3 अक्‍टूबर से होगा टूर्नामेंट का आगाज, अपने पहले मैच में न्‍यूजीलैंड से टकराएगी भारतीय टीम; देखें पूरा शेड्यूल

विमंस टी20 वर्ल्‍ड कप 2024 का अपडेट शेड्यूल जारी हो गया है। टूर्नामेंट के 9वें सीजन का 3 अक्‍टूबर से आगाज होगा। वहीं भारतीय टीम 4 अक्‍टूबर से अपने अभियान की शुरुआत करेगी। पहले यह टूर्नामेंट बांग्‍लादेश में खेला जाना था।

हालांकि, देश के हालातों को देखते हुए इसे संयुक्त अरब अमीरात में स्थानांतरित कर दिया गया था। यूएई में सभी मुकाबले दुबई और शारजाह में खेले जाएंगे। टूर्नामेंट में 10 टीमें खिताब के लिए टकराएंगी। इन टीमों को 5-5 के 2 ग्रुप में बांटा गया है। 

2 ग्रुप में बांटा गया

ग्रुप ए: ऑस्ट्रेलिया, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, श्रीलंका

ग्रुप बी: दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, स्कॉटलैंड

विमंस टी20 वर्ल्‍ड कप 2024 का शेड्यूल

3 अक्टूबर, गुरुवार, बांग्लादेश बनाम स्कॉटलैंड, शारजाह

3 अक्टूबर, गुरुवार, पाकिस्तान बनाम श्रीलंका, शारजाह

4 अक्टूबर, शुक्रवार, दक्षिण अफ्रीका बनाम वेस्टइंडीज, दुबई

4 अक्टूबर, शुक्रवार, भारत बनाम न्यूजीलैंड, दुबई

5 अक्टूबर, शनिवार, ऑस्ट्रेलिया बनाम श्रीलंका, शारजाह

5 अक्टूबर, शनिवार, बांग्लादेश बनाम इंग्लैंड, शारजाह

6 अक्टूबर, रविवार, भारत बनाम पाकिस्तान, दुबई

6 अक्टूबर, रविवार, वेस्टइंडीज बनाम स्कॉटलैंड, दुबई

7 अक्टूबर, सोमवार, इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका, शारजाह

8 अक्टूबर, मंगलवार, ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड, शारजाह

9 अक्टूबर, बुधवार, दक्षिण अफ्रीका बनाम स्कॉटलैंड, दुबई

9 अक्टूबर, बुधवार, भारत बनाम श्रीलंका, दुबई

10 अक्टूबर, गुरुवार, बांग्लादेश बनाम वेस्टइंडीज, शारजाह

11 अक्टूबर, शुक्रवार, ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान, दुबई

12 अक्टूबर, शनिवार, न्यूजीलैंड बनाम श्रीलंका, शारजाह

12 अक्टूबर, शनिवार, बांग्लादेश बनाम दक्षिण अफ्रीका, दुबई

13 अक्टूबर, रविवार, इंग्लैंड बनाम स्कॉटलैंड, शारजाह

13 अक्टूबर, रविवार, भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, शारजाह

14 अक्टूबर, सोमवार, पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, दुबई

15 अक्टूबर, मंगलवार, इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज, दुबई

17 अक्टूबर, गुरुवार, सेमीफाइनल 1, दुबई

18 अक्टूबर, शुक्रवार, सेमीफाइनल 2, शारजाह

20 अक्टूबर, रविवार, फाइनल, दुबई


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नीरज ने फ्रैक्चर के बावजूद डायमंड लीग फाइनल खेला

दो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट भारतीय जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने फ्रैक्चर के बावजूद डायमंड लीग फाइनल खेला। उन्होंने रविवार को खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी है। वे 2024 के डायमंड लीग फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे।

नीरज ने एक्‍स पर बताया कि चोटिल होने के बाद भी वह मैदान पर उतरे। उन्‍होंने कुछ तस्‍वीरों के साथ ही एक्स-रे भी शेयर किया है। इसमें देखा जा सकता है कि उन्‍हें फ्रैक्चर था। उन्होंने लिखा, जैसे ही 2024 सीजन खत्म होता है, मैं उन सभी चीजों पर नजर डालता हूं जो मैंने इस साल सीखी हैं। सुधार, असफलताओं, मानसिकता और बहुत कुछ के बारे में।

