बिहार के सरकारी स्कूलों में व्यवस्था का ध्यान रखेगा विभाग, अब बच्चों और शिक्षकों को करना होगा ये काम

राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में प्रबंधन प्रणाली लागू है, लेकिन यह कैसे और किस स्तर पर हो रही है, इसकी ऑडिट रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके तहत छात्र संरचना के साथ-साथ विद्यालय प्रबंधन, कक्षा प्रबंधन, छात्र प्रबंधन और अभिभावक प्रबंधन का आकलन किया जाएगा। 

शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल प्रबंधन के आकलन के लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में विभाग ने राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

शिक्षा विभाग के अनुसार, राज्य में 71 हजार 863 प्रारंभिक और 9360 माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हैं। ऐसे में राज्य के सभी 81,223 सरकारी स्कूलों में 14 जनवरी 2025 को लागू प्रबंधन प्रणाली की अद्यतन स्थिति जानना जरूरी है।

इसके लिए प्रत्येक स्कूल में प्रबंधन प्रणाली पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। प्रबंधन प्रणाली के अंतर्गत छात्र संरचना के साथ-साथ विद्यालय प्रबंधन, कक्षा प्रबंधन, छात्र प्रबंधन और अभिभावक प्रबंधन के बारे में जानकारी एकत्रित की जाएगी, जिसमें यह आकलन किया जाएगा कि नई व्यवस्था किस हद तक सफल रही है और यदि किसी विद्यालय में लापरवाही के कारण कोई कमी रह गई है तो उसे भी सुधारा जाएगा।

यह भी देखा जाएगा कि बच्चे यूनिफॉर्म में, विद्यालय समय सारिणी के अनुसार अपने बैग में सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकें, नोटबुक, पेंसिल बॉक्स, पीने के पानी की बोतल लेकर, नहा-धोकर और अच्छी तरह से संवारे हुए बालों और कटे हुए नाखूनों के साथ विद्यालय आ रहे हैं या नहीं। विद्यालय प्रबंधन के अंतर्गत शिक्षकों की उपस्थिति विद्यालय समय से कम से कम 10 मिनट पूर्व अनिवार्य कर दी गई है।

वहीं, कक्षा प्रबंधन के अंतर्गत प्रतिदिन उपस्थित और अनुपस्थित बच्चों की तिथि, विषय और संख्या दर्ज की जा रही है या नहीं। कक्षा में अधिक बच्चे होने पर सेक्शन की व्यवस्था की गई है या नहीं। बहुस्तरीय कक्षा में निचली कक्षाओं के बच्चों को पहली पंक्ति में बैठाते समय प्राथमिकता क्रम का ध्यान रखा जा रहा है या नहीं। शिक्षक पाठ योजना का कड़ाई से पालन कर रहे हैं या नहीं।



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शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में किए 7 एक्सपेरिमेंट, 14 दिन के मिशन के बाद फिर बदला धरती पर वापसी का समय

Axiom-04 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) गए भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला जल्द ही धरती पर वापसी कर सकते हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने उनके लौटने की जानकारी दी है।

ISRO के अनुसार, शुभांशु 14 जुलाई को अंतरिक्ष से वापसी करेंगे और वो 15 जुलाई को पृथ्वी पर पहुंच जाएंगे। शुभांशु के साथ ISS में गए बाकी 3 अंतरिक्ष यात्री भी स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से वापस आएंगे।

कैलिफोर्निया में होगी वापसी

ISRO ने सोशल मीडिया पर शुभांशु की वापसी की जानकारी देते हुए बताया कि, ISS से ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग के बाद सभी अंतरिक्ष यात्री अमेरिका के कैलिफोर्निया के पास मौजूद तट पर 15 जुलाई 2025 को दोपहर 3 बजे (भारतीय समयानुसार) पहुंचेंगे।

शुभांशु ने रचा इतिहास

बता दें कि शुभांशु शुक्ला 14 दिन के मिशन पर ISS के लिए रवाना हुए थे। वो ISS में जाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वहीं, भारतीय अंतरिक्ष यात्री विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद वो अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं।

