हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग ने आज शनिवार सहित चार दिन के लिए आरेंज अलर्ट जारी जारी कर मध्यम स्तर से लेकर भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की है। ऐसे में देर शाम तक दिल्ली में भारी वर्षा होने की संभावना है।

अगले कुछ दिनों तक हो सकती है हल्की वर्षा-IMD

मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में वर्षा का दौर जारी रहेगा। मंगलवार तक दिल्ली में मध्यम स्तर से लेकर भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके बाद अगले कुछ दिनों तक हल्की वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

साढ़े आठ से नौ बजे के बीच दिल्ली के कई इलाकों में वर्षा

अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। सुबह साढ़े पांच बजे से साढ़े आठ बजे के बीच मयूर विहार में 3.5 मिलीमीटर वर्षा हुई। इस दौरान दिल्ली के अन्य इलाकों में खास वर्षा नहीं हुई लेकिन साढ़े आठ से नौ बजे के बीच दिल्ली के कई इलाकों में वर्षा हुई।

दूसरी ओर एक दिन पहले भारी वर्षा होने व शनिवार को भी हल्की वर्षा होने के बावजूद दिल्ली में एयर इंडेक्स 100 से अधिक बना हुआ है। इस वजह से हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी है।


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राजधानी में एक दिन की बारिश बनी काल, जनजीवन अस्त-व्यस्त

मानसून की पहली वर्षा में राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न एजेंसियों की नाकामी के चलते एक वयक्ति की मौत हो गई। इसी तरह, जलभराव व वर्षा संबंधित विभिन्न घटनाओं में 70 से अधिक लोग घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं, लुटियंस दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों के साथ सैन्य अधिकारी, केंद्रीय अधिकारी व उद्योगपतियों का बंगले भी जलभराव की जद में आ गए।

उनके घरों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया। स्थिति यह कि सपा के वरिष्ठ नेता व सांसद राम गोपाल यादव अपने घर से असाधारण स्थिति में कर्मचारियों की गोद में बैठकर कार तक पहुंचकर संसद तक पहुंचे। ऐसी ही स्थिति कई अन्य सांसदों के साथ उत्पन्न हुई। कुछ दिन पूर्व तक पानी के लिए धरने पर बैठीं दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का घर भी वर्षा व सीवर के पानी से लबालब हो गया।

हर ओर जलभराव का कोहराम था। दूतावास, उच्चायोग व राज्यों की भवनों के लोग त्राहिमाम करते दिखे। स्थिति यह कि राहत व बचाव अभियान में एनडीआरएफ को भी उतरना पड़ा। इसके साथ ही संसद के आस-पास की सड़कें तक जलमग्न थी तो संसद के भीतर दिल्ली के जलभराव की चर्चा रही।

राजधानी में विभिन्न एजेंसियों की नाकामी का खामियाजा दिल्ली वालों को झेलना पड़ रहा है। प्रगति मैदान टनल व मिंटो ब्रिज के साथ 10 से अधिक अंडरपासों में पांच से सात फीट तक पानी भर गया, जिससे न सिर्फ यातायात थम गया, बल्कि उसमें 20 से अधिक गाड़ियां डूब गईं।

इसी तरह, विभिन्न मार्गों पर तीन से चार फीट के जलभराव से 100 से अधिक डीटीसी की बसें, ट्रक, कारें व दो पहिया वाहन फंस गए, जिसके चलते जाम की समस्या और भीषण हो गई। कई स्थानों पर पेड़ व गिरे बिजली के खंभों ने यातायात संबंधित परेशानी बढ़ाई। जिसके चलते कइयों की ट्रेनें व हवाई यात्रा छूटी तो कई एंबुलेंस में मरीजों की सांसें अटकी रही।

राजधानी की अधिकतर सड़कों पर दिनभर जाम की स्थिति रही। जीटी करनाल हाई-वे पर तीन से चार किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। विकास मार्ग लक्ष्मी नगर से लुटियंस दिल्ली तक घंटों जाम से थमा रहा। ऐसे में कई लोग पैदल ही आगे का सफर तय करते दिखे। कई जगहों पर सड़कें भी धंस गईं।

