पहली ही फिल्म में अगस्त्य नंदा के साथ सुहाना खान ने किया लिपलॉक

जोया अख्तर (Zoya Akhtar) की फिल्म ‘द आर्चीज’ (The Archies) आज यानि 7 दिसंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म Netflix पर दस्तक दे चुकी हैं. फिल्म को दर्शकों का काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. फिल्म के जरिए एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने वाली शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की लाडली बेटी सुहाना खान (Suhana Khan) की भी काफी तारीफ हो रही है. इसी बीच फिल्म से सुहाना के कुछ सीन्स भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.

सुहाना खान ने किया अगस्त्य नंदा के साथ लिपलॉक

‘द आर्चीज’ से सिर्फ सुहाना खान ही नहीं बल्कि अमिताभ बच्चन के नाति अगस्त्य नंदा और दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी की छोटी बेटी खुशी कपूर ने भी एक्टिंग में डेब्यू किया है. फिल्म में तीनों का ही बेबाक अंदाज देखने को मिला है. जिसे दर्शक भी खासा पसंद कर रहे हैं. वहीं पहली ही फिल्म में शाहरुख खान की लाडली सुहाना अगस्त्य नंदा के साथ लिपलॉक करती हुई दिखाई दी. फिल्म में दोनों की रोमांटिक केमिस्ट्री देखने को मिल रही है.

खुशी कपूर ने भी फिल्म में दिए किसिंग सीन

इसके अलावा खुशी कपूर भी पहली ही फिल्म से सिनेमा पर छाने लगी है. फिल्म में उन्होंने अगस्त्य नंदा की बेस्टी का किरदार निभाया है. जो उनकी पसंद भी करती हैं. फिल्म में आपको सिर्फ सुहाना के नहीं बल्कि खुशी कपूर के साथ भी अगस्त्य नंदा के किसिंग सीन देखने को मिलेंगे. इस सीन्स की कुछ तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रही हैं. 

बता दें कि इस फिल्म में स्टार किड्स सुहाना खान, अगस्त्य नंदा, ख़ुशी कपूर के अलावा अदिति सहगल, युवराज मेंडा, मिहिर आहूजा और वेदांग रैना ने भी डेब्यू किया है.  फिल्म के प्रीमियर में इनको स्पॉट करने के लिए अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, रणवीर सिंह, ऐश्वर्या राय जैसी कई बड़ी हस्तियां पहुंची थीं.


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यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की डेटशीट जारी

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने कक्षा 10वीं, 12वीं परीक्षा की डेटशीट जारी कर दी है. यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही होगीं. हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं एक साथ 22 फरवरी 2024 से शुरू होकर 9 मार्च तक चलेंगी. 22 फरवरी को हिंदी के प्रश्न पत्र से हाईस्कूल और सैन्य विज्ञान के प्रश्न पत्र से इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू होगी.

बता दें कि निर्वाचन आयोग ने भी सभी परीक्षा बोर्ड से शेड्यूल मांगा था, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी बोर्ड ने 9 मार्च तक परीक्षाएं पूरी करने का शेड्यूल जारी किया है. यूपी बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम जारी होने से यह उम्मीद जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना 9 मार्च के बाद ही जारी होगी. नकल की सख्ती की वजह से यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की 2024 की परीक्षा में इस बार 3 लाख 76 हजार 428 परीक्षार्थी घट गए हैं.

यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने दी जानकारी देते हुए बताया कि साल 2024 की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 55 लाख 8 हजार 206 विद्यार्थियों का पंजीकरण हुआ है. हाईस्कूल में 15 लाख 71 हजार 686 छात्र और 13 लाख 75 हजार 638 छात्राओं को मिलाकर कुल 29 लाख 47 हजार 324 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि इंटरमीडिएट में 14 लाख 12 हजार 806 छात्र और 11 लाख 48 हजार 76 छात्राओं को मिलाकर कुल 25 लाख 60 हजार 882 परीक्षार्थीयों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि पिछले साल हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 58 लाख 84 हजार 634 परीक्षार्थियों का पंजीकरण हुआ था. 


