'हर खिलाड़ी देश का गौरव', PM नरेंद्र मोदी ने भारतीय खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह, दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा रहे भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी हैं। मोदी ने कहा है कि भारत का हर खिलाड़ी देश का गौरव है। फ्रांस की राजधानी में आज से आधिकारिक तौर पर खेलों का महाकुंभ शुरू हो रहा है जिसमें 117 भारतीय खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।

पेरिस में शुक्रवार को शानदार ओपनिंग सेरेमनी के साथ इन खेलों का आगाज हुआ। इस सेरेमनी ने भी दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं। ओपनिंग सेरेमनी मशहूर सीन नदी पर आयोजित की गई थी और ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी ओलंपिक खेल की ओपनिंग सेरेमनी को स्टेडियम में न कराकर नदी पर आयोजित कराया गया है। भारती दल ने भी इसमें हिस्सा लिया और अब उम्मीद है कि भारतीय खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक-2020 से बेहतर खेल दिखाएंगे।

खेल भावना का दें परिचय

भारतीय खिलाड़ी शनिवार को हॉकी, निशानेबाजी, मुक्केबाजी, बैडमिंटन जैसे खेलों में प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे। इससे पहले ही देश के प्रधानमंत्री ने सभी को शुभकामनाएं दी हैं। मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "पेरिस ओलंपिक खेलों की शुरुआत हो रही है और इसके लिए मैं भारतीय दल को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। हर खिलाड़ी भारत का गौरव है। उम्मीद है कि ये सभी अपनी चमक बिखेरेंगे और खेल भावना का परिचय देंगे। साथ ही हमें अपने बेहतरीन प्रदर्शन से प्रेरित करेंगे।"

कई खिलाड़ियों ने नहीं लिया हिस्सा

ओपनिंग सेरेमनी में भारत के कुछ खिलाड़ी नहीं दिखे। इन खिलाड़ियों ने अपने शेड्यूल को देखते हुए ओपनिंग सेरेमनी के बजाए ट्रेनिंग करने को तवज्जो दी। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु और अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ कमल भारतीय दल के ध्वजावाहक थे। कुल 78 खिलाड़ियों और 12 अधिकारियों ने ओपनिंग सेरेमनी में हिस्सा लिया।



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आज पहले मेडल की उम्मीद, बैडमिंटन-हॉकी समेत 7 खेलों में पदक की दावेदारी पेश करेंगे भारतीय खिलाड़ी

शूटिंग में खत्म हो सकता है 12 साल का सूखा

इस बार भारत की ओर से एक मजबूत शूटिंग टीम ओलंपिक में गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि शूटिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड स्कोर भारत के नाम है. 20 फरवरी 2023 को भारतीय शूटिंग टीम ने काहिरा में 635.8 स्कोर करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. जो आज भी भारतीय शूटिंग टीम के नाम है. भारतीय शूटिंग टीम ओलंपिक में 12 साल के पदक के सूखे को खत्म करने की भी कोशिश करेगी. 

आज का शेड्यूल

बैडमिंटन: मेंस सिंगल ग्रुप मैच- लक्ष्य सेन बनाम केविन कॉर्डन (ग्वाटेमाला) (शाम 7:10 बजे)

मेंस डबल्स ग्रुप मैच- सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी एवं चिराग शेट्टी बनाम लुकास कोर्वी एवं रोनन लाबर (फ्रांस) (रात आठ बजे)

वुमेंस डबल्स ग्रुप मैच- अश्विनी पोनप्पा एवं तनीषा क्रास्टो बनाम किम सो येओंग एवं कोंग ही योंग (कोरिया) (रात 11:50 बजे). 

शूटिंग: 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम क्वालिफिकेशन- संदीप सिंह / इलावेनिल वालारिवन, अर्जुन बबूता / रमिता जिंदल (दोपहर 12:30 बजे). 

10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम मेडल राउंड (क्वालिफिकेशन के हिसाब से) दोपहर 2:00 बजे से

10 मीटर एयर पिस्टल पुरुष क्वालिफिकेशन- अर्जुन सिंह चीमा और सरबजोत सिंह (दोपहर 2 बजे).

10 मीटर एयर पिस्टल महिला क्वालिफिकेशन- मनु भाकर और रिदम सांगवान (शाम चार बजे). 

हॉकी: पूल बी मैच- भारत बनाम न्यूजीलैंड (रात 9 बजे).

रोविंग (नौकायन): पुरुष सिंगल स्कल्स: पंवार बलराज (दोपहर 12:30 बजे). 

टेबल टेनिस: पुरुष सिंगल पहला दौर- हरमीत देसाई बनाम जैद अबो (यमन) (शाम 7:15 बजे)

टेनिस: मेंस सिंगल पहला राउंड- एन श्रीराम बालाजी/रोहन बोपन्ना बनाम फैबियन रेबोल और एडौर्ड रोजर-वासेलिन- दोपहर 3:30 बजे. 

मुक्केबाजी: महिलाओं का 54 किग्रा भार वर्ग राउंड ऑफ 32- प्रीति पवार बनाम वो थी किम अन्ह - रात 12:02am (28 जुलाई). 