सोमवार को मैंने अभ्यास के दौरान खुद को घायल कर लिया और एक्स-रे से पता चला कि मेरे बाएं हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। यह मेरे लिए एक और दर्दनाक चुनौती थी, लेकिन अपनी टीम की मदद से मैं ब्रुसेल्स में हिस्सा ले सका।

यह साल का आखिरी टूर्नामेंट था

उन्होंने आगे कहा, यह साल का आखिरी टूर्नामेंट था और मैं अपना सीजन ट्रैक पर समाप्त करना चाहता था। हालांकि मैं अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका, लेकिन मुझे लगता है कि यह एक ऐसा सीजन था जिसमें मैंने बहुत कुछ सीखा।

अब मैं पूरी तरह से फिट और तैयार होकर वापसी करने के लिए काम करूंगा। मैं आपके प्रोत्साहन के लिए आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। 2024 ने मुझे एक बेहतर एथलीट और इंसान बनाया है। 2025 में मिलेंगे।

नीरज चोपड़ा डायमंड लीग फाइनल में दूसरे नंबर पर रहे

नीरज चोपड़ा 2024 के डायमंड लीग फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने अपने तीसरे अटेम्प्ट में 87.86 मीटर का बेस्ट थ्रो फेंका। वह चैंपियन बनने से 0.01 मीटर दूर रहे। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने अपने पहले अटेम्प्ट में 87.87 मीटर का बेस्ट थ्रो फेंक कर पहला स्थान हासिल किया।

नीरज ने अपने पहले अटेम्प्ट में 86.82 मीटर का थ्रो फेंका था। जर्मनी के जूलियन वेबर 85.97 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। फाइनल में 7 जैवलिन थ्रोअर ने हिस्सा लिया था। जिनमें से 4 थ्रोअर 83 मीटर का थ्रो भी नहीं फेंक सके।

डायमंड लीग फाइनल 13 और 14 सितंबर को बेल्जियम के ब्रुसेल्स स्थित किंग बौडॉइन स्टेडियम में हुआ। शुक्रवार को भारत के ही अविनाश साबले 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में 9वें नंबर पर रहे।

नीरज ने पेरिस ओलिंपिक में जीता था सिल्वर

टोक्यो ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज ने पिछले महीने खत्म हुए पेरिस ओलिंपिक गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने 89.45 मीटर का सीजन बेस्ट थ्रो किया था। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था। हालांकि, वह डायमंड लीग का हिस्सा नहीं रहे।

नीरज ने 2020 के टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। तब अरशद नदीम टॉप-5 प्लेयर्स में भी जगह नहीं बना सके थे। नीरज डायमंड लीग फाइनल को 2022 में जीत चुके हैं, 2023 में वह दूसरे स्थान पर रहे थे।


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भारतीय हॉकी टीम ने पाकिस्तान को चटाई धूल, कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बिखेरा जलवा

 भारतीय हॉकी टीम ने पाकिस्तान को धूल चटाते हुए 2-1 से हरा दिया. भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कमाल करते हुए दोनों गोल दागे. भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला शनिवार को हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में खेला गया. यह भारतीय टीम की टूर्नामेंट में लगातार पांचवीं जीत रही. अब टीम इंडिया सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है.

ऐसा रहा पूरे मैच का हाल

बता दें कि मुकाबले की शुरुआत में पाकिस्तान का दबदबा देखने को मिला. मैच का पहला गोल पाकिस्तान की तरफ से किया गया. यह गोल पहले क्वार्टर में 8वें मिनट पर पाकिस्तान के अहमद नदीम ने किया. शुरुआत में ही बढ़त हासिल करने वाली पाकिस्तान की फिर टीम इंडिया के सामने एक भी ना चली और टीम सिर्फ एक गोल तक ही सीमित रह गई. 

कप्तान कप्तान हरमनप्रीत ने किया कमाल

मुकाबले में पीछे चल रही भारतीय टीम को कप्तान कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 13वें मिनट में गोल करके बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया. यह गोल पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए किया गया. इस तरह 15 मिनट के पहले क्वार्टर में भारत और पाकिस्तान की टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं. 