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दुनियाभर में 'एनिमल' का भौकाल, हिला डाला बॉक्स ऑफिस

रणबीर कपूर की लेटेस्ट रिलीज फिल्म 'एनिमल' का फीवर देश ही नहीं पूरी दुनिया पर चढ़ा हुआ है. इस क्राइम थ्रिलर के लिए दर्शकों की दीवानगी हर गुजरते दिन के साथ बढ़ती ही जा रही है. फिल्म में रणबीर कपूर और बॉबी देओल के खूंखार अवतार पर ऑडियंस दिल हार बैठी है और इसी के साथ सिनेमाघरों में 'एनिमल' को देखने के लिए खूब भीड़ उमड़ रही है.

ऐसे में फिल्म पर नोटों की भी  बरसात हो रही है. तमाम रिकॉर्ड ब्रेक करने के साथ 'एनिमल' ने रिलीज के महज 6 दिनों में दुनियाभर में एक और माइलस्टोन पार कर लिया है. चलिए जानते हैं वर्ल्डवाइड कितनी कमाई कर चुकी है 'एनिमल' 

'एनिमल' ने दुनियाभर में कितनी कर ली कमाई?

'एनिमल' का दुनियाभर में भौकाल मचा हुआ है. फिल्म बुलेट से भी तेज रफ्तार से कमाई कर रही है और इसने हर किसी को हैरान कर दिया है. 'एनिमल' को रिलीज हुए 6 दिन ही हुए हैं और इसने कईं रिकॉर्ड ब्रेक कर दिए हैं. यहां तक कि इसने शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म जवान और पठान को भी पीछे छोड़ दिया है.  फिल्म की छठे दिन की वर्ल्डवाइड कमाई की बात करें तो इसने 520 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर लिया है. वर्ल्डवाइड फिल्म के डे वाइज ये हैं आंकड़े

पहले दिन 'एनिमल'  ने दुनियाभर में 116 करोड़ से ज्यादा की ओपनिंग की थी. 

दूसरे दिन फिल्म की वर्ल्डवाइड कमाई 120 करोड़ रुपये रही. 

तीसरे दिन 'एनिमल'  ने दुनियाभर में 120 करोड़ कमाए

चौथे दिन 'एनिमल'  की वर्ल्डवाइड कमाई 69 करोड़ रही

पांचवें दिन यानी मंगलवार को 'एनिमल' ने दुनियाभर में 56 करोड़ का कलेक्शन किया है.

छठे दिन एनिमल' का दुनियाभर में कलेक्शन  527.6 करोड़ रुपये हो गया है. 

 घरेलू बाजार में 300 करोड़ के हुई पार 'एनिमल' 

'एनिमल'  ने घरेलू बाजार में भी रिलीज के छठे दिन इतिहास रच दिया है. ये फिल्म अपनी रिलीज के छठे दिन 30 करोड़ का कलेक्शन कर 300 करोड़ के पार हो गई है. इसका देश में सभी भाषाओं में 6 दिन का कुल कलेक्शन अब 312.96 करोड़ हो गया है. इसी के साथ इस फिल्म ने टाइगर 3 के लाइफटाइम कलेक्शन (282.30) का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है.

वहीं फिल्म ने छठे दिन के कलेक्शन में जवान (24 करोड़ रुपये) , पठान (25.5 करोड़ ) और बाहुबली 2 (26 करोड़ ) का रिकॉर्ड भी चकनाचूर कर दिया है. हालांकि फिल्म गदर 2 के छठे दिन के कलेक्शन (32.37) को पीछे नहीं छोड़ पाई. वहीं  'एनिमल' जिस रफ्तार से कमाई कर रही है उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि ये फिल्म जल्द ही घरेलू बाजार और वर्ल्डलाइड शाहरुख खान की जवान और पठान के लाइफटाइम कलेक्शन को पीछे छोड़ देगी. 


 

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रेवंत रेड्डी बने तेलंगाना के तीसरे मुख्यमंत्री, मल्लू भट्टी ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ

 चार दिन की खींचतान के बाद आखिरकार रेवंत रेड्डी ने गुरुवार (7 दिसंबर) को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली. हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में लाखों लोगों की मौजूदगी में राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने रेवंत रेड्डी को शपथ दिलाई. इस खास मौके को लोगों ने खूब सेलिब्रेट किया.

रेवंत रेड्डी के साथ मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इनके अलावा नलमदा उत्तम कुमार रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, डुडिल्ला श्रीधर बाबू, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, पोन्नम प्रभाकर, कोंडा सुरेखा, डी. अनसूया सीताक्का, तुम्मला नागेश्वर राव, जुपल्ली कृष्णा राव, गद्दाम प्रसाद कुमार ने कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में शपथ ली है.

शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन हुआ शामिल?

शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुडा जैसे बड़े नाम शामिल रहे. इसके अलावा कांग्रेस के कई और वरिष्ठ नेता भी इस समारोह में मौजूद थे. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और सीपीआई महासचिव डी. राजा रेवंत रेड्डी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.

दो दिन पहले रेवंत के नाम पर लगी थी मुहर

बता दें कि चुनाव के नतीजे आने के बाद सीएम की रेस में कई नाम थे. अचानक खबर आई कि रेवंत रेड्डी प्रदेश के सीएम होंगे और सोमवार शाम वह शपथ लेंगे. सूत्रों के मुताबिक इसके बाद पार्टी में कुछ नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया और शपथ ग्रहण समारोह को रद्द करना पड़ा. इसके बाद पार्टी के आलाकमान ने दिल्ली में रेवंत रेड्डी के नाम का ऐलान किया. बताया जा रहा है कि छह बार के विधायक और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एन. उत्तम कुमार रेड्डी और मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने रेवंत रेड्डी का विरोध किया था.

कांग्रेस के अभियान का चेहरा थे रेवंत

बेशक रेवंत के विरोधियों ने उन्हें सीएम बनने से रोकने की तमाम कोशिश की, लेकिन वह पार्टी के टॉप लीडरों की पहली पसंद बन रहे. दरअसल, तेलंगाना में चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले और बाद में भी वही बीआरएस के खिलाफ कांग्रेस के अभियान का चेहरा बने रहे. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2023 में 119 में से 64 सीटों पर जीत दर्ज की है.


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भयंकर लड़ाई के बाद श्रीसंत ने गौतम पर लगाया गंभीर आरोप

आजकल क्रिकेट से संन्यास ले चुके दिग्गजों के बीच में लेजेंड्स लीग क्रिकेट खेली जा रही है. इस टूर्नामेंट में बीती रात गुजरात जायंट्स और इंडिया कैपिटल्स के बीच में एक मैच खेला गया. इस मैच में गुजरात की ओर से श्रीसंत गेंदबाजी कर रहे थे, और इंडिया कैपिटल्स की ओर से गौतम गंभीर बल्लेबाजी. गौतम गंभीर ने श्रीसंत की कुछ गेंदों पर शानदार छक्के और चौके लगा दिए, और फिर अपने जमाने के इन दोनों आक्रमक क्रिकेटर्स के बीच में तनाव शुरू हो गया.

श्रीसंत ने गंभीर पर लगाया आरोप

कुछ ही देर में बात बढ़ गई, भारत के इन दोनों पूर्व क्रिकेटर्स के बीच में काफी विवाद हो गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, और क्रिकेट फैन्स के बीच इसकी चर्चाएं शुरू हो गई. इस बीच आज यानी गुरुवार की सुबह श्रीसंत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक लाइव वीडियो किया, जिसमें उन्होंने गौतम गंभीर से हुए मैच के दौरान हुए झगड़े के बारे में बात की. श्रीसंत ने बताया कि गंभीर ने पिच पर बल्लेबाजी करते हुए बार-बार उन्हें गाली दी, उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और उन्हें फिक्सर कहकर उनका अपमान भी किया.

श्रीसंत ने अपनी वीडियो में कहा कि, "हरेक चैनल पर जाकर बार-बार बोलने से अच्छा है कि मैं लाइव आकर एक ही बार में सबकुछ स्पष्ट कर दूं. जाहिर तौर पर वो (गौतम गंभीर) जहां से आते हैं, उनके पास एक शानदार पीआर टीम है, जिनपर वो काफी पैसे खर्च करते हैं. मैं एक साधारण इंसान हूं. मैं अपने परिवार, और अपने फैन्स के समर्थन के साथ अपनी लड़ाई अकेले लड़ सकता हूं."