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ऑनलाइन कहां देख सकते हैं Khatron Ke Khiladi 14, इस बार बहुत कुछ होगा नया

 स्टंट बेस्ड रियलिटी शो 'खतरों के खिलाड़ी' एक ऐसा शो है, जिसे देखने में लोगों को मजा भी आता है और डर भी लगता है। हर सीजन में कंटेस्टेंट्स को ऐसे खतरों से गुजरना पड़ता है, जिसे करते हुए उनकी हालत जरूर खराब होती है। हालांकि, शो में सेफ्टी का पूरा ध्यान रखा जाता है। 'खतरों के खिलाड़ी 14' आज से शुरू हो रहा है। ऐसे में हम आपको बताएंगे कि इस सीजन में कौन से पार्टिसिपेंट्स होंगे और इस बार क्या कुछ अलग होने वाला है।

रोमानिया में खतरों से खेलेंगे कंटेस्टेंट्स

पिछले कई वर्षों से 'खतरों के खिलाड़ी' की शूटिंग केप टाउन में हो रही थी। लेकिन ये सीजन रोमानिया में शूट किया गया है। शो की शूटिंग मई में शुरू हो चुकी थी। रोहित शेट्टी ने एक हालिया इंटरव्यू में बताया था कि इस बार किसी अलग जगह शूटिंग करने के कारण लोकेशन को रोमानिया में रखा गया।

बदल दिए गए हैं कई स्टंट

'खतरों के खिलाड़ी 14' में 90 प्रतिशत नए स्टंट रखे गए हैं। यानी खतरे के लेवल पहले से अलग भी होगा और ज्यादा खतरनाक भी। 

खतरों से खेलेंगे ये कंटेस्टेंट्स

'खतरों के खिलाड़ी 14' में इस बार 12 कंटेस्टेंट्स के बीच कांटे की टक्कर होते देखने को मिलेगी। इस बार के सीजन में जो कंटेस्टेंट्स पार्टिसिपेट करेंगे, उनके नाम कुछ इस प्रकार हैं-

अभिषेक कुमार

आसिम रियाज

सुमोना चक्रवर्ती

शालीन भनोट

अदिति शर्मा

करण वीर मेहरा

आशीष मल्होत्रा

कृष्णा श्रॉफ

निमृत कौर अहलूवालिया

गशमीर महाजनी

नियती फतनानी

शिल्पा शिंदे

सबसे महंगा कंटेस्टेंट है ये खिलाड़ी?

इस शो में आने वाले कंटेस्टेंट्स को उनकी पॉपुलैरिटी के अनुसार पेमेंट किया जाता है। बात करें अगर इस बार के सबसे महंगे कंटेस्टेंट की, तो ऐसी चर्चा है कि ये और कोई नहीं, बल्कि आसिम रियाज (Asim Riaz) हैं। वह हर हफ्ते के लिए 15- 20 लाख तक का अमाउंट चार्ज कर रहे हैं।

इस लिस्ट में दूसरा नाम शालीन भनोट का सामने आया है। शालीन ने 'बिग बॉस 16' में टीना दत्ता के साथ क्लोज रिलेशन को लेकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं। उनकी फीस 10-15 लाख के बीच बताई गई है।

शालीन के बाद तीसरे नंबर पर अभिषेक कुमार का नाम है। वह हर हफ्ते 8-10 लाख चार्ज कर रहे हैं।

क्या होगी प्राइज मनी?

खतरों के खिलाड़ी के अब तक के सीजन की बात करें, तो सीजन 13 के विनर डिनो जेम्स (Dino James) ने चमचमाती कार के साथ 20 लाख की प्राइज मनी जीती थी। सीजन 12 के विनर तुषार कालिया ने भी 20 लाख की प्राइज मनी और कार जीती थी। इसके पहले के सीजन के विनर अर्जुन बिजलानी को भी 20 लाख रुपये बतौर इनाम दिया गया था। यानी इस बार के विनर को भी 20 लाख के आसपास की प्राइज मनी और एक चमचमाती कार मिल सकती है।

ऑनलाइन कहां देख सकेंगे शो?

'खतरों के खिलाड़ी 14' को टीवी पर कलर्स चैनल और ऑनलाइन जियो सिनेमा पर देखा जा सकता है। शो शनिवार और रविवार रात 9.30 बजे आएगा।


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सबसे बड़ी… सबसे अनोखी… ओलिंपिक ओपनिंग सेरेमनी

अद्भुत...अविस्मरणीय और अद्वितीय।

ये शब्द पेरिस ओलिंपिक-2024 की ओपनिंग सेरेमनी को बयां करने के लिए काफी नहीं है। सीन नदी की लहरों पर कश्तियों पर सवार परेड ऑफ नेशंस में हिस्सा लेते खिलाड़ी...किनारे पर फैंस...पॉप स्टार लेडी गागा, आया नाकामुका और सेलीन डायोन की मनमोहक प्रस्तुतियों और एफिल टावर पर कमाल की लेजर लाइट ने सेरेमनी को यादगार बना दिया। बारिश की फुहारों ने इस पर चार चांद भी लगा दिए।

ऐसा लग रहा था जैसे 'सिटी ऑफ लव' कहा जाने वाला पेरिस 100 साल बाद लौट रहे ओलिंपिक गेम्स का दिल खोलकर स्वागत कर रहा हो। ओलिंपिक गेम्स के इतिहास में पहली पर ओपनिंग सेरेमनी किसी स्टेडियम के बाहर रखी गई। सेरेमनी के दौरान ओलिंपिक मशाल लिए एक मिस्टीरियस मैन भी आकर्षण का केंद्र रहा।