वसंत विहार के पास सड़क पर पांच फीट से अधिक का गड्ढा हो गया। इसके साथ ही बिजली का पोल गिरने से दिल्ली के कई इलाकों में घंटों बिजली बाधित रही। बृहस्पतिवार शाम से शुक्रवार शाम तक एमसीडी को 33 स्थानों पर जलभराव तथा 11 स्थानों पर पेड़ गिरने की शिकायतें मिली।

वहीं, पीडब्ल्यूडी के पास जलभराव की 150 से अधिक शिकायतें हुईं। इस दौरान एमसीडी व पीडब्ल्यूडी समेत अन्य एजेंसियों ने सड़क पर उतरकर पंपों के सहारे पानी निकासी की व्यवस्था करते दिखे, जबकि यातायात पुलिस कर्मी जाम खुलवाने के साथ ही बंद पड़े वाहनों को हटवाते नजर आए।

वसंत विहार में एक निर्माणाधीन मकान का हिस्सा बेसमेंट में गिरने से चार मजदूर दब गए। पुलिस, एनडीआरएफ, दमकल सहित अन्य टीमों ने बचाव अभियान चलाया। बेसमेंट में करीब नौ फीट तक पानी भरे होने की वजह से देर शाम तक मजदूरों की स्थिति पता नहीं चल सकी।

उधर, किराड़ी में करंट लगने से एक राहगीर की मौत हो गई। भारी वर्षा से जानवर भी अछूते नहीं रहे। चिड़ियाघर के बाड़े में पानी भरने से वन्य जीव फंस गए। उन्हें बचाने के लिए चिड़ियाघर प्रशाासन का बचाव अभियान देर शाम तक जारी रहा।

कई इलाकों में घरों में घुसा पानी

लुटियंस दिल्ली, सिविल लाइंस, माडल टाउन, किंग्सवे कैंप, दिल्ली विश्वविद्यालय, कमला नगर, लक्ष्मी नगर, निजामुद्दीन, वेस्ट विनोद नगर, तुर्कमान गेट, करोलबाग, राजेंद्र नगर, गुलाबी बाग, अशोक विहार, रोहिणी, द्वारका, मजनूं का टीला, गांधी नगर, किशनगंज, प्रताप विहार समेत अन्य इलाकों में घरों में पानी घुस गया।

निजामुद्दीन नाले की दीवार टूटने से जंगपुरा इलाके के घरों में पानी के साथ मलबा भी आ गया। जलभराव की यह स्थिति दिल्ली की हजारों कालोनियों में कमोबेश एक सी रही, लोग दिन भर जूझते रहे। कुछ इलाकों में वर्षा रुकने के तीन से चार घंटे में पानी निकला तो कुछ जगह शाम तक जलभराव रहा।

बाजार मे जलभराव, करोड़ों की क्षति

दिल्ली के तमाम इलाके कनाट प्लेस, चांदनी चौक, नई सड़क, बल्लीमारान, दरीबा कलां, सदर बाजार, खान मार्केट, कमला नगर, भोगल, निजामुद्दीन समेत अन्य बाजारों की दुकानों में पानी भर गया। नरेला अनाज मंडी में खुले में रखे सैकड़ों क्विंटल अनाज पानी में भीग गए। अनुमान है कि एक दिन की वर्षा व कारोबारी प्रतिष्ठानों में जलभराव से व्यापारियों का 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।

विभिन्न एजेंसियों की नाकामी का नतीजा है जलभराव

पिछले साल के जलभराव को दिल्ली सरकार की पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जल बोर्ड, एमसीडी व एनडीएमसी द्वारा घोर अनदेखी का खामियाजा शुक्रवार को दिल्ली वालों को भुगतना पड़ा। देर रात से जारी वर्षा ने सीवर, नालों व नालियों की सफाई के सारे कागजी दावे को न सिर्फ बहा दिए, बल्कि नालियों व सीवर का पानी सड़क व फुटपाथ को पार कर घरों व दुकानों में घुस तबाही मचाई।