ISS में शुभांशु ने कई तरह के एक्सपेरिमेंट भी किए हैं। इसकी जानकारी देते हुए ISRO ने कहा-

गगनयात्री शुभांशु शुक्ला ने भारत के Axiom-04 मिशन के तहत 7 माइक्रोग्रैवटी एक्सपेरिमेंट किए हैं। इनमें से 4 एक्सपेरिमेंट सफल हो गए हैं और बाकी 3 एक्सपेरिमेंट भी कामयाबी के बेहद करीब हैं।

कल से शुरू होगी वापसी की तैयारी

रविवार यानी कल सभी अंतरिक्ष यात्री अपने एक्सपेरिमेंट के सैंपल पैक करना शुरू करेंगे। फ्लाइट सर्जन की देख-रेख में सभी धरती पर वापसी की तैयारी करेंगे। शुभांशु की वापसी का पूरा देश बेहद बेसब्री से इंतजार कर रहा है।

कल से शुरू होगी वापसी की तैयारी

रविवार यानी कल सभी अंतरिक्ष यात्री अपने एक्सपेरिमेंट के सैंपल पैक करना शुरू करेंगे। फ्लाइट सर्जन की देख-रेख में सभी धरती पर वापसी की तैयारी करेंगे। शुभांशु की वापसी का पूरा देश बेहद बेसब्री से इंतजार कर रहा है।


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इटली ने पहली बार टी-20 वर्ल्डकप के लिए क्वालिफाई किया

इटली ने अगले साल भारत और श्रीलंका में होने वाले मेंस टी-20 वर्ल्डकप के लिए क्वालिफाई कर लिया है। यह पहली बार होगा जब टीम वर्ल्डकप का हिस्सा होगी। उनके साथ नीदरलैंड ने भी इस टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई कर लिया है। दोनों टीमों ने यूरोपियन क्वालिफायर में टॉप-2 स्थान हासिल कर यह उपलब्धि हासिल की।

पिछले चार टी-20 वर्ल्डकप का हिस्सा रह चुके स्कॉटलैंड को जर्सी के खिलाफ आखिरी गेंद पर हार झेलनी पड़ी और वे क्वालिफाई करने से चूक गए। उन्हें चार मैचों में सिर्फ एक मैच में जीत मिली।

नीदरलैंड ने इटली को 9 विकेट से हराया

11 जुलाई 2025 को खेले गए यूरोपियन क्वालिफायर के आखिरी मुकाबले में इटली का सामना नीदरलैंड से हुआ। हालांकि इटली को इस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इससे उनके टी-20 वर्ल्ड कप में क्वालिफाई करने पर कोई असर नहीं पड़ा। मैच में इटली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 134 रन बनाए। जवाब में नीदरलैंड की टीम 16.2 ओवर में सिर्फ एक विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया।

जर्सी जीत के बावजूद चूका

आखिरी मैच में एक विकेट से जीत के बावजूद जर्सी भी टूर्नामेंट से बाहर हो गया। इटली और जर्सी दोनों के पास पांच-पांच पॉइंट्स थे, लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण इटली 2026 टी-20 वर्ल्ड कप में जगह बनाने में सफल रहा।

5 टीमों की जगह खाली

टी-20 वर्ल्ड कप 2026 भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा। मेजबान भारत और श्रीलंका के अलावा अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, अमेरिका, वेस्टइंडीज, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और कनाडा पहले ही पहुंच चुके हैं। इस टूर्नामेंट में 20 टीमें हिस्सा लेंगी, ऐसे में 5 टीमों की जगह खाली है।


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सामने कांच पर फास्टैग नहीं लगाने वाले ब्लैकलिस्ट होंगे

‘लूज फास्टैग’ रखने वाले यूजर्स को अब ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। जानबूझकर फास्टैग को गाड़ी की विंडस्क्रीन पर न लगाने वाले हाईवे यूजर्स को ‘लूज फास्टैग’ या ‘टैग-इन-हैंड’ कहा जाता है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, इससे ई-टोल कलेक्शन सिस्टम में गड़बड़ी आती है और बाकी यात्रियों को परेशानी होती है।

यहां 7 सवालों के जरिए समझें इसका आप पर क्या असर होगा...