अभद्र भाषा का किया इस्तेमाल

श्रीसंत ने आगे कहा कि, "मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि, वह मुझे लाइव टेलीविज़न पर, पिच के बीच में लगातार फिक्सर...फिक्सर...फिक्सर... (अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए) फिक्सर कहते रहे. मैं सिर्फ हंसता रहा और उन्हें बोला कि तुम क्या कह रहे हो. मैंने एक बार भी गलत शब्द या अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. यहां तक कि जब मैं वहां से दूर हट गया, और अंपायर उन्हें रोक रहे थे, तो उन्होंने अंपायर को भी मेरे लिए उसी भाषा का इस्तेमाल किया. वह बार-बार इसी शब्द का इस्तेमाल करते रहे."    


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दिल्ली में BJP संसदीय दल की बैठक जारी

भारतीय जनता पार्टी (BJP) आज संसद भवन परिसर में संसदीय दल की बैठक शुरू हो गई है। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई मंत्री मौजूद हैं। तीन राज्यों में भाजपा की धमाकेदार जीत के बाद पीएम मोदी का स्वागत किया गया गया। बैठक में शामिल नेताओं ने 'मोदी जी का स्वागत है' के नारे भी लगाए।

सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के लिए मुख्यमंत्री पद के दावेदारों पर चर्चा की संभावना है। तीनों ही राज्यों में अब तक सीएम का ऐलान नहीं हुआ। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा इस बार युवा चेहरों को सत्ता की बागडोर दे सकती है।

विधानसभा चुनाव जीतने वाले सांसदों ने बुधवार को इस्तीफा दिया

इससे एक दिन पहले ही विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराने वाले भाजपा के 12 सांसदों में से 10 ने लोकसभा सांसद पद से इस्तीफा दिया था। राजस्थान से चुनाव जीतने वाले महंत बालकनाथ ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है।

संसद सदस्यता छोड़ने वालों में मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक हैं। वहीं छत्तीसगढ़ से अरुण साव और गोमती साय, जबकि राजस्थान से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा शामिल हैं।

राजस्थान में सीएम पद को लेकर असमंजस

राजस्थान बीजेपी में यह पहला मौका है, जब मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बना है। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके ही चुनाव लड़ती रही है, इसलिए कभी नतीजे आने के बाद असमंजस नहीं हुआ। पहले भैरोंसिंह शेखावत बीजेपी के सीएम चेहरे हुआ करते थे। 2003, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे पहले से सीएम चेहरा घोषित थीं, इसलिए असमंजस नहीं हुआ था।

वहीं बुधवार देर रात पूर्व सीएम वसुंधरा राजे दिल्ली पहुंचीं। रात करीब साढ़े 10 बजे वे जयपुर एयरपोर्ट से निकली थीं। बताया जा रहा है कि वे गुरुवार को संगठन के नेताओं से मुलाकात करेंगी। हालांकि दिल्ली बुलाने के कयासों के बीच वसुंधरा ने एयरपोर्ट पर कहा- मैं बहू से मिलने जा रही हूं। 

मध्य प्रदेश में CM बनने की रेस में शिवराज के साथ 5 बड़े नेता

मध्य प्रदेश संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट में शिवराज सिंह चौहान के बाद नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम लिए जा रहे हैं। हालांकि, शिवराज सिंह के बाद वीडी शर्मा ने भी कहा है कि वे सीएम की रेस में नहीं हैं। 

छत्तीसगढ़ में 8 दिसंबर को विधायक दल की बैठक संभव

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इसका फैसला आज हो सकता है। पूर्व सीएम और भाजपा नेता रमन सिंह ने भी एक दिन पहले कहा था कि 3 दिन में फैसला हो जाएगा। इससे पहले बुधवार को विधानसभा चुनाव जीते 3 सांसदों- अरुण साव, गोमती साय और रेणुका सिंह ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रेणुका दिल्ली पहुंच गई हैं। इस्तीफे की बात पर उन्होंने कहा कि पार्टी जैसा निर्देश देगी, वैसा करेंगे।

 

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अमित शाह का लोकसभा में कांग्रेस पर बड़ा हमला

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कांग्रेस पर बड़ा हमला किया. उन्होंने कहा कि नेहरू की गलतियों के कारण PoK बना है. अमित शाह ने कहा, ''दो बड़ी गलतियों पंडित नेहरू के प्रधानमंत्री रहते हुए हुई, उनके कारण सालों तक कश्मीर को भुगतना पड़ा. जब हमारी सेना जीत रही थी, तब पंजाब का एरिया आते ही सीजफायर कर दिया गया और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का जन्म हुआ.''