जबकि दिल्ली यातायात पुलिस के जवान यातायात को सुचारू करने के साथ फंसे वाहनों को किनारे लगाने में मदद करते दिखे। इसी तरह पीडब्ल्यूडी व जल बोर्ड के कर्मी पानी निकासी के जतन करने के साथ पंपसेट को पानी निकालने में लगे रहे।

इन मार्गों पर रहा जाम

विकास मार्ग, आइटीओ, रिंगरोड, राजघाट, मथुरा रोड, एम्स, जंगपुरा, कश्मीरी गेट बस अड्डा, आनन्द विहार, जीटी करनाल हाई-वे, नरेला, सिंघु बार्डर, किराड़ी, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, मुंडका, बादली, सिरसपुर, लिबासपुर, रोहिणी स्थित केएन काटजू मार्ग, नजफगढ़, हस्तसाल, उत्तम नगर, बदरपुर, महारानी बाग व संत नगर समेत अन्य प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति रही।


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बारिश से लबालब हुईं सड़कें, कई रूटों पर लगा भीषण जाम

NCR में तेज बारिश होने से सड़कों पर भारी जलभराव को हो गया। कई मार्गों पर भारी जलभराव होने से लोगों के वाहन भी पानी में डूब गए।

वहीं समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि कई गाड़ियां बीच-सड़कों पर पानी के बीच फंस चुकी है। ऐसे में लोगों को दफ्तर जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

आईजीआई हवाईअड्डे पर हुआ बड़ा हादसा

दिल्ली के आईजीआई हवाईअड्डे के टी-1 की छत का हिस्सा गिरने से (Delhi Airport T1 Roof Collapse) एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि, आठ लोग घायल हो गए हैं। वहीं इस हादसे के चलते फिलहाल कई उड़ानों को रद्द किया गया है।

आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश हुई, साथ ही आंधी और बिजली भी गिरी। राजधानी और उसके आसपास के कई इलाकों में भारी जलभराव की फोटो आ रही हैं।

पालम फ्लाईओवर के नीचे जलभराव

दिल्ली के पालम फ्लाईओवर के नीचे भारी जलभराव हो गया है। जलभराव होने से वाहन में सड़कों पर पानी में फंस गए हैं।

विवेक विवाह फेस-2 का हाल

दिल्ली सरकार के अंतर्गत शाहदरा विधानसभा क्षेत्र में विवेक विहार फेस-2 के अंडरपास में आज प्रातः 7:00 बजे से लगभग तीन से 3:30 फीट तक पानी भरा हुआ है, जिसमें बस, ट्रक, रिक्शा और थ्री व्हीलर फंसे हुए हैं। यहां तक की एक ऑटो वाला सवारी को छोड़कर भाग गया। पिछले 15 साल से पीडब्ल्यूडी ने यहां कोई इंतजाम नहीं किया है।

किशनगंज में फंसे कई वाहन

उधर, किशनगंज रेलवे अंडरपास जलमग्न हुआ। यहां भी कई वाहन पानी में फंसे हुए हैं।

गुरुग्राम में भी भारी बारिश

हरियाणा के गुरुग्राम में वर्षा के बाद सोहना रोड पर भारी जलभराव हुआ है।

बारिश से हुआ ये हाल

तेज बारिश के बीच कुछ लोग हाथ में ही पैंट लेकर ऑफिस के लिए निकल रहे हैं। 

शहर में जगह-जगह जलभराव

गुरुग्राम में थोड़ी देर की वर्षा ने भले ही लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दे दी लेकिन, शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया है।

गुरुग्राम का हाल

हरियाणा के गुरुग्राम में वर्षा के बाद सोहना रोड पर भारी जलभराव हुआ है।

जगह-जगह भारी जलभराव

गुरुग्राम में थोड़ी देर की वर्षा ने भले ही लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दे दी लेकिन, शहर में जगह-जगह इसी तरह जलभराव कर दिया है। यह फोटो सेक्टर-5 की है।