1. सवाल: फास्टैग को लेकर NHAI ने क्या नया नियम बनाया है?

जवाब: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने फास्टैग के दुरुपयोग को रोकने के लिए ये नियम लागू किया है। अब अगर कोई ड्राइवर फास्टैग को गाड़ी की विंडशील्ड पर नहीं चिपकाता और उसे हाथ में रखकर (जिसे 'लूज फास्टैग' या 'टैग-इन-हैंड' कहते हैं) टोल प्लाजा पर दिखाता है, तो उसका फास्टैग ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।

2. सवाल: ऐसा नियम क्यों लाया गया है?

जवाब: कुछ ड्राइवर जानबूझकर फास्टैग को विंडस्क्रीन पर नहीं चिपकाते। वे इसे हाथ से दिखाकर स्कैन कराते हैं। इससे ज्यादा समय लगता है और टोल प्लाजा पर जाम लगता है। इससे दूसरे यात्रियों को भी परेशानी होती है।

इसके अलावा कुछ ड्राइवर एक ही फास्टैग को कई गाड़ियों के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं। इससे टोल से गुजरने वाली गाड़ियों का डेटा मिस मैच होता है। यह गैर कानूनी है।

3. सवाल: यह नियम कब से लागू हो रहा है?

जवाब: NHAI ने 11 जुलाई 2025 को इसकी घोषणा की थी। टोल कलेक्शन एजेंसियों को तुरंत ऐसे फास्टैग की रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है, जिसके आधार पर NHAI फास्टैग को ब्लैकलिस्ट करेगी।

4. सवाल: यह नियम क्यों इतना जरूरी है?

जवाब: NHAI जल्द ही 'एनुअल पास सिस्टम' और 'मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF)' टोलिंग शुरू करने वाली है। इन नए सिस्टम्स में फास्टैग की सही स्थिति बहुत जरूरी है, ताकि टोल कलेक्शन बिना रुकावट हो और सिस्टम की विश्वसनीयता बनी रहे।

5. सवाल: अगर कोई ड्राइवर 'लूज फास्टैग' इस्तेमाल करता पकड़ा गया तो क्या होगा?

जवाब: NHAI ने टोल कलेक्शन एजेंसियों को एक खास ईमेल ID दी है, जिसके जरिए वे तुरंत ऐसे फास्टैग की जानकारी दे सकते हैं। इसके बाद NHAI उस फास्टैग को ब्लैकलिस्ट या हॉटलिस्ट कर देगी, जिससे वह काम करना बंद कर देगा।



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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फिल्म तन्वी द ग्रेट देखी

ऑटिज्म और इंडियन आर्मी पर आधारित अनुपम खेर की फिल्म तन्वी द ग्रेट की खास स्क्रीनिंग शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में हुई। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ ही फिल्म की स्टारकास्ट भी शामिल हुई, जिनमें अनुपम खेर, बोमन ईरानी, करण टेकर और शुभांगी शामिल थे। फिल्म देखने के बाद राष्ट्रपति ने तालियां बजाकर फिल्म की तारीफ की।

अनुपम खेर ने अपने इंस्टाग्राम पर स्पेशल स्क्रीनिंग की फोटोज शेयर कीं। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, यह हमारे लिए गर्व का सबसे बड़ा पल था कि देश की राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर ने हमारी फिल्म देखी और अंत में उसकी सराहना की। यह एक सपना सच होने जैसा था। एक डायरेक्टर के तौर पर देश के सबसे बड़े पद से ऐसा समर्थन मिलना मेरे लिए सच में कुछ भी हो सकता है वाला पल है। राष्ट्रपति ने साबित कर दिया कि हमारी फिल्म की टैगलाइन अलग है पर कम नहीं बिल्कुल सही है।

शुभांगी दत्त ने कहा कि हम बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने फिल्म देखी। उन्होंने हमारे काम और फिल्म की सराहना की। हम राष्ट्रपति भवन में हैं। हम बहुत भाग्यशाली हैं। हम बहुत आभारी हैं। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं किसी सपने में हूं।