रात 2:25 बजे खिलाड़ियों की शपथ के बाद फ्रांस की संस्कृति के प्रतीक एफिल टॉवर पर लेजर लाइट शो हुआ। ओलिंपिक मशाल फ्रांस के दिग्गज खिलाड़ियों से होते हुए आगे बढ़ी, जो लीजेंड्री फुटबॉलर जिनेदिन जिदान, टेनिस दिग्गज राफेल नडाल, धावक एथलीट कार्ल लुईस से फ्रांस के ओल्डेस्ट लिविंग ओलिंपिक चैंपियन 100 साल के साइकिल चालक चार्ल्स कॉस्टे के पास पहुंची। फिर सेलीन डियोन की सुरीली आवाज के साथ हॉट बलून ने उड़ान भरी। इस सेरेमनी से फ्रांस ने अपनी सांस्कृतिक विविधता, क्रांति के इतिहास, वास्तुकला की शानदार विरासत की बानगी दुनिया के सामने पेश की।

4 घंटे चली सेरेमनी; 94 बोट्स पर सवार होकर निकले खिलाड़ी

इस ऐतिहासिक सेरेमनी का आगाज रात 11 बजे परेड ऑफ नेशंस से हुआ। परेड में 206 देशों के 6500 से ज्यादा के एथलीट्स आस्टरलिज ब्रिज से 94 नावों पर सवार होकर 6 KM दूर एफिल टावर की ओर जा रहे थे। ये कश्तियां शहर की ऐतिहासिक इमारतों- कैथेड्रल आफ नोत्रे डेम, लावरे म्यूजियम और कुछ आयोजन स्थलों से होकर गुजरीं।

पहला दल ग्रीस का, भारत 84वें नंबर पर आया

सबसे पहले ग्रीस का दल आया, क्योंकि इसी देश में मॉर्डन ओलिंपिक गेम्स की शुरुआत हुई थी। दूसरे नंबर पर रिफ्यूजी टीम आई। भारतीय दल 84वें नंबर पर आया। इसमें पीवी सिंधु और अचंता शरत कमल तिरंगा थामे नजर आए। सबसे अंत में मेजबान फ्रांस का दल आया। भारत के खेल प्रेमी अपने स्टार्स को देखने के लिए आधी रात तक जागते रहे।

नदी के किनारों 3 लाख से ज्यादा दर्शकों ने देखी सेरेमनी

3,00,000 लोग ने नदी के किनारे बनाए गए स्टैंड और 2 लाख लोग ने सीन नदी के पुल, किनारों पर बने अपार्टमेंट्स की बालकनी से ओपनिंग सेरेमनी देखी। सेरेमनी के लिए आयोजकों ने 2 लाख से अधिक मुफ्त टिकट दिए गए थे, जबकि एक लाख से अधिक टिकट बिके थे।

ओपनिंग सेरेमनी की खास बातें...

12 थीम पर सेरेमनी का आयोजन सेरेमनी 12 थीम पर रखी गई। हर थीम के जरिए एक मैसेस दिया गया। इनमें 18वीं सदी की फ्रांसीसी क्रांति, मशहूर फ्रेंच महिलाओं शामिल रहा।

लहरों से ऐतिहासिक फ्रांसीसी महिलाओं की प्रतिमाएं उभरीं सीन नदी के पानी से ऐतिहासिक फ्रांसीसी महिलाओं की स्वर्ण प्रतिमाएं उभरीं। इनमें लेखिका सिमोन डी बोवुआर और राजनीतिज्ञ सिमोन वेल जैसी हस्तियां शामिल हैं।

आकर्षण का केंद्र रहा मिस्टीरियस मैन सेरेमनी में वीडियो गेम निंजा जैसा दिखने वाला एक मिस्टीरियस मैन आकर्षण का केंद्र रहा। वे इमारतों की छतों करतब दिखाता रहा।

द हॉर्सवुमन ने प्रस्तुत किया ओलिंपिक ध्वज ओलिंपिक सॉन्ग की प्रस्तुति के बाद एक हार्सवुमन ओलिंपिक ध्वज लेकर आई, जिसे सभी देशों के ध्वजवाहकों ने सलामी दी। फिर रात 2:25 बजे खिलाड़ियों ने शपथ ली। यहां फ्रांस के राष्ट्रपति ने खेलों के आगाज का ऐलान किया।

एफिल टॉवर पर लेजर लाइट ओलिंपिक गेम्स की अधिकृत शुरुआत के बाद फ्रांस की संस्कृति के प्रतीक एफिल टॉवर पर लेजर लाइट शो हुआ।

गागा ने क्लासिक कैबरे परफॉर्म किया, डियोन की इमोशनल परफॉर्मेंस

अमेरिका की पॉप स्टार लेडी गागा ने एक फ्रांसीसी कैबरे क्लासिक किया। वहीं, फ्रांसीसी पॉप स्टार नाकामुरा ने परफॉरमेंस के जरिए फ्रेंच भाषा के बारे में बताया। सेलीन डियोन ने दिसंबर 2022 में एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति का खुलासा करते हुए एडिथ पियाफ के 'L’Hymne a l’amour' पर परफॉर्म किया।


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हार्दिक पंड्या-नताशा तलाक लेंगे, दोनों ने कन्फर्म किया

हार्दिक पंड्या और नताशा स्टेनकोविक अलग हो गए हैं। दोनों ने इंस्टाग्राम पर इस बात की जानकारी दी है। हार्दिक ने कहा कि अब वे और नताशा मिलकर बेटे अगस्त्य को हर खुशी देने की कोशिश करेंगे।

हार्दिक ने लिखा- 4 साल साथ रहने के बाद नताशा और मैंने मिलकर अलग होने का फैसला किया है। हमने साथ मिलकर बहुत कोशिश की और सब कुछ लगा दिया। अब हमें लगता है कि अलग होने में ही हम दोनों की भलाई है।

