अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अब दो महीने से भी कम समय बचा है। ऐसे में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट प्रत्याशियों के बीच बहस पर सभी की नजरे टिकी हैं। डेमोक्रेट प्रत्याशी कमला हैरिस और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के बीच यह पहली बार आमने-सामने बहस होगी।
इस बहस के जरिये मतदाताओं को प्रभावित करने का दोनों के पास एक अच्छा अवसर होगा। पेन्सिलवेनिया राज्य के फिलाडेल्फिया में यह बहस भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के निर्धारित है। इससे पहले अमेरिकी गत जून में उस नाटकीय बहस के गवाह रहे हैं, जिसमें खराब प्रदर्शन के कारण राष्ट्रपति जो बाइडन को डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी से पीछे हटना पड़ा था। इसलिए इस बहस का प्रभाव समझा जा सकता है।
निजी टिप्पणियां बढ़ रहीं
जैसे-जैसे नवंबर में होने वाले चुनाव नजदीक आ रहे हैं ट्रंप की हैरिस पर निजी टिप्पणियां बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने पिछले शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों की एक सभा में यह भी कहा कि उन्हें ''मतदाता धोखाधड़ी पर नजर रखनी चाहिए''।
कमला हैरिस विभिन्न सर्वे में ट्रंप पर मामूली बढ़त बनाए हुए है। बहस में ट्रंप की योजना हैरिस को अति उदारवादी बता हमला करने की है। इस बीच, कमला हैरिस के अभियान ने ट्रंप के उस बयान की कड़ी आलाचना की है जिसमें उन्होंने धमकी दी थी कि पांच नवंबर का चुनाव जीतने के बाद वह भ्रष्ट चुनाव अधिकारियों को जेल में डाल देंगे। उधर, व्हाइट स्ट्राइप्स ने सोमवार को ट्रंप पर अपने हिट गाने ''सेवन नेशन आर्मी'' का इस्तेमाल बिना अनुमति करने पर मुकदमा दायर किया है।
मस्क बोले, ट्रंप हारे तो यह देश का अंतिम वास्तविक चुनाव
ट्रंप समर्थक व टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने डेमोक्रेटिक पार्टी की आव्रजन नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यदि ट्रंप यह चुनाव हारे तो यह देश का अंतिम वास्तविक चुनाव होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट 1.5 करोड़ अवैध प्रवासियों को वैध करना चाहते हैं। ऐसा इसलिए कि ये उन्हें चुनाव जीतने में मदद कर सकते हैं।