फिर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भारत के लिए दूसरा गोल 19वें मिनट में दागा. कप्तान ने दूसरा गोल भी पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए ही किया. अब भारत मुकाबले में 2-1 की बढ़त बना चुका था. भारत की यह बढ़त जीत के लिए पर्याप्त रही. टीम इंडिया ने 2-1 से जीत अपने नाम की. 

लगातार पांच मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय टीम 

गौरतलब है कि भारतीय टीम ने लगातार पांच मैचों में जीत हासिल कर एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के सेमीफाइनल में जगह बनाई. भारतीय टीम ने पहले मैच में चाइना, दूसरे मैच में जापान, तीसरे मैच में मलेशिया, चौथे मैच में कोरिया और पांचवें मैच में पाकिस्तान को हराया. अब टीम इंडिया सेमीफाइनल मैच सोमवार को खेलेगी.


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लाल मिट्टी की पिच पर खेलने का टीम इंडिया ने बनाया प्लान, बांग्लादेश को फंसाने की तैयारी!

भारत और बांग्लादेश के बीच 19 सितंबर से चेन्नई में टेस्ट मैच खेला जाएगा. टीम इंडिया इस मुकाबले को लेकर खास प्लान बना रही है. रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम ने प्रैक्टिस भी शुरू कर दी है. भारत-बांग्लादेश का पहला टेस्ट मैच लाल मिट्टी की पिच पर खेला जा सकता है. अगर ऐसा हुआ तो बांग्लादेश की दिक्कत बढ़ सकती है. पिच का बहुत फर्क पड़ता है. लिहाजा बांग्लादेश के खिलाड़ी मुश्किल में पड़ सकते हैं. टीम इंडिया के दिग्गज गेंदबाजों ने नेट्स में काफी पसीना बहाया है.

दरअसल बांग्लादेश के खिलाड़ियों को काली मिट्टी की पिच पर खेलने की आदत है. वे होम ग्राउंड पर इसी तरह की पिच पर खेलते हैं. लेकिन चेन्नई में दिक्कत आ सकती है. इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक भारत-बांग्लादेश टेस्ट लाल मिट्टी की पिच पर खेला जा सकता है. हालांकि इसको लेकर अभी तक फैसला नहीं लिया गया है. अभी टेस्ट मैच शुरू होने में 4 दिन बचे हैं. लिहाजा पिच और मैदान की स्थिति को देखकर ही फैसला लिया जाएगा.

काली मिट्टी की पिच पर टीम इंडिया की हुई पहले दिन ट्रेनिंग -

टीम इंडिया ने एमए चिदम्बरम स्टेडियम में शुक्रवार से कैंप की शुरुआत की. विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन समेत कई खिलाड़ियों ने खूब पसीना बहाया. टीम इंडिया का पहला कैंप काली मिट्टी की पिच पर हुआ. लेकिन इस पर स्पाइक के काफी निशान थे. फुल-लेंथ एरिया पर काफी ज्यादा काले धब्बे दिखे. पिच पर हल्की घास भी थी. बांग्लादेश के खिलाड़ी काली मिट्टी की पिच पर खेलने के आदी हैं. यह आमतौर पर स्लो होती है. लेकिन यहां लाल मिट्टी की पिच मिल सकती है.

लाल मिट्टी की पिच से बांग्लादेश को क्यों हो सकती है दिक्कत -

बांग्लादेश खिलाड़ी काली मिट्टी की पिच पर खेलते रहे हैं, जो कि आमतौर पर स्लो मानी जाती है. लेकिन लाल मिट्टी की पिच भारतीय गेंदबाजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. इसके साथ-साथ बल्लेबाजों को भी मदद मिल सकती है. टीम इंडिया अपनी तैयारी उसी हिसाब से करेगी. 


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बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए घोषित की टीम, इस दिग्गज को किया बाहर

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने भारत के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए टीम की घोषणा कर दी है. बोर्ड ने नजमुल हुसैन शंटो को कप्तान बनाया है. बांग्लादेश ने इसके साथ एक हैरान करने वाला फैसला लिया है. टीम ने जाकिर अली को मौका दिया है. जबकि शोरफुल इस्लाम को बाहर का रास्ता दिखाया है. बांग्लादेश ने शाकिब अल हसन, लिटन दास और मेहदी हसन मिराज को भी टीम में शामिल किया है. भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच 19 सितंबर से चेन्नई में खेला जाएगा. इसके बाद सीरीज का दूसरा मुकाबला कानपुर में आयोजित होगा.