हार्दिक और नताशा के बीच तलाक की खबरें कई दिनों से आ रही थीं। नताशा ने टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की जीत के बावजूद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भी पोस्ट नहीं की थी। उन्होंने हाल ही में एक इंस्टाग्राम पोस्ट की थी, जिसमें एक सूटकेस और घर की तस्वीर थी। इस पोस्ट के जरिए उन्होंने अपने घर सर्बिया जाने की ओर इशारा किया था।

हार्दिक बोले- बेटे की खुशी की खातिर मिलकर काम करेंगे

हार्दिक ने तलाक को लेकर अपनी पोस्ट में आगे लिखा, "यह नताशा और मेरे लिए एक मुश्किल फैसला था। हमने एक परिवार के तौर पर बढ़ते हुए आनंद लिया, एक दूसरे की रिस्पेक्ट की और साथ दिया। हमें अगस्त्य का तोहफा मिला। वही अब हम दोनों की जिंदगी का सेंटर पॉइंट रहेगा। हम एक दूसरे का पूरा साथ देंगे ताकि हम अपने बेटे अगस्त्य के लिए हर वो काम करें, जिससे उसे खुशी मिले। हम सभी से रिक्वेस्ट करते हैं कि इस संवेदनशील मौके पर आप लोग हमें प्राइवेसी देंगे।"

कौन हैं नताशा स्टेनकोविक

नताशा का जन्म 4 मार्च 1992 को सर्बिया में हुआ था। उनकी बॉलीवुड में पहली फिल्म 'सत्याग्रह' थी। इसके अलावा वो 'बिग बॉस-8' और 'नच बलिए-9' में बतौर कंटेस्टेंट नजर आईं। बादशाह के गाने 'डीजे वाले बाबू से उन्हें ज्यादा पॉपुलैरिटी मिली थी। हार्दिक और नताशा की मुलाकात एक नाइट क्लब में हुई थी। यहीं से दोनों के बीच लव स्टोरी शुरू हुई थी।

नाताशा स्टेनकोविक और हार्दिक पंड्या की पहली मुलाकात

नताशा और हार्दिक का रिश्ता सबसे ज्यादा 'टॉक ऑफ द टाउन' रहा है। दोनों की पहली मुलाकात साल 2018 में एक नाइट क्लब में हुई थी। नताशा और हार्दिक के कई कॉमन फ्रेंड्स थे। 6 साल पहले मुंबई में क्रिकेटर ने अपनी बर्थडे पार्टी होस्ट की। इस पार्टी में नताशा भी शामिल हुईं। यहीं दोनों पहली बार मिले थे।

2020 में हुई थी हार्दिक और नताशा की शादी

हार्दिक ने 1 जनवरी 2020 को नताशा से सगाई की थी। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए दी थी। दोनों 31 मई, 2020 को शादी के बंधन में बंधे थे। उसी साल 30 जुलाई 2020 को उनके बेटे अगस्त्य का जन्म हुआ।

हार्दिक पंड्या और नताशा के अलग होने की खबरें

नताशा और हार्दिक के अलग होने की खबरें IPL के समय से आने लगी थी। उस समय कहा जा रहा था कि दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए हैं। कपल के अलग होने की खबरों को हवा तब मिली, जब नताशा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से हार्दिक के साथ शादी की तस्वीरें हटा दी थीं। फिर कुछ दिन बाद नताशा ने इन तस्वीरों को रीस्टोर करके तलाक की अफवाहों पर विराम लगा दिया था। वह IPL 2024 में पति को चीयर करने के लिए भी मौजूद नहीं रहीं, जबकि इस बार मुंबई इंडियंस की कैप्टेंसी हार्दिक के हाथ में थी।

इसके बाद जब इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप जीता, उसके बाद भी नताशा ने हार्दिक के लिए कोई पोस्ट शेयर नहीं की। लोग उम्मीद कर रहे थे कि इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले हार्दिक के लिए पत्नी नताशा कोई पोस्ट शेयर करके उन्हें बधाई जरूर देंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।


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पास आकर भी रह गए बहुत दूर, वो मौके पर जब भारत के हाथ से फिसल गए मेडल

 फ्रांस की राजधानी पेरिस में इसी महीने की 26 तारीख से ओलंपिक खेल शुरू हो रहे हैं। इन खेलों में भारत से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है। उम्मीद है कि भारतीय खिलाड़ी इस बार अपना दम दिखाएंगे और खेलों के महाकुंभ में भारत अपना बेस्ट प्रदर्शन करेगा। भारत ने पिछली बार टोक्यो ओलंपिक में सात पदक जीते थे। इस बार इस संख्या से पार जाने की उम्मीद है। भारत ने ओलंपिक में कई यादगार पल देखे हैं, लेकिन कुछ पल ऐसे भी थे जो यादगार बनने से रह गए। वो पल जब भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक पदक के बेहद करीब आकर भी चूक गए।

जब भी ओलंपिक खेलों की याद की जाती है, उन पलों की भी याद की जाती है जब भारत के हिस्से पदक आने से रह गए थे। ये एक-दो बार नहीं हुआ है, बल्कि कई दफा हुआ है। ये पल काफी भावुक करने वाले रहे हैं। हम आपको उन पलों के बारे में बता रहे हैं जब भारत के हाथ में ओलंपिक मेडल आते-आते रह गया था।

1920

पहलवान रनधीर शिंदे ने 1920 में एंटवर्प ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था। वह दमदार तरीके से लड़े थे और ब्रॉन्ज मेडल मैच तक पहुंचे थे लेकिन ग्रेट ब्रिटेन के फिलिप बर्नाड से हार गए थे।