कांग्रेस सांसदों ने जताई आपत्ति

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2023 पर चर्चा के दौरान कहा, ''अगर सीजफायर तीन दिनों की देरी से हुई होती तो, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भारत का आज हिस्सा होता. संयुक्त राष्ट्र में हमारे मसले को ले जाया गया, जो एक बड़ी गलती है.'' अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस सांसदों ने कड़ी आपत्ति जताई और सदन में जमकर हंगामा हुआ. 

कांग्रेस सांसदों ने किया वॉकआउट 

इसपर अमित शाह ने कहा कि अगर गुस्सा होना है तो मुझपर नहीं, नेहरू पर गुस्सा हों. इसके बाद कांग्रेस के सांसद लोकसभा से वॉकआउट कर गए. अमित शाह ने कहा, "पहले जम्मू में 37 सीटें थीं, अब 43 हैं. कश्मीर में पहले 46 थीं, अब 47 हैं और PoK में 24 सीटें आरक्षित कर दी गई हैं क्योंकि PoK हमारा है."

इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाया. उन्होंने कहा, "मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद जम्मू-कश्मीर में अभूतपूर्व परिवर्तन देखा गया. केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में सभी व्यक्तियों का पांच लाख रुपये तक के इलाज का खर्च उठाती है. अब घाटी में 100 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हो रही है और 100 से अधिक मूवी थिएटरों के लिए बैंक ऋण प्रस्ताव प्रक्रिया में है."

लोकसभा चुनाव में जीत का दावा

गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा, ''मुझे विश्वास है कि 2024 में मोदी सरकार सत्ता में वापसी करेगी और मुझे उम्मीद है कि 2026 तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं पूरी तरह समाप्त हो जाएंगी.'' गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के बाद जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) बिल और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) बिल लोकसभा से पारित हो गया है.      

 


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टी20 क्रिकेट को मिला गेंदबाजी का नया बादशाह

टी20 क्रिकेट को नया वर्ल्ड नंबर-1 गेंदबाज मिल गया है. आईसीसी की टी20 इंटरनेशनल रैंकिंग्स में अब भारतीय स्पिनर रवि बिश्नोई गेंदबाजी में पहले पायदान पर पहुंच गए हैं. उन्होंने इस स्थान पर लंबे अरसे से काबिज राशिद खान को पछाड़ा है.

रवि बिश्नोई के खाते में अब 699 अंक हो गए हैं. वह राशिद खान (692) से 7 रेटिंग पॉइंट आगे निकल गए हैं. इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर श्रीलंका के वानिदु हसरंगा (679), चौछे नंबर पर आदिल रशिद (679) और पांचवें पायदान पर महीष तीक्षणा (677) हैं. यानी टी20 इंटरनेशनल गेंदबाजों की रैंकिंग्स में टॉप-5 स्थानों पर स्पिनर्स का कब्जा है.

रवि बिश्नोई को ऑस्ट्रेलिया सीरीज का मिला फायदा

रवि बिश्नोई को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में संपन्न हुई पांच मैचों की टी20 सीरीज से जबरदस्त फायदा हुआ है. इस सीरीज में बिश्नोई ने धारदार गेंदबाजी करते हुए 5 मैचों में 9 विकेट चटकाए. खास बात यह कि इस सीरीज में जमकर हुई रनों की बरसात के बीच वह नियमित तौर पर विकेट निकालने में सफल रहे. इस प्रदर्शन के लिए वह 'प्लेयर ऑफ दी सीरीज' भी चुने गए.

17 का बॉलिंग एवरेज और 14 का स्ट्राइक रेट

रवि बिश्नोई ने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. फरवरी 2022 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डन्स में इस स्पिनर ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला. अपने पहले ही मुकाबले में वह 'प्लेयर ऑफ दी मैच' रहे थे. उन्होंने 17 रन खर्च कर दो विकेट चटकाए थे. तब से लेकर अब तक यह गेंदबाज टी20 में लगातार कहर बरपा रहा है. बिश्नोई अब तक 21 मुकाबले खेल चुके हैं और 17.38 की गेंदबाजी औसत और 7.14 के इकोनॉमी रेट से कुल 34 विकेट चटका चुके हैं. उनका बॉलिंग स्ट्राइक रेट 14.5 रहा है. यानी हर 15वीं गेंद में उन्होंने विकेट चटकाया है.