बांग्लादेश ने टीम को काफी संतुलित रखा है. उसने अनुभवी खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा खिलाड़ियों को भी मौका दिया है. बांग्लादेश ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार जीत दर्ज की थी. उसने पाकिस्तान को उसी के खबर में हराया था. अब टीम भारत के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार है. वह टीम इंडिया को कड़ी टक्कर दे सकती है.

महमुदुल हसन, जाकिर हसन, शादमान इस्लाम और मोमिनुल हक को भी मौका मिला है. मुशफिकुर रहीम भी टीम का हिस्सा हैं. बांग्लादेश ने जाकिर अली को टीम में शामिल किया है. उन्हें अभी तक बांग्लादेश के लिए टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला है. लेकिन जाकिर का घरेलू मैचों में अच्छा रिकॉर्ड रहा है. जाकिर ने 49 फर्स्ट क्लास मैचों में 2862 रन बनाए हैं. इस दौरान 4 शतक और 19 अर्धशतक लगाए हैं. जाकिर का फर्स्ट क्लास की एक पारी में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 172 रन रहा है.

बांग्लादेश क्रिकेट टीम: नजमुल हुसैन शंटो (कप्तान), महमुदुल हसन जॉय, जाकिर हसन, शादमान इस्लाम, मोमिनुल हक, मुशफिकुर रहीम, शाकिब अल हसन, लिटन दास, मेहदी हसन मिराज, तैजुल इस्लाम, नईम हसन, नाहिद राणा, हसन महमूद, तस्कीन अहमद, सैयद खालिद अहमद, जेकर अली अनिक


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नीरज चोपड़ा अब डायमंड लीग फाइनल में खेलेंगे, भारत एक और खिलाड़ी देगा चुनौती

भारतीय एथलीट अविनाश साबले ब्रसेल्स में डायमंड लीग फाइनल में चुनौती पेश करेंगे.  साबले के नाम 3000 मीटर स्टीपलचेज का नेशनल रिकॉर्ड है. वे जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के साथ इस टूर्नामेंट में जगह बनाने वाले दूसरे भारतीय है. अविनाश साबले ने 12 खिलाड़ियों के डायमंड लीग फाइनल में पहली बार जगह बनाई है. उनकी स्पर्धा का आयोजन शुक्रवार को होगा जहां सभी 12 प्रतिभागी सीधे फाइनल रेस में भाग लेंगे.

29 वर्षीय अविनाश साबले ने इस सत्र में डायमंड लीग के दो आयोजनों में हिस्सा लिया है और वह तीन अंक के साथ तालिका में 14वें स्थान पर थे. उनसे उच्च रैंकिंग वाले चार खिलाड़ियों के प्रतियोगिता से हटने के बाद उन्होंने फाइनल में जगह बनाई. दो दिवसीय डायमंड लीग फाइनल का आयोजन 13 और 14 सितंबर को होगा. पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ 13 सितंबर को निर्धारित है. पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता अगले दिन आयोजित की जाएगी. इस सत्र में डायमंड लीग के 14 आयोजनों में से पांच में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा थी.

साबले ने सात जुलाई को डायमंड लीग के पेरिस चरण में 8:09.91 मिनट के समय के साथ अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार के साथ छठा स्थान हासिल किया था. वह  25 अगस्त को सिलेसिया चरण में 14वें स्थान (8:29.96 मिनट) पर थे. साबले पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में ओलंपिक फाइनल में प्रवेश करने वाले पहले भारतीय बने लेकिन वह अपने प्रदर्शन से प्रभावित नहीं कर सके. पेरिस ओलंपिक में वह 8:14.18 मिनट के समय के साथ निराशाजनक 11वें स्थान पर रहे थे.

दो बार के ओलंपिक पदक विजेता चोपड़ा ने समग्र तालिका में चौथे स्थान पर रहने के बाद डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. चोपड़ा ने दोहा और लुसाने में आयोजित एकदिवसीय मुकाबलों में प्रत्येक में दूसरे स्थान पर रहने से 14 अंक अर्जित किए.