1952

हेलिंस्की ओलंपिक-1952 में भारत को कुश्ती में पहला पदक मिला था। उसे ये पदक दिलाया था केडी जाधव ने। लेकिन इसी ओलंपिक में केशव मंगवे मेडल से चूक गए थे। वह अमेरिका के जोशिया हेंसन से हार गए थे और चौथे स्थान पर रहे थे।

56

भारतीय फुटबॉल की स्थिति अभी भी अच्छी नहीं हैं। टीम का ओलंपिक मेडल जीतना दूर की कौंड़ी लगता है। लेकिन 1956 में मेलबर्न में खेले गए खेलों के महाकुंभ में टीम इंडिया ने दमदार खेल दिखा पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था। बुल्गारिया ने भारत को 3-0 से हराया था और भारत चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से महरूम रह गया था।

1960

मिल्खा सिंह का नाम भारत में कौन नहीं जानता। साल 1960 में मिल्खा सिंह ने रोम ओलंपिक में हिस्सा लिया था। मिल्खा ने पुरुषों की 400 मीटर स्प्रिंट में कदम रखने की ठानी और दमदार अंदाज में रेस की शुरुआत की। लेकिन पूरी कोशिश के बाद भी मिल्खा चौथे स्थान पर रहे और ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए।

1972

भारतीय पहलवान प्रेमनाथ ने रोम ओलंपिक में लगभग पदक जीत लिया था। सातवें राउंड तक उन्होंने नौ पेनल्टी अंक अर्जित किए थे, लेकिन काफी करीब आकर भी मेडल से चूक गए। पहले स्कोर पेनल्टी को ध्यान में रखकर गिना जाता था। अंत में जो तीन पहलवान टॉप-3 में रहते उन्हें मेडल मिलता था। इसी ओलंपिक में सुदेश कुमार भी पदक से चूक गए थे।

1984

मौजूदा समय में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष और उड़नपरी के नाम से मशहूर पीटी ऊषा महिलाओं की 400 मीटर हर्डल दौड़ में एक सेकेंड के 100वें हिस्से से ब्रॉन्ज मेडल से चूक गईं। इसका मलाल पीटी ऊषा को आज भी होता होगा। इन्हीं खेलों में भारतीय पहलवान राजिंदर सिंह भी ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए थे।

2004

साल 2004 में एथेंस में खेले गए ओलंपिक में भारत को दो दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस और महेश भूपति करीब आकर पदक नहीं जीत सके थे। इन दोनों की जोड़ी मेंस डबल्स के सेमीफाइनल में रोजर फेडरर और एंडी रोडिक की जोड़ी से हार गई थी. इसी साल महिला वेटलिफ्टर कुंजारानी देवी महिलाओं के 48 किलोग्राम भारवर्ग चौथे स्थान पर रहीं थी और मेडल का अपना सपना अधूरा रह गया

2012

लंदन ओलंपिक-2012 भारत के लिए बहुत अच्छा रहा था। भारत ने छह पदक जीत थे। लेकिन ये संख्या सात भी हो सकती थी। निशानेबाज जॉयदीप कर्माकर पुरुष 50 मीटर राइफल प्रोन शूटिंग के फाइनल में पहुंच गए थे लेकिन चौथे स्थान पर रहते हुए पदक नहीं जीत सके।

2016

बीजिंग ओलंपिक-2008 में निशानेबाजी में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव बिंद्रा 2016 रियो ओलंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में चौथे स्थान पर ही रह गए थे और एक और ओलंपिक पदक से चूक गए थे। इसी ओलंपिक में टेनिस में सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना मिक्स्ड डबल्स में निर्णायक मैच में हार गए थे। जिम्नास्टिक में भारतीय की महिला खिलाड़ी दीपा कर्माकर भी चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं थी।

2020

टोक्यो ओंलपिक में भी भारत दो और पदक जीत सकता था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। महिला गोल्फ खिलाड़ी अदिति अशोक सिर्फ एक स्ट्रोक से मेडल जीतने से चूक गईं थीं। वहीं महिला हॉकी टीम काफी लड़ाई के बाद ब्रॉन्ज मेडल मैच में ग्रेट ब्रिटेन से हार गई थी।



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भारत-जिम्बाब्वे चौथा टी-20 मुकाबला आज

भारत और जिम्बाब्वे के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज चौथा मुकाबला आज खेला जाएगा। टीम इंडिया इस सीरीज में 2-1 से आगे है और आज का मैच जीतने के साथ ही सीरीज भी अपने नाम कर लेगी।

जिम्बाब्वे भारत के खिलाफ अब तक एक भी टी-20 सीरीज नहीं जीत सका है। दोनों के बीच अब तक तीन सीरीज खेली गई, 2 भारत जीता और एक ड्रॉ रही।

मैच डिटेल्स

इंडिया Vs जिम्बाब्वे, हरारे स्पोर्ट्स क्लब

तारीख-13 जून

टॉस- 4:00 PM, मैच स्टार्ट- 4:30 PM

पिछले 5 मैच

मैच में बन सकता है यह रिकॉर्ड

जिम्बाब्वे के कप्तान सिकंदर रजा टी-20 इंटरनेशनल में दो हजार पूरा करने से महज 17 रन दूर हैं। रजा अगर आज 17 रन बना लेते हैं तो वह जिम्बाब्वे की ओर से यह कारनामा करने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएंगे।