बता दें, इस फिल्म में इंडियन कलाकारों के अलावा कुछ इंटरनेशनल कलाकार भी नजर आएंगे। फिल्म में जैकी श्रॉफ, अरविंद स्वामी, बोमन ईरानी, पल्लवी जोशी, करण टैकर, नासिर, अनुपम खेर और इयान ग्लेन अहम रोल निभा रहे हैं। फिल्म से ऑस्कर विनर म्यूजिक डायरेक्टर एमएम कीरवानी और साउंड डिजाइनर रेसुल पूकुट्टी भी जुड़े हैं। फिल्म को जापान के सिनेमेटोग्राफर केइको नाकाहारा ने शूट किया है।

'तन्वी द ग्रेट' को अनुपम खेर स्टूडियोज एनएफडीसी के साथ मिलकर प्रोड्यूस कर रहा है। फिल्म के ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन का जिम्मा रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर की प्रोडक्शन कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट और अनिल थडानी की कंपनी एए फिल्म्स संभाला रही हैं। हाल ही में फिल्म को कान में दिखाया गया था, जहां इस खूब सराहा गया।



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'एक जनानी वो भी पाकिस्तानी, सन ऑफ सरदार 2 का धमाकेदार ट्रेलर हुआ आउट

अजय देवगन एक बार फिर से सरदार जी बनकर सबकी नाक में दम करने के लिए लौट रहे हैं। पंजाब से निकलने के 13 साल बाद जस्सी रंधावा अब स्कॉटलैंड में किस तरह से सर्वाइव करेंगे, दूसरे पार्ट में यही कहानी दिखाई जाएगी। 

15 दिन पहले 'सन ऑफ सरदार-2' का टीजर आया था, जिसमें मृणाल ठाकुर के साथ उनके रोमांस ने खूब चर्चा बटोरी थी। अब इस एक्शन कॉमेडी फिल्म का धमाकेदार ट्रेलर फाइनली मेकर्स ने यूट्यूब पर रिलीज कर दिया है। जिसमें एक शादी के लिए कर्नल जस्सी रंधावा क्या-क्या पापड़ बेलते हैं, इसकी एक झलक देखने को मिली है। 

सरदारजी में आई सनी देओल की आत्मा? 

2 मिनट 56 सेकंड के 'सन ऑफ सरदार 2' के ट्रेलर में कई ऐसी पंचिंग लाइंस हैं, जिन्हें सुनकर आपको ये मन करेगा कि बस एडवांस बुकिंग अभी खुल जाए और आप तुरंत अपनी टिकट बुक कर लें। फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत होती है सन ऑफ सरदार के कुछ सींस के साथ जिसमें संजय दत्त से लेकर बिंदु दारा सिंह तक सितारे नजर आ रहे हैं

ट्रेलर की शुरुआत अंग्रेजी बेबे को पोल डांस करवाने से होती है, जिसे करते-करते वह अचानक गिरती हैं और फोल्ड हो जाती हैं। इस बीच जस्सी की मुलाकात तीन लेडीज से होती है, जिसमें से एक को वह मजेदार डायलॉग बोलते हुए कहते हैं, 'तू पहले तो सिर्फ जनानी थी, लेकिन अब एक जनानी वो भी पाकिस्तानी..तुम हमारे देश पर बम फोड़ते हो हमारे देश पर'।

उनके और मृणाल ठाकुर की ट्रेलर में केमिस्ट्री देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। सबसे मजेदार ट्रेलर में वह है, जब मृणाल अपनी दोस्त की शादी करवाने के लिए खुद मम्मी और जस्सी उर्फ अजय देवगन को पापा बना देती हैं और रवि किशन को इम्प्रेस करने के लिए सरदारजी उर्फ जस्सी उन्हें बॉर्डर फिल्म की कहानी सुनाने लगता है। ट्रेलर में कहीं-कहीं अजय देवगन ने वही सीन रिक्रिएट किए हैं, जो सनी देओल के बॉर्डर में है। 

कब थिएटर में रिलीज होगी 'सन ऑफ सरदार 2'? 

अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ सरदार 2 में अजय देवगन और मृणाल ठाकुर के अलावा रवि किशन, संजय मिश्रा, दीपक डोबरियाल, चंकी पांडे, कुबरा सैत, विंदु दारा सिंह, मुकुल देव, शरत सक्सेना, अश्विनी कालसेकर, रोशनी वालिया, साहिल मेहता जैसे सितारे नजर आएंगे। 

आपको बता दें कि संजय दत्त भी पहले इस कॉमेडी फिल्म के सीक्वल का पार्ट बनने वाले थे, लेकिन उनका UK का वीजा रिजेक्ट होने के कारण वह फिल्म का हिस्सा नहीं बन सके। सन ऑफ सरदार 2 इस महीने ही 25 जुलाई 2025 को वर्ल्डवाइड थिएटर में रिलीज होगी।  


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'2 घंटे भी नहीं मिल रही बिजली', लोग सुनाते रहे समस्या, मंत्री जी दोनों हाथ ऊपर उठाकर बोले- जय श्री राम

 प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया में तेजी से प्रसारित हो रहा है। इसमें बिजली समस्या को अनसुना करने की बात कही जा रही है। वीडियो सूरापुर कस्बे का बताया जा रहा है, जब बुधवार को कुछ लोग उनका स्वागत कर रहे थे।

 स्थानीय लोग मंत्री को बिजली की समस्याओं से अवगत करा रहे हैं। इसी बीच एक व्यक्ति ने कहा कि सरकार ने 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन वास्तविकता में दो-तीन घंटे भी नहीं मिल रही है।

व्यापारी वर्ग ने भी अपनी परेशानी बताई। मंत्री एके शर्मा इसी बीच दोनों हाथ ऊपर उठाए और जय श्रीराम-जय श्री राम, जय हनुमान का उद्घोष करते वीडियो में दिख रहे हैं। इसके बाद अपनी गाड़ी में बैठकर गंतव्य की ओर रवाना गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंत्री ने उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया।

ट्रांफार्मर फुंकने से सौ घरों की बिजली गुल

महमूदपुर सलाहपुर गांव का ट्रांसफार्मर चार दिन पूर्व फुंक गया था। इससे करीब सौ घरों में अंधेरा छा गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अमन वर्मा, जगदम्बा सिंह, विक्रम सिंह, मोनू सिंह, सौरभ सिंह, गया प्रसाद यादव और मनोज पाल ने बताया कि यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। अवर अभियंता रामशरण त्यागी ने बताया कि ट्रांसफार्मर शुक्रवार तक गांव भेज दिया जाएगा।


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ट्रेन में यात्रा के दौरान अब WhatsApp पर कीजिए शिकायत, रेलवे ने जारी किया चैटबॉट नंबर

ट्रेनों के यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी होने पर एक्स, रेलमदद और 139 जैसे हेल्पलाइन नंबर माैजूद हैं। अब इस सुविधा को और आसान बनाने की तैयारी की गई है। यात्री अब वॉट्सऐप से भी शिकायत दर्ज करा सकेंगे।

रेलवे ने यात्रियों के लिए रेलमदद वॉट्सऐप चैटबॉट सुविधा शुरू की है। 7982139139 के माध्यम से यात्री वॉट्सऐप पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आरक्षित श्रेणी के यात्रियों के साथ जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले यात्री भी वॉट्सऐप पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

धनबाद मंडल ने एक्स पर जारी की सूचना

धनबाद रेल मंडल की ओर से एक्स पर इससे जुड़ी सूचना जारी की गई है। सहायक वाणिज्य प्रबंधक ने अपने एक्स हैंडल पर वॉट्सऐप चैटबोट नंबर भी एक्स पर शेयर किया है।

बताया गया है कि सभी यात्रियों को सूचित किया जता है कि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की सहायता के लिए आप रेल मदद वॉट्सऐप चैटबॉट के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

ऐसे दर्ज करा सकेंगे शिकायत

रेलवे ने रेल मदद के नाम से चैटबोट बनाया है। इस पर कोई भी यात्री हाय, हेलो या नमस्ते कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। हाय, हेलो या नमस्ते लिखते ही नमस्कार, वेलकप टू रेल मदद का संदेश आएगा। आरक्षित टिकट धारक पीएनआर नंबर डाल कर शिकायत दर्ज करा सकेंगे।