प्रत्येक डायमंड लीग सत्र के फाइनल के चैंपियन को प्रतिष्ठित ‘डायमंड ट्रॉफी’, 30,000 डॉलर की पुरस्कार राशि और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए एक वाइल्ड कार्ड से सम्मानित किया जाता है.  उपविजेता को 12,000 डॉलर मिलेंगे और इसी तरह आठवें स्थान पर रहने वाले को 1000 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे.


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इटली के जैनिक सिनर ने जीता यूएस ओपन

दुनिया के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी जैनिक सिनर ने यूएस ओपन का मेंस सिंगल्स टाइटल जीत लिया है। इटैलियन स्टार ने अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज को 6-3, 6-4, 7-5 से हराया। वे US ओपन जीतने वाले इटली के पहले पुरुष खिलाड़ी बने हैं। साल 2015 में इटली की फ्लाविया पैनेटा ने विमेंस सिंगल्स का टाइटल जीता था।

23 साल के सिनर ने करियर का दूसरा ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता है। उन्होंने 2024 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया ओपन भी जीता था। सिनर ने जीत के बाद X पर लिखा- 'शुक्रिया न्यूयॉर्क, 2 हफ्तों के शानदार प्रदर्शन के बाद यहां अपना दूसरा ग्रैंड स्लैम जीतना विशेष रहा। समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद। '

2 घंटे से ज्यादा चला मुकाबला

न्यूयॉर्क में रविवार देर रात शुरु हुआ फाइनल मुकाबला 2 घंटे 16 मिनट तक चला। इसमें टॉप सीड सिनर का दबदबा देखने को मिला। उन्होंने पहले सेट को 6-3 से जीता। फिर दूसरे सेट को 6-4 से जीतते हुए बढ़त बनाई और आखिरी सेट को 7-5 से जीतते हुए मैच अपने नाम किया।

फ्रिट्स के पास खिताब जीतने का मौका था

दूसरी ओर अमेरिका के टेलर फ्रिट्स पहला ग्रैंड स्लैम टाइटल जीतने से चूक गए। 18 साल बाद कोई अमेरिका का खिलाड़ी यूएस ओपन में मेंस सिंगल्स के फाइनल में पहुंचा था। उनसे पहले 2006 में एंडी रॉडिक ने यह कारनामा किया था।

फ्रिट्ज के पास पहला ग्रैंड स्लैम जीतने का मौका था, लेकिन वे कामयाब नहीं पाए। साल 2003 के बाद से यूएस ओपन पुरुष सिंगल्स में अमेरिका का कोई खिलाड़ी खिताब को जीत नहीं पाया है।

सिनर के लिए शानदार साल

सिनर के लिए साल 2024 शानदार रहा। उन्होंने जनवरी में ऑस्ट्रेलिया ओपन जीतकर इसकी शुरुआत की। उसके बाद मियामी ओपन, सिनसिनाटी ओपन, हाले ओपन और रॉटर्डम ओपन में जीते। अब सिनर ने साल का आखिरी ग्रैंड स्लैम भी जीत लिया है।

10 लाख फैंस यूएस ओपन देखने पहुंच

इस बार यूएस ओपन को देखने के लिए 10 लाख से ज्यादा फैंस मैच देखने स्टेडियम पहुंचे। फाइनल मैच के बाद यूएस ओपन के आयोजकों ने एक पोस्ट के जरिए बताया कि यूएस ओपन में मैदान पर मैच देखने वाले फैंस की संख्या 10 लाख का आंकड़ा पार कर गई है। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में मैच देखने पहुंचे हैं।

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नागालैंड के एथलीट ने शॉट पुट में जीता ब्रॉन्‍ज मेडल

पेरिस पैरालंपिक-2024 में होकातो सेमा ने भारत की झोली में ब्रॉन्ज मेडल डाला है। होकातो ने पुरुषों की शॉटपुट एफ5 स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इसी के साथ होकातो ने इतिहास रच दिया। वह पैरालंपिक खेलों में मेडल जीतने वाले नागालैंड के पहले खिलाड़ी बन गए हैं। होकातो का नाम कई लोगों ने सुना तक नहीं होगा, लेकिन अब वह पूरे भारत में नाम कमा चुके हैं।

होकातो का यहां तक का सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने काफी संघर्ष और मेहनत के बाद इस मेडल पर कब्जा किया है और जब उन्होंने मेडल जीता था तब उनके जश्न ने इस बात को बयां कर दिया था।