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कोर्ट ने कहा- बांग्लादेशी प्रवासियों को नागरिकता देने का असर असम पर नहीं पड़ा

सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (5 दिसंबर) को असम में सिटीजनशिप एक्ट की धारा 6A से जुड़ी 17 याचिकाओं पर 5 जजों की बेंच में सुनवाई शुरू कर दी। दो जजों की बेंच ने 2014 में इस मामले को कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच के पास भेज दिया था।

CJI डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच में जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस एमएम सुंदरेश, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल हैं। बेंच ने इस एक्ट के लाभार्थियों का डेटा मांगा है।

कोर्ट ने कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं है जो बताता हो कि 1966 से 1971 के बीच बांग्लादेशी प्रवासियों को भारतीय नागरिकता देने का असर असम की जनसंख्या और सांस्कृतिक पहचान पर पड़ा हो।

असम में सीमा पार से हो रही घुसपैठ को स्वीकार करते हुए CJI ने कहा कि बांग्लादेश की मुक्ति के लिए 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के कारण अप्रवासी भी आए थे।

इसके बाद कोर्ट ने केंद्र सरकार से 1966 से 16 जुलाई 2013 तक कानून के तहत लाभ हासिल करने वाले लोगों का डेटा सबमिट करने कहा।

याचिकाकर्ताओं ने प्रावधान अमान्य घोषित करने और 1951 के बाद असम आए भारतीय मूल के लोगों के पुनर्वास के लिए नीति बनाने का निर्देश देने की मांग की है।

क्या कहती है सिटीजनशिप एक्ट की धारा 6A

असम समझौते के तहत भारत आने वाले लोगों की नागरिकता से निपटने के लिए एक विशेष प्रावधान के रूप में नागरिकता अधिनियम में धारा 6ए जोड़ी गई थी। जिसमें कहा गया है कि जो लोग 1985 में बांग्लादेश समेत क्षेत्रों से 1 जनवरी 1966 या उसके बाद लेकिन 25 मार्च 1971 से पहले असम आए हैं और तब से वहां रह रहे हैं, उन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए धारा 18 के तहत अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

नतीजतन, इस प्रावधान ने असम में बांग्लादेशी प्रवासियों को नागरिकता देने की अंतिम तारीख 25 मार्च 1971 तय कर दी।

कोर्ट ने कहा- बांग्लादेश बनने में हमारी भी अहम भूमिका थी

CJI की बेंच ने कहा- एक बात ध्यान रखें यदि संसद अवैध आप्रवासियों के केवल एक ग्रुप को माफी दे देती है तो यह बहुत अलग है। लेकिन इससे इनकार नहीं कर सकते कि धारा 6ए तब लागू किया गया था जो हमारे इतिहास से जुड़ा है। बांग्लादेश बनने में भारत की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका थी, क्योंकि बांग्लादेश की तरह हम भी युद्ध का हिस्सा थे और तब अवैध रूप से लोग भारत आए थे।

याचिकाकर्ता के वकील बोले

नागरिकता अधिनियम 1955 के संशोधित प्रावधान का विरोध करने वाले असम के कई याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश हुए एडवोकेट दीवान ने कहा कि इस संशोधन ने संविधान के मूल ढांचे का उल्लंघन किया है जो राष्ट्र की धर्मनिरपेक्षता और भाईचारे पर आधारित है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में असम से ज्यादा अवैध अप्रवासी हैं। यह प्रावधान असम के लिए इस तरह लागू किया गया जैसे कि यह बाहरी लोगों को आने और भारतीय नागरिकता हासिल करने का लाइसेंस हो।

दीवान ने बांग्लादेश से असम में आए लोगों की वजह से होने वाले खतरों पर असम के पूर्व राज्यपाल एस के सिन्हा द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अंश भी कोर्ट के सामने रखे। जिसमें लिखा था कि अवैध प्रवासियों के आने से जिले मुस्लिम बहुल क्षेत्र में बदल रहे हैं। कुछ समय बाद बांग्लादेश के साथ उनके विलय की मांग की जा सकती है।



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डॉ. बी.आर. को याद करते हुए अम्बेडकर: भारतीय संविधान के वास्तुकार और समानता और सामाजिक न्याय के लिए लड़ने वाले।

