उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद व कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) की ओर से आदि कैलास व ऊं पर्वत यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत हेलीकाप्टर से हो रही यात्रा के लिए हेली कंपनियों का चयन शुक्रवार को होना है।
चार दिनी इस यात्रा पर प्रति यात्री करीब 70-75 हजार खर्च होंगे। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) तथा सेना श्रद्धालुओं को चीन सीमा पर आदि कैलास व ऊं पर्वत के दर्शन कराएगी। भारत सरकार की ओर से पहली बार इस यात्रा में जाने के लिए 60 श्रद्धालुओं को अनुमति प्रदान की है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद व कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) की ओर से आदि कैलास व ऊं पर्वत यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत हेलीकाप्टर से हो रही यात्रा के लिए हेली कंपनियों का चयन शुक्रवार को होना है।
चार दिनी इस यात्रा पर प्रति यात्री करीब 70-75 हजार खर्च होंगे। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) तथा सेना श्रद्धालुओं को चीन सीमा पर आदि कैलास व ऊं पर्वत के दर्शन कराएगी। भारत सरकार की ओर से पहली बार इस यात्रा में जाने के लिए 60 श्रद्धालुओं को अनुमति प्रदान की है।
इस साल अब तक 20 हजार से अधिक यात्रा परमिट जारी हो चुके हैं। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने हेलीकाप्टर से यात्रा की योजना बनाई। सरकार से अनुमति मिलने के बाद यात्रा कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
केएमवीएन के जीएम विजय नाथ शुक्ल ने बताया कि यात्रा के लिए निगम की वेबसाइट तथा निगम के देशभर में संचालित जनसंपर्क कार्यालयों में मैनुअल बुकिंग भी की जा रही है। यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था निगम की ओर से होगी। यात्रियों को एक दिन पहले पिथौरागढ़ पहुंचना होगा। चार दिवसीय यात्रा के हर दल में 15 श्रद्धालु शामिल होंगे।