देश में पहली बार राजकोट में पूरे गुजरात से आए 3000 से ज्यादा कैंसर वॉरियर्स (मरीज) और उनके परिजन ने गरबा किया। कैंसर केयर फाउंडेशन के इस इवेंट के जरिए इन लोगों ने यह संदेश दिया गया कि कैंसर के खिलाफ जिंदगी की जंग जीती जा सकती है। बुधवार रात हुए गरबा में 250 से ज्यादा कैंसर स्पेशलिस्ट समेत 9 हजार लोग शामिल हुए।
गरबा के दौरान स्कूल-कॉलेजों की 700 से ज्यादा लड़कियों को भी गरबा खेलने के लिए बुलाया गया था। इन सभी लड़कियों को सर्वाइकल फाउंडेशन की ओर से कैंसर रोधी टीका (एचपीवी) लगाया गया। सभी को मैमोग्राफी टेस्ट के लिए गिफ्ट वाउचर भी दिए गए।
108 लड़कियों ने देवी कवच का पाठ किया
करीब 200 साल पहले से परंपरा है कि गरबा खेलने वाली लड़कियां देवी कवच का जाप करती हैं। इस कार्यक्रम के दौरान भी 108 लड़कियों ने देवी कवच का पाठ किया।इन लड़कियों को देवी कवच का पाठ करने का विशेष प्रशिक्षण दिया गया था। आयोजकों की मानना है कि देवी पाठ से कैंसर रोगियों को नई ताकत और ऊर्जा मिलेगी।
फैशन शो से मिली गरबा कराने की प्रेरणा
पिछले महीने राजकोट में ही कैंसर रोगियों के लिए एक फैशन शो भी आयोजित किया गया था। इसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है। इसी के चलते कैंसर केयर फाउंडेशन ने अब बीमारी को लेकर जागरूकता पैदा करने और मरीजों का हौसला बढ़ाने के लिए गरबा का कार्यक्रम रखा था। इस गरबा कार्यक्रम के लिए यूवी क्लब के बिपिनभाई बेरा और उनकी टीम ने मैदान समेत अन्य व्यवस्थाएं फ्री में दीं।
सबसे बड़ा धर्म मानव सेवा है: मोरारी बापू
कथावाचक मोरारजी बापू भी कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा- कथा वाचक मोरारी बापू ने कैंसर योद्धाओं के लिए काम करने वाली संस्था को बधाई दी और कहा कि सबसे बड़ा धर्म मानव सेवा है। मैं इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करता हूं कि फाउंडेशन द्वारा इस धर्म का उचित ढंग से निर्वाह किया जा रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि कैंसर योद्धाओं के अच्छे स्वास्थ्य के साथ उनका आत्मबल भी बढ़े। मोरारी बापू ने कैंसर पर दो प्रेरणादायक पुस्तकें, एक 'व्यसन कैंसर' लाइफ स्टोरी और कीन्तसुंगी टेल्स भी लॉन्च कीं।
कैंसर केयर फाउंडेशन के अश्विनभाई सोलंकी ने कहा- कैंसर केयर फाउंडेशन कैंसर के बारे में जागरूकता पैदा करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। गरबा में आए कैंसर पीड़ित भाई-बहनों ने इस बीमारी पर जीत पाने का जुनून दिखाया। अब आगे भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रम किए जाएंगे।