टॉस का रोल और पिच रिपोर्ट

हरारे स्पोर्ट्स क्लब में अब तक 44 टी-20 इंटरनेशनल मैच हुए हैं। जिसमें अब तक 26 मैच पहले बैटिंग करने वाली टीम ने जीते हैं। लेकिन यहां के 24 मैच में किसी भी टीम के कप्तान ने टॉस जीतकर बॉलिंग का फैसला लिया है। यहां टॉस जीतने के बाद मैच जीतने के चांस 54.55% है। हरारे की पिच दोनों बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए फायदेमंद हैं। ऐसे में टॉस जीतने वाली टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला कर सकती हैं।

वेदर रिपोर्ट

शनिवार को हरारे का मौसम काफी अच्छा रहेगा। शाम को मौसम खुशनुमा रहने की उम्मीद है और तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। बारिश की कोई आशंका नहीं है। इस दिन यहां का तापमान 25 से 9 डिग्री सेल्शियस की बीच रहेगा।

दोनों टीमों की पॉसिबल प्लेइंग प्लेइंग-11

भारत : शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अभिषेक शर्मा, ऋतुराज गायकवाड, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, रिंकू सिंह, वॉशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई, आवेश खान और खलील अहमद।

जिम्बाब्वे : सिकंदर रजा (कप्तान), तदिवनाशे मरुमानी, वेसले मधवरे, ब्रायन बेनेट, डायन मायर्स, जोनाथन कैंपबेल, क्लाइव मदांदे (विकेटकीपर), वेलिंगटन मसाकाद्जा, रिचर्ड नगारावा, ब्लेसिंग मुजरबानी और तेंदाई चतारा।


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चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया, ICC को बदलना पड़ सकता है वेन्यू

चैंपियंस ट्रॉफी अगले साल 2025 में पाकिस्तान की मेजबानी में होनी है। इस इवेंट से पहले ही बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने ये कह दिया था कि भारत पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा, इसके बावजूद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड तैयारियों में जुटा हुआ है।

इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि भारत पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा और बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के वेन्यू में बदलाव करने को लेकर आईसीसी से बात करेगा।

बीसीसीआई आईसीसी से ये मांग करेगा कि चैंपियंस ट्रॉफी के मैच दुबई या श्रीलंका में कराए जाए। हालांकि, भारत के पाकिस्तान नहीं जाने के फैसले को लेकर बीसीसीआई का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के लिए आईसीसी से बड़ी मांग करेगी। ये मांग चैंपियंस ट्रॉफी के वेन्यू में बदलाव की होगी। बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन श्रीलंका या दुबई में करवाने को लेकर आईसीसी से बातचीत करेगा।

बता दें कि साल 2008 के बाद से भारत ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया। दोनों टीमों के बीच भिड़ंत आईसीसी इवेंट में हुई। पाकिस्तान ने पिछले साल एशिया कप की मेजबानी की थी, लेकिन भारत के पाकिस्तान नहीं जाने की जिद्द के बाद एशिया कप को हाइब्रिड मॉडल पर खेलने का फैसला लिया गया। भारतीय टीम ने एशिया कप में अपने मुकाबले श्रीलंका में खेलें। भारतीय टीम ने दावा किया था कि उनकी सरकार ने उन्हें पाकिस्तान जाकर एशिया कप खेलने की परमिशन नहीं दी।

8 देशों के बीच खेली जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज अगले साल 2025 में फरवरी-मार्च के महीने में होना है, जिसकी मेजबानी पाकिस्तान करेगा। 1996 विश्व कप में भारत और श्रीलंका के साथ मेजबानी के बाद ये पहला मौका है जब बड़े इवेंट में पाकिस्तान को मेजबानी का मौका मिला है।


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गौतम गंभीर के सामने 5 बड़े चैलेंज

गौतम गंभीर टीम इंडिया के हेड कोच बन गए हैं। मंगलवार को BCCI ने इसकी ऑफिशियल जानकारी दी। गंभीर अब राहुल द्रविड़ की जगह संभालेंगे, जिन्होंने टीम इंडिया के ICC टूर्नामेंट जीतने सूखा का 10 दिन पहले ही खत्म करवाया। उनकी कोचिंग में भारत ने साउथ अफ्रीका को फाइनल हराकर टी-20 वर्ल्ड कप जीता।

गंभीर 2027 तक भारत के कोच बने रहेंगे। इस दौरान भारत 5 ICC टूर्नामेंट खेलेगा। गंभीर के सामने इनमें टीम को चैंपियन बनाने की चुनौती है। इसके अलावा विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर प्लेयर्स के साथ उनकी केमिस्ट्री पर भी नजरें होंगी।

आगे जानते हैं कि कोच गंभीर के सामने 5 बड़े चैलेंज कौन से होने वाले हैं...