अनारक्षित टिकट वाले की भी शिकायत दर्ज होगी। उन्हें शिकायत के लिए जनरल टिकट में दिया गया यूटीएस नंबर दर्ज करना होगा। नंबर डालते ही पूछा जाएगा कि उपयोगकर्ता स्टेशन पर उपलब्ध सेवा से जुड़ी शिकायत करना चाहता है या ट्रेन में यात्रा के दौरान परेशानी हुई है।

इसके बाद अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। स्टेशन पर ट्रेन की प्रतीक्षा के लिए खड़े रहने वाला यात्री वहां किसी भी तरह की असुविधा की शिकायत दर्ज करा सकेगा।

वॉट्सऐप चैटबॉट की विशेषता

इसमें शिकायत के बाद उसका स्टेटस भी देख सकते हैं।

पूर्व में दर्ज की शिकायत की स्थिति भी जान सकते हैं।

रेलवे से जुड़े अपने सकारात्मक अनुभव भी शेयर कर सकते हैं।

सेवाओं में सुधार के लिए सुझाव भी दे सकते हैं।

स्वास्थ्य सेवा व सुरक्षा के लिए आपात मदद भी मांग सकते हैं।


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कनाडा पर 35% टैरिफ लगने के बाद पीएम कार्नी ने दिया ट्रंप को जवाब, "हम अपने व्यापारों की मजबूती से रक्षा करेंगे"

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 35 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि कनाडा अपने देश के लोगों और व्यापार की रक्षा करता रहेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ मौजूदा व्यापार वार्ताओं के दौरान कनाडाई सरकार ने लगातार अपने श्रमिकों और व्यवसायों की मजबूती से रक्षा की है। हम ऐसा करना जारी रखेंगे, क्योंकि हम 1 अगस्त की संशोधित समयसीमा की ओर बढ़ रहे हैं।

कार्नी ने कहा-मजबूत कनाडा का कर रहे निर्माण

बता दें कि कनाडा ने उत्तरी अमेरिका में फेंटानिल की भयावह समस्या को रोकने में अहम प्रगति की है। हम अमेरिका के साथ मिलकर दोनों देशों में लोगों की जान बचाने और समुदायों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम एक मजबूत कनाडा का निर्माण कर रहे हैं। संघीय सरकार, प्रांत और क्षेत्र मिलकर एक एकीकृत कनाडाई अर्थव्यवस्था के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहे हैं। हम राष्ट्रहित में कई बड़े नए परियोजनाओं की शुरुआत के लिए तैयार हैं। साथ ही, हम दुनियाभर में अपने व्यापारिक संबंधों को भी मज़बूत कर रहे हैं। 

अमेरिका ने कनाडा की किन वस्तुओं पर लगाया टैरिफ?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा से आने वाले सभी सामानों पर 35% आयात शुल्क (टैरिफ) लगा दिया है। इसके बाद पीएम मार्क कार्नी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, "कनाडा ने उत्तरी अमेरिका में फेंटानिल के कहर को रोकने के लिए महत्वपूर्ण प्रगति की है और हम अमेरिका के साथ मिलकर जीवन और समुदायों को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

ट्रंप का आरोप 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि 1 अगस्त से कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 35% टैरिफ लागू होगा। उन्होंने एक पत्र के ज़रिए प्रधानमंत्री कार्नी को इस निर्णय से सूचित किया। यह इस सप्ताह ट्रंप द्वारा जारी किए गए 20 से अधिक देशों को भेजे गए ऐसे पत्रों में से एक है। ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि कनाडा की व्यापार नीतियां साथ ही वहां से अमेरिका में फेंटानिल का प्रवाह, अमेरिका की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे हैं।


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आज से सावन के साथ कांवड़ यात्रा की शुरुआत, दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में खास इंतजाम

सावन के पवित्र महीने की शुरुआत शुक्रवार यानी कि आज से हो चुकी है। देश भर के शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस पवित्र महीने में भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यही कारण है कि सुबह से ही शिवालयों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। इसी के साथ, आज से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गई है, जो 9 अगस्त तक चलेगी। इस 28 दिन की यात्रा में हरिद्वार से करीब 4.5 करोड़ कांवड़ियों के आने की संभावना है।