शहर की सड़कें डूबीं

शहर की मुख्य सड़कें पानी में डूब गई हैं। सोहना राेड पर सुभाष चौक से वाटिका चौक के बीच मुख्य रोड पर जलभराव है। सुबह आठ बजे से से ट्रैफिक जाम के कारण वाहन धीमी गति से चल रहे हैं।

सड़कों पर पानी-पानी

ओल्ड दिल्ली रोड, न्यू रेलवे रोड, ओल्ड रेलवे रोड, बसई, पटौदी रोड सहित कई अन्य सड़कों पर पानी भर गया है।

लोगों को हुई परेशानी

मेफिल्ड गार्डन, राजीव चौक पार्किंग के समीप मुख्य सड़क और साउथ सिटी-1 की सड़कों पर जलभराव होने के कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। इसके अलावा सेक्टर-14 ओल्ड डीएलएफ, रेलवे स्टेशन के समीप ओल्ड डीएलएफ क्षेत्र में जलभराव हो गया है।

सिर्फ दावे किए, काम नहीं

नगर निगम, जीएमडीए और एनएचएआइ ने नालों की सफाई और जल निकासी के दावे किए थे। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर नरसिंहपुर में सर्विस लेन डूबी है, जबकि एनएचएआइ की ओर से दस पंप लगे हैं। साथ ही कहा गया था कि जलनिकासी के प्रबंध कर लिए गए हैं। सोहना रोड और सुभाष चौक पर बरसाती नालों और सीवर लाइन की सफाई का दावा किया गया था, लेकिन जलभराव के कारण लंबा ट्रैफिक जाम लगा है।


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NHAI की एक गलती और पहली ही बारिश में डेढ़ घंटे में तय हुआ 5 मिनट का सफर, जाम से जूझते रहे लोग

एनएच-9 के चौड़ीकरण के वक्त एनएचएआई ने हाईवे किनारे दोनों तरफ बने नाले को तोड़ दिया था। हाईवे के दोनों तरफ नाले का निर्माण कार्य करने के लिए नगर निगम द्वारा एनएचएआई को कई बार पत्र भेजे गए लेकिन अब तक नाले का निर्माण कार्य नहीं कराया गया है, यही वजह रही कि गुरुवार को हुई वर्षा के दौरान सुबह हाईवे पर जलभराव हो गया।

जल निकासी न होने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पांच मिनट का सफर तय करने में लोगों को डेढ़ से दो घंटे तक लगे, जिससे उनके वाहनों का ईंधन अधिक खर्च हुआ और समय की बर्बादी भी हुई।

कवि नगर की ओर जाने वाली सड़क पर एक फीट से अधिक भरा पानी

कविनगर में पांडव नगर के पास एनएच-9 से कविनगर की ओर जाने वाली सड़क के दूसरी तरफ एक फीट से अधिक पानी भर गया है। ऐसे में वहां से गुजर रहे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

यहां जल निकासी न होने की वजह एनएच-9 का चौड़ीकरण करने के दौरान तोड़े गए नाले को दोबारा नहीं बनवाया जाना है। विजयनगर में बागू और तिगरी गोल चक्कर के पास भी जलभराव की समस्या हुई। यहां सुबह डेढ़ से दो किलोमीटर तक जाम लग गया।

कार चालक ने पुलिस बुलाई, पुलिस ने दोनों वाहनों को हटवाने के बजाय वहीं मामला निपटाने के प्रयास किया। दोनों वाहन सड़क पर खड़े रहे और लोग जाम से जूझते रहे।

वहीं एनएच- 9 पर एक कार की बैटरी खराब होने से कार बंद हो गई, जिस कारण जाम लगा। छिजारसी कट के पास भारी वाहनों के ग्रेटर नोएडा की ओर जाने के लिए मुड़ने के कारण जाम की स्थिति बनी हुई है।


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दिल्ली- NCR के कई इलाकों में बारिश से सड़कों पर जलभराव, जाम में घंटों फंसे रहे लोग

राजधानी दिल्ली में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है। बुधवार के गुरुवार को भी दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के इलाकों में सुबह से ही बारिश हो रही है।