चैलेंज-1: न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज

हेड कोच के रूप में गंभीर का कार्यकाल श्रीलंका दौरे से शुरू होगा। दौरे पर पहला मैच 27 जुलाई को है। श्रीलंका में टीम 3 वनडे और 3 टी-20 खेलेगी। इसी दौरे से गंभीर के कोचिंग करियर की बुनियाद तय होगी। श्रीलंका दौरा 7 अगस्त को खत्म होगा, इसके बाद 19 सितंबर से टीम इंडिया का बिजी शेड्यूल शुरू हो जाएगा। यहीं से गंभीर के असली चैलेंज भी सामने आएंगे।

2025 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को अगली 3 टेस्ट सीरीज में अच्छा परफॉर्म करना होगा। इनमें घरेलू मैदान पर बांग्लादेश से 2 और न्यूजीलैंड से 3 टेस्ट होंगे। भारत फिलहाल WTC पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है, इसलिए टीम से पांचों टेस्ट जीतने की उम्मीद है।

नवंबर से जनवरी तक टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट खेलेगी। भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014 के बाद से 4 टेस्ट सीरीज जीत चुका है। ऑस्ट्रेलिया में तो भारत ने लगातार 2 टेस्ट सीरीज जीती हैं। यानी गंभीर के सामने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत की हैट्रिक लगाने की चुनौती है। इसी सीरीज के नतीजे से तय होगा कि भारत लगातार तीसरा WTC फाइनल खेलेगा या नहीं।

2025 से 2027 तक भारत फिर इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और श्रीलंका में 3 टेस्ट सीरीज खेलेगा। इस दौरान वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 टेस्ट सीरीज घर में भी रहेंगी। 2027 के WTC फाइनल में पहुंचने के लिए इनमें भी जीत दर्ज करनी ही होगी।

चैलेंज-2: अगले 3 साल में 5 ICC टूर्नामेंट

ICC साल 2025 से 2027 तक 5 टूर्नामेंट कराएगी। 2 WTC फाइनल हटा दें तो लिमिटेड ओवर्स के 3 अहम टूर्नामेंट इनमें शामिल हैं। 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी, 2026 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2027 में वनडे वर्ल्ड कप होगा। ICC टूर्नामेंट्स के इतर इस दौरान 2 एशिया कप भी होंगे।

चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने 2 खिताब 2002 और 2013 में जीते। टीम 2017 में पाकिस्तान से फाइनल हारकर रनर-अप रही। अब 2025 में भारत के सामने पाकिस्तान में ही चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की चुनौती है।

टी-20 वर्ल्ड कप में भी भारत ने 2 खिताब 2007 और 2024 में जीते। टीम इस वर्ल्ड कप की मौजूदा चैंपियन है। 2026 का टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका की मेजबानी में है। यानी गंभीर के सामने होम ग्राउंड पर भारत को पहला टी-20 वर्ल्ड कप जिताने की चुनौती है।

वनडे वर्ल्ड कप में भी भारत ने 2 ही खिताब 1983 और 2011 में जीते। 2027 का टूर्नामेंट साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में होगा। यह गंभीर के कोचिंग पीरियड का आखिरी टूर्नामेंट है। वनडे वर्ल्ड कप क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है, भारत 2023 में अपने ही होम ग्राउंड पर लगातार 10 मैच जीतकर भी ट्रॉफी जीतने से चूक गया था। ऐसे में गंभीर के कोचिंग करियर का सबसे बड़ा चैलेंज भारत को वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दिलवाना ही है।

एशिया कप में भारत मौजूदा चैंपियन है। गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया 2 एशिया कप भी खेलेगी। 2025 का टूर्नामेंट टी-20 और 2027 का वनडे फॉर्मेट में होगा। इसी टूर्नामेंट से एशियन टीमों के वर्ल्ड कप की तैयारी भी पुख्ता होती है। ऐसे में गंभीर के सामने इनमें भी भारत को अच्छा परफॉर्म करवाने की चुनौती है।

चैलेंज-3: नई टी-20 टीम तैयार करना

भारत को 2024 का टी-20 वर्ल्ड चैंपियन बनाने के बाद टीम के 3 दिग्गजों कप्तान रोहित शर्मा, बैटर विराट कोहली और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने इस फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। जिम्बाब्वे दौरे पर युवा टीम इंडिया भेजी गई, ऐसा ही कुछ श्रीलंका दौरे पर भी देखने को मिलेगा।

गंभीर के सामने 2026 के वर्ल्ड कप तक इस फॉर्मेट में भारत की बेस्ट टीम तैयार करने की चुनौती है। साथ ही उन्हें रोहित, कोहली और जडेजा के रीप्लेसमेंट भी इतने टाइम में तैयार कर लेने होंगे, जो अगले वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की जिम्मेदारी संभालें।

गंभीर ने IPL में KKR टीम को अपनी कप्तानी में 2 बार और मेंटरशिप में एक बार चैंपियन बनाया। टी-20 फॉर्मेट के इस टूर्नामेंट में सफलता के कारण ही गंभीर को कोच बनाने का मुद्दा तेजी से बढ़ा था। ऐसे में उनसे खासतौर पर इसी फॉर्मेट में भारत को चैंपियन टीम बनाने की उम्मीद की जा रही है।

चैलेंज-4: सीनियर प्लेयर्स के साथ केमिस्ट्री

टी-20 फॉर्मेट से तो 3 सीनियर प्लेयर्स ने संन्यास ले लिया, लेकिन ये तीनों खिलाड़ी वनडे और टेस्ट फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे। रोहित, विराट और जडेजा 2 फॉर्मेट खेल रहे हैं, वहीं रविचंद्रन अश्विन लंबे समय से टेस्ट टीम का हिस्सा हैं। ऐसे में देखना अहम होगा कि गंभीर इन 4 प्लेयर्स से किस तरह की केमिस्ट्री बैठाते हैं।

गंभीर के पास सीनियर प्लेयर्स के रीप्लेसमेंट ढूंढने की भी चुनौती है। 35-35 साल के जडेजा और कोहली 2027 तक वनडे और टेस्ट खेल सकते हैं। वहीं 37-37 साल के रोहित और अश्विन के 2025 से 2027 के दौरान संन्यास लेने की आशंका है। ऐसे में गंभीर के सामने सीनियर्स के टीम में रहते हुए ही इनका बेस्ट ऑप्शन तैयार करने की चुनौती है।