गंगा घाटों पर उमड़ रही कांवड़ियों की भीड़

सावन के पहले दिन से ही हजारों शिव भक्त कंधे पर कांवड़ उठाए पवित्र गंगाजल लेकर निकल पड़े हैं। उनकी मंजिल शिव मंदिर है जहां जल चढ़ाकर यह साधना पूरी होगी। हरिद्वार में हर की पौड़ी से लेकर गंगा के अन्य घाटों तक कांवड़ियों की भीड़ उमड़ रही है। इस पवित्र यात्रा के लिए दिल्ली, उत्तर प्रदेश, और उत्तराखंड में विशेष इंतजाम किए गए हैं। कांवड़ रूट पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। पूरे रास्ते में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, और CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है। खाने-पीने की दुकानों की लगातार जांच हो रही है, और फूड एंड सेफ्टी विभाग सैंपल ले रहा है। कांवड़ मार्ग पर नॉन-वेज दुकानें बंद कर दी गई हैं ताकि यात्रा की पवित्रता बनी रहे।

कांवड़ रूट पर मीट की दुकानों पर सख्ती

गाजियाबाद में कांवड़ रूट पर मीट की दुकानें खुली देख स्थानीय बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा, 'कांवड़ शुरू हो चुका है, सावन लग चुका है, पूर्णिमा है। कांवड़ मार्ग पर मीट-मुर्गे की दुकानों का लाइसेंस अब मान्य नहीं है। फील्ड में निकलिए और इन पर कार्रवाई करिए। वरना लोग कानून हाथ में लेंगे तो फिर कहेंगे कि क्या कर दिया।' विधायक ने पुलिस से चौकी इंचार्ज से जवाब मांगने और दुकानें बंद कराने का निर्देश दिया।

हिंदुओं की दुकानों पर लगे पोस्टर

उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में कांवड़ रूट पर पड़ने वाली हिंदुओं की दुकानों पर पोस्टर लगाए गए हैं। गंगनगर और आसपास के इलाकों में हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ता तैनात हैं। उनका आरोप है कि कांवड़ लेने वाली महिलाओं के साथ दूसरे धर्म के लोग छेड़छाड़ करते हैं। हिंदू रक्षा दल के गौरव सिसोदिया ने कहा, 'हम कांवड़ियों की सुरक्षा और यात्रा की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए तैनात हैं।'

कांवड़ निर्माण को लेकर सामने आया विवाद

हरिद्वार में कांवड़ निर्माण को लेकर विवाद भी सामने आया है। कुछ संतों और महामंडलेश्वरों ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर मांग की है कि मुसलमानों को हरिद्वार की सीमा के बाहर कांवड़ बनाने की अनुमति दी जाए। उनका कहना है कि हरिद्वार में मुसलमानों को कांवड़ बनाने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। स्वामी यतींद्रानंद गिरी, जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर, ने इस मांग को जोरदार तरीके से उठाया। इसके जवाब में, हरिद्वार के ज्वालापुर इलाके की इंदिरा नगर कॉलोनी में कांवड़ बनाने वाले मुस्लिम कारीगरों का कहना है कि वे पीढ़ियों से यह काम करते आ रहे हैं। करीब 50 मुस्लिम परिवार अभी भी इस काम में लगे हैं। उत्तराखंड सरकार ने अभी तक इस मामले में कोई रोक नहीं लगाई है।

पिछले साल 4 करोड़ कांवड़ियों ने की थी यात्रा

दिल्ली पुलिस ने कांवड़ियों से अपील की है कि वे निर्धारित रास्तों का ही उपयोग करें। एडिशनल कमिश्नर दिनेश कुमार गुप्ता ने कहा, 'हमने कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं। कृपया निर्धारित मार्गों का पालन करें।' बता दें कि सावन के महीने में 23 जुलाई को सावन की शिवरात्रि मनाई जाएगी। इसके बाद भी 9 अगस्त तक श्रद्धालु गंगाजल चढ़ाते रहेंगे। पिछले साल 4 करोड़ से अधिक कांवड़ियों ने इस यात्रा में हिस्सा लिया था, और इस साल यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। यही वजह है कि प्रशासन ने पहले से ज्यादा पुख्ता तैयारियां की हैं।


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