एक हादसे में टूटा सपना

24 दिसंबर 1983 को नागालैंड में पैदा हुए होकातो एक किसान परिवार के बेटे हैं। उनके पिता के चार बच्चे हैं जिसमें से दूसरे नंबर के होकातो हैं। काफी कम उम्र से ही उन्हें देश की सेवा करने का शौक था। उनका सपना स्पेशल फोर्स में जाने का था। इसके लिए उन्होंने मेहनत भी काफी की थी। होकातो ने फिजिकल फिटनेस और मानसिकत ताकत को बढ़ाने के लिए काफी जोर लगाया। लेकिन 14 अक्टूबर 2002 को कुछ ऐसा हो गया कि उनकी जिंदगी बदल गई। एक माइन ब्लास्ट में उनका घुटने से नीचे तक का पैर चला गया। इसी के साथ उनका स्पेशल फोर्स में जाने का सपना भी टूट गया।

एक हादसे में टूटा सपना

24 दिसंबर 1983 को नागालैंड में पैदा हुए होकातो एक किसान परिवार के बेटे हैं। उनके पिता के चार बच्चे हैं जिसमें से दूसरे नंबर के होकातो हैं। काफी कम उम्र से ही उन्हें देश की सेवा करने का शौक था। उनका सपना स्पेशल फोर्स में जाने का था। इसके लिए उन्होंने मेहनत भी काफी की थी। होकातो ने फिजिकल फिटनेस और मानसिकत ताकत को बढ़ाने के लिए काफी जोर लगाया। लेकिन 14 अक्टूबर 2002 को कुछ ऐसा हो गया कि उनकी जिंदगी बदल गई। एक माइन ब्लास्ट में उनका घुटने से नीचे तक का पैर चला गया। इसी के साथ उनका स्पेशल फोर्स में जाने का सपना भी टूट गया।

नहीं मानी हार

होकातो ने हार नहीं मानी। उन्होंने पैरा एथलेटिक्स की तरफ अपना फोकस किया और शॉट पुट की ट्रेनिंग करने लगे। पुणे के आर्मी पैरालंपिक सेंटर पर उन्होंने ट्रेनिंग शुरू की। यहां उन्होंने अपने खेल पर ध्यान दिया और महारत हासिल की। उनकी मेहनत रंग लाई। भारत के लिए होकातो ने इंटरनेशनल स्टेज पर कई मेडल जीते। एशियाई पैरा गेम्स में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। मोरक्को ग्रां प्री में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता।


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Gautam Gambhir ने भारतीय टीम को निडर होकर खेलने का दिया 'गुरुमंत्र', यशस्‍वी जायसवाल ने किया खुलासा

भारत के युवा बल्‍लेबाज यशस्‍वी जायसवाल बांग्‍लादेश के खिलाफ आगामी टेस्‍ट सीरीज को लेकर काफी उत्‍साहित हैं। 22 साल के बल्‍लेबाज ने खुलासा किया है कि नव-नियुक्‍त हेड कोच गौतम गंभीर ने भारत को निडर क्रिकेट खेलने में मदद की है।

जायसवाल ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के दौरान टीम को गौतम गंभीर का भरपूर समर्थन मिला था। जायसवाल इस समय दलीप ट्रॉफी 2024 में हिस्‍सा ले रहे हैं, जहां वो भारत ए का प्रतिनिधित्‍व कर रहे हैं। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज पहली पारी में 30 रन बनाकर खलील अहमद का शिकार होकर पवेलियन लौटे।

यशस्‍वी जायसवाल ने क्‍या कहा

भारतीय टीम को दलीप ट्रॉफी के बाद बांग्‍लादेश और फिर न्‍यूजीलैंड के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज खेलनी है। जायसवाल ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ''हां, मैंने श्रीलंका सीरीज के दौरान उनसे बातचीत की थी। उन्‍होंने वाकई हमारा समर्थन किया और कहा कि खुलकर खेलो और गेम का आनंद उठाओ, हम तुम्‍हारे साथ हैं।''