कुल मिलाकर गंभीर को सीनियर प्लेयर्स की तरह ही खिलाड़ी तैयार करने होंगे, जो मुश्किल परिस्थिति में टीम को संभालकर जिता सकें, क्योंकि ये चारों सीनियर्स ही पिछले 12-13 साल से टीम की रीढ़ बने हुए हैं।

चैलेंज-5: ऑल फॉर्मेट लीडर तैयार करना

रोहित शर्मा टी-20 फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं। उनकी जगह हार्दिक पंड्या इस फॉर्मेट में भारत की कमान संभालने के बड़े दावेदार हैं। रोहित का 2025 तक वनडे और टेस्ट में कप्तान रहना तय है। वनडे में तो उनकी जगह 30 साल के पंड्या ही कप्तान बनाए जा सकते हैं, लेकिन हार्दिक टेस्ट नहीं खेलते। ऐसे में रोहित के बाद भारत का टेस्ट कप्तान कौन होगा, यह चुनौती है।

टीम इंडिया में लंबे समय से यह फिलॉसफी रही कि तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान होना चाहिए। इसी कारण 2008 के बाद एमएस धोनी, 2017 से विराट कोहली और 2022 से रोहित शर्मा ने तीनों फॉर्मेट में भारत को लीड किया। अगर यही फिलॉसफी जारी रही तो गंभीर के सामने टीम इंडिया का ऑल फॉर्मेट कप्तान तैयार करने की भी चुनौती है।

ऑल फॉर्मेट कप्तान की पोजिशन के लिए टीम में केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल के ऑप्शन हैं। 2024 के IPL में KKR ने खिताब जीता, इस टीम की कप्तानी श्रेयस ने की। ऐसे में उनकी दावेदारी भी बन सकती है।

हालांकि, रोहित अगर 2027 तक कप्तान बने रहे तो टीम इंडिया 4 साल तक टी-20 में नए कप्तान की लीडरशिप में उतरेगी। ऐसे में यह भी उम्मीद की जा सकती है कि गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया स्प्लिट कैप्टन यानी हर फॉर्मेट का अलग कप्तान बनाने की स्ट्रैटजी भी अपना सकती है। ऐसे में टी-20, वनडे और टेस्ट तीनों फॉर्मेट का अलग-अलग कप्तान भी हो सकता है।

राहुल द्रविड़ ढाई साल तक रहे कोच

गंभीर दिग्गज राहुल द्रविड़ का स्थान लेंगे। द्रविड़ नवंबर 2021 में भारत के हेड कोच बने थे। उन्होंने रवि शास्त्री की जगह ली थी, जिनकी कोचिंग में टीम 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। द्रविड़ ने यहां से टीम को संभाला और ICC खिताब भी दिलवाया।

द्रविड़ के कार्यकाल में टीम 2022 के टी-20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल तक पहुंची। 2023 में फिर WTC और वनडे वर्ल्ड कप में रनर-अप रही। टीम को दोनों बार ऑस्ट्रेलिया से करारी हार मिली, लेकिन द्रविड़ का कार्यकाल बढ़ा दिया गया। द्रविड़ ने फिर 2024 में टीम को टी-20 वर्ल्ड कप का चैंपियन बनाया और भारत के ICC ट्रॉफी का इंतजार खत्म हुआ। टी-20 वर्ल्ड कप के रूप में 2013 के बाद भारत ने पहला ही ICC टूर्नामेंट जीता।

द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को घर में टेस्ट सीरीज हराईं। वहीं साउथ अफ्रीका में सीरीज 1-1 से ड्रॉ कराईं। इतना ही नहीं, टीम इंडिया इस दौरान तीनों फॉर्मेट की ICC रैंकिंग में नंबर-1 टीम भी बनी। यानी गंभीर के सामने 5 बड़े चैलेंज के रूप में द्रविड़ के सफल कैंपेन को आगे ले जाने की पहाड़ जैसी चुनौती है।


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ट्रॉफी ले साथ दिल्ली पहुंचे चैंपियन, एयरपोर्ट टीम इंडिया का ग्रैंड वेलकम

टी20 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के गुरुवार को दिल्ली पहुंच गई है. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भारतीय खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया. भारतीय टीम के खिलाड़ी बारबाडोस से दिल्ली पहुंचे हैं. इससे पहले रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम के लिए खराब मौसम के कारण बारबाडास में फंसे थे. पहले से तय शेड्यूल के मुताबिक इन खिलाड़ियों को सामवार के दिन न्यूयॉर्क से निकलना था, लेकिन खराब मौसम के कारण खिलाड़ी बारबाडोस में ही फंसे रहे.

इस वक्त दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास फैंस की भाड़ी भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं, सुरक्षी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. क्रिकेट फैंस के हाथों में तिरंगा है और वह लगातार इंडिया-इंडिया के नारे लगा रहे हैं.

दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचने के बाद वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के अलावा विराट कोहली, रवीन्द्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह और शिवम दुबे नजर आ रहे हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया यूजर्स लगातार वीडियो पर कमेंट्स कर रहे हैं.

बताते चलें कि भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराया. इस तरह टीम इंडिया ने 17 सालों बाद टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया. वहीं, पिछले तकरीबन 11 सालों से आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने के सूखे को खत्म किया. वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया था, लेकिन रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीतकर फैंस को झूमने पर मजबूर कर दिया. इससे पहले भारत ने महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था.



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