मुंबई उपभोक्ता जनघोष: 6 दिसंबर को डॉ. बी.आर. की पुण्य तिथि का महत्वपूर्ण अवसर है। अम्बेडकर भारतीय इतिहास में एक महान व्यक्ति और भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार थे। यह दिन एक दूरदर्शी नेता की स्थायी विरासत पर प्रतिबिंब के क्षण के रूप में कार्य करता है जिसने अपना जीवन सामाजिक न्याय, समानता और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।

डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का जीवन और विरासत महू में शुरू हुई जो मध्य प्रदेश में स्थित है, उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। भीमराव रामजी अम्बेडकर ने एक अग्रणी विद्वान, न्यायविद् और राजनीतिक नेता बनने के लिए भारी सामाजिक और आर्थिक बाधाओं को पार किया। डॉ. अम्बेडकर ने सामाजिक सुधार के लिए अथक प्रयास किये और उन्होंने भारत के निर्माण में अपनी भूमिका का खाका तैयार किया, उन्होंने राष्ट्रीय इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

डॉ. अम्बेडकर ने भारतीय निर्माण का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राष्ट्र के संस्थापक पिताओं में से एक के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की। भारतीय संविधान के निर्माता उन्हें भारतीय संविधान के जनक के रूप में जाना जाता है। न्याय और समानता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन संवैधानिक प्रावधानों में स्पष्ट है जो सामाजिक भेदभाव, अस्पृश्यता और सभी नागरिकों के लिए मौलिक अधिकारों को बढ़ावा देने को संबोधित करते हैं। डॉ. अम्बेडकर ने उन लोगों के एक समूह की मदद करने के लिए बहुत मेहनत की, जिन्हें दलित कहा जाता था। ये वे लोग थे जिनके साथ उनकी सामाजिक स्थिति और आर्थिक स्थिति के कारण ख़राब व्यवहार किया जाता था। डॉ. अंबेडकर यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि सभी के साथ उचित व्यवहार किया जाए और उत्पीड़ित वर्गों का उत्थान किया जाए। और वह अस्पृश्यता नामक प्रथा से मुक्त होने में दृढ़ता से विश्वास करते थे, जहां विशिष्ट लोगों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता था मानो वे दूसरों से कमतर हों। अब उत्पीड़ित समूहों की मदद करने के प्रति उनका समर्पण आज भी उन आंदोलनों को प्रेरित करता है जो समाज में निष्पक्षता और समानता के लिए लड़ते हैं।

शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति को पहचानते हुए, डॉ. अम्बेडकर ने जीवन के सशक्तिकरण और देश की भलाई के लिए एक उपकरण के रूप में ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षा संगठनों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को भेदभाव की जंजीरों को तोड़ने के साधन के रूप में शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है।

 डॉ. अम्बेडकर का लक्ष्य एक समावेशी और न्यायपूर्ण समाज बनाना था। और उनकी दृष्टि में आर्थिक समानता, भूमि सुधार और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण और सामाजिक उत्थान के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना शामिल था। डॉ. अंबेडकर के विचार न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर पर गूंजे हैं, उन्होंने सामाजिक न्याय और समानता के आंदोलनों को प्रभावित किया है। और। मानवाधिकारों और सामाजिक समावेशिता पर उनकी शिक्षाएं और संवैधानिक नैतिकता के महत्व का वर्णन दुनिया भर में व्यक्तियों और संगठनों को प्रेरित करता रहता है।

जैसा कि हम श्री डॉ. बी.आर. को याद करते हैं। अम्बेडकर की पुण्य तिथि पर, उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करना महत्वपूर्ण है। सामाजिक न्याय, समानता और भेदभाव के उन्मूलन के लिए अंतहीन संघर्ष डॉ. अम्बेडकर की स्थायी विरासत का समर्थन करने का एक अभिन्न अंग बना हुआ है।

डॉ. बी.आर. की पुण्य तिथि राष्ट्र के लिए अंबेडकर के भारतीय योगदान के परिवर्तनकारी प्रभाव को तोड़ने और प्रतिबिंबित करने का एक क्षण है। जैसा कि हम इस दिन को मनाते हैं, आइए हम न्याय, समानता के सिद्धांतों और वास्तव में समावेशी दृष्टिकोण के आधार पर एक समाज के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें। वह भारत जिसका सपना डॉ. अम्बेडकर ने देखा था। 

Edit By Priya Singh 

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