उन्‍होंने आगे कहा, ''गंभीर की बात से हमें विश्‍वास मिला और हमें निडर होकर खेलने में मदद मिली। मैं इस समय कड़ी मेहनत कर रहा हूं। पहले दलीप ट्रॉफी पर ध्‍यान है और फिर बांग्‍लादेश सीरीज पर ध्‍यान लगाऊंगा। आपको निरंतर बेहतर प्रदर्शन करना होता है और अपनी शैली पर लगातार काम करना होता है।''

जायसवाल की धमाकेदार शुरुआत

बता दें कि यशस्‍वी जायसवाल ने अपना टेस्‍ट डेब्‍यू इंग्‍लैंड के खिलाफ किया और बेहतरीन प्रदर्शन करके क्रिकेट जगत का ध्‍यान अपनी ओर आकर्षित किया। जायसवाल ने सीरीज में 700 से ज्‍यादा रन बनाए और वह सुनील गावस्‍कर के बाद ऐसा कमाल करने वाले दूसरे भारतीय बल्‍लेबाज बने थे।

बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने 16 टेस्‍ट पारियों के अंदर ही 1000 रन का आंकड़ा पार कर लिया था। वह विनोद कांबली के बाद टेस्‍ट में सबसे तेज 1000 रन पूरे करने वाले दूसरे बल्‍लेबाज बने थे। कांबली ने 14 पारियों में 1000 रन का आंकड़ा पार किया था।


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सातवें दिन भारत के लिए हुई मेडल की बरसात, नरेंद्र मोदी ने दी बधाई

भारत के लिए पेरिस पैरालंपिक में सातवां दिन अच्छा गुजरा. सातवें दिन भारत के खाते में कुल 4 मेडल आए, जिसमें 2 गोल्ड और 2 सिल्वर शामिल रहे. इन चार मेडल के साथ भारत के खाते में कुल 24 मेडल शामिल हो गए. मेंस क्लब थ्रो एफ51 में भारतीय एथलीट्स धर्मबीर और प्रणव सूरमा ने क्रमश: गोल्ड और सिल्वर जीता. इसके अलावा आर्चरी के मेंस रिकर्व में हरविंदर सिंह ने गोल्ड और मेंस शॉटपुट एफ46 सचिन सरजेराव खिलारी ने सिल्वर पर कब्जा किया. सभी पैरा एथलीट्स को पीएम मोदी (Narendra Modi) ने बधाई दी. 

सातवें दिन भारत को पहला मेडल सचिन सरजेराव खिलारी ने दिलाया, जिन्होंने मेंस शॉटपुट एफ46 के इवेंट में सिल्वर जीता. सचिन सरजेराव खिलारी के लिए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "पैरालिंपिक 2024 में उनकी अविश्वसनीय उपलब्धि के लिए सचिन खिलारी को बधाई! ताकत और दृढ़ संकल्प के शानदार प्रदर्शन में, उन्होंने मेंस शॉटपुट F46 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है. भारत को उन पर गर्व है."

फिर भारत को दिन का दूसरा मेडल हरविंदर सिंह ने दिलाया, जो गोल्ड था. आर्चरी के मेंस रिकर्व में गोल्ड जीतने वाले हरविंदर सिंह के लिए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "पैरा आर्चरी में बहुत खास गोल्ड! पैरालिंपिक 2024 में मेंस इंडिविजुअल रिकर्व ओपन में गोल्ड मेडल के लिए हरविंदर सिंह को बधाई! उनकी सटीकता, फोकस और अटूट भावना शानदार है. उनकी इस उपलब्धि से भारत बेहद खुश है."

फिर पीएम मोदी ने मेंस क्लब थ्रो एफ51 के इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले धर्मबीर के बारे में एक्स पर लिखा, "असाधारण धर्मबीर ने पैरालिंपिक 2024 में मेंस क्लब थ्रो F51 इवेंट में भारत का पहला पैरालंपिक गोल्ड जीतकर इतिहास रचा! यह अविश्वसनीय उपलब्धि उनकी अजेय भावना के कारण है. भारत इस उपलब्धि से बेहद खुश है."

फिर इसी इवेंट में सिल्वर मेडल जीतने वाले प्रणव सूरमा के बारे में पीएम मोदी ने लिखा, "पैरालिंपिक 2024 में मेंस क्लब थ्रो F51 में सिल्वर जीतने के लिए प्रणव सूरमा को बधाई! उनकी सफलता अनगिनत युवाओं को मोटीवेट करेगी. उनकी दृढ़ता सराहनीय है."



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