बारिश होने से मौसम हुआ सुहाना 

दिल्ली समेत नोएडा और यूपी के कई इलाकों में बारिश होने से लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है। वहीं तेज बारिश होने से लोगों को कई समस्याओं का भी सामना करना पड़ा है।

दिल्ली में कई इलाकों में लगा जाम

दिल्ली में झमाझम बारिश होने से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति हो गई। साथ ही कई स्थानों पर जाम की स्थिति रही, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान दफ्तर जाने वाले लोगों को घंटों जाम में खड़े रहना पड़ा। 

दिन छाया अंधेरा

बारिश के साथ आसमान में अंधेरा छा गया, जिससे लोगों को सड़कों पर अपने वाहनों की लाइटों को जलाकर चलना पड़ा।

सड़कों पर हुई फिसलन 

इस बीच रोड पर फिसलन भी देखने को मिली। ऐसे में लोगों को घर से निकलने से पहले चेक कर लेना चाहिए कि जहां सड़कों पर फिसलान है, वहां के रास्तों से बचना चाहिए।

दिल्ली के सराय काले खां के समीप भारी जलभराव हो गया है। जलभराव होने से लोगों को काफी समस्या हुई।

तेज बारिश होने से सराय काले खां के आसपास सड़कों पर भारी जलभराव हो गया है।

उधर, एनएच-नौ की सर्विस रोड पर विनोद नगर के पास जलभराव हुआ है।

IMD ने जताया ये अनुमान

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान लगया है। आने वाले कुछ दिनों में पूरे उत्तर भारत में बारिश हो सकती है।


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यूपी के इस शहर में मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट, झमाझम बारिश और बिजली चमकने के दौरान बरतें ये सावधानियां

पिछले तीन दिन राहत के बीतने के बाद मंगलवार सुबह ने फिर से लोगों को बेचैन कर दिया। सूर्य की तपिश देख लगा था कि दोपहर में पसीना बहना तो तय है।

मंगलवार की सुबह करीब 11:30 बजे तक सूर्य की गर्मी फैलने लगी थी। मगर अचानक से मौसम का मिजाज बदल गया। काले घने बादल छाए, और दोपहर करीब 12:30 बजे तेज हवा के साथ झमाझम वर्षा शुरू हो गई। भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली... भले ही तापमान में बढ़ोतरी हो गई मगर उसका एहसास लोगों को नहीं हुआ।

मौसम विज्ञानी अतुल कुमार बताते हैं, कि जिले में अभी हर दिन हल्की बूंदाबांदी होने के आसार जारी हैं। बारिश के बाद भी तापमान बढ़ने की वजह कोई और नहीं बल्कि सुबह चटख धूप निकलना ही था। सुबह जब तक बादल हुए तब तक तापमान 39.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका था। जब बादल हुए तो ऊष्मा उत्सर्जित नहीं हो सकी और वर्षा के बाद उमस बढ़ गई। 

बिजली चमकने के दौरान ये बरतें सावधानियां

बिजली चमकने के दौरान बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का उपयोग बिल्कुल नहीं करें।

खिडकियां व दरवाजे बंद कर दें, बरामदे और छत से दूर रहें। धातु से बने पाइप, नल, फव्वारा, वाश बेसिन आदि के संपर्क से दूर रहना चाहिए

बिजली चमकते समय पेड़ के नीचे खड़े न हों। ऊंची इमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय नहीं लेना चाहिए।

सामूहिक रूप से भी कहीं भी खड़े नहीं होना चाहिए।

सफर के दौरान अपने वाहन में ही रहें। खुली छत वाले वाहन की सवारी करने से बचें।

येलो अलर्ट किया है जारी

बुधवार को भी हल्की से मध्यम वर्षा का अनुमान हैं। साथ ही बिजली भी कड़क सकती है, तेज झोंकेदार हवा भी चलना संभव है। तापमान में भी गिरावट दर्ज हो सकती है। मौसम विभाग की ओर से जिले में गरज चमक के साथ वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है।


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