महाकुंभ में प्लास्टिक बैन, मिट्टी के बर्तनों का होगा उपयोग

 महाकुंभ में प्रयागराज जनपद और महाकुंभ मेला क्षेत्र को प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए बड़ी रणनीति बनाई गई। गांधी सभागार में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को निषिद्ध करने के लिए महत्वपूर्ण बैठक की।

नगर निगम के अधिकारियों द्वारा प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि हर दुकान दस्तक अभियान के अंतर्गत लगभग 2000 दुकानों का चिन्हांकन करते हुए 204 किलो से अधिक प्लास्टिक अब तक सीज की जा चुकी है।

इसके अतिरिक्त स्वच्छता ही सेवा है के अंतर्गत चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को अपने आसपास सफाई रखने तथा प्लास्टिक का यूज न करने का आह्वान किया जा रहा है।

प्लास्टिक की सप्लाई चेन रोकने के निर्देश

मंडलायुक्त ने प्लास्टिक की सप्लाई-चेन को रोकने, प्लास्टिक कहां से आ रही है एवं उसका सोर्स क्या है, उस पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। व्यापारियों को केवल परमिसिबल एवं बायो डिग्रेडेबल प्लास्टिक यूज करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। फिर निषिद्ध प्लास्टिक का प्रयोग होता है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए चालान करने के निर्देश दिए।

उन्होंने नगर आयुक्त को टीम बनाकर जागरूकता अभियान चलाने, शार्ट फिल्म बनवाकर उसे वीएमडी स्क्रीन पर चलाने को कहा। नगर निगम द्वारा विभिन्न स्थानों पर रखी क्वाइन मशीन, जिससे 10 डालकर एक बैग लिया जा सकता है, उस पर यूपीआइ पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कराने, माइक्रो लेवल पर ब्रांड एंबेस्डर तैयार करते हुए उनकी मदद जागरूकता अभियान में लेने को कहा।

मोहल्ले स्तर पर प्लास्टिक प्लेज अभियान चलाने तथा स्कूलों में प्रतियोगिताएं कराने के निर्देश दिए। महाकुंभ में संस्थाओं एवं साधु-संतों से समन्वय स्थापित कर भंडारों में प्लास्टिक का प्रयोग न करने तथा विकल्प के रूप में मिट्टी के बर्तन एवं जूट बैग्स प्रयोग करने को कहा।

शहर एवं मेला क्षेत्र के विभिन्न वेडिंग जोन में मिट्टी के बर्तन, पत्तल एवं जूट बैग्स विकल्प के रूप में उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। डीएम प्रयागराज को कार्ययोजना तैयार करते हुए उसे शीघ्र प्रस्तुत करने को कहा।

होर्डिंग्स पर लगाएं क्यूआर कोड

मंडलायुक्त ने अनाधिकृत होर्डिंग हटाने के दृष्टिगत अधिकारियों को सभी मार्गों का असेसमेंट करते हुए जहां भी अनाधिकृत होर्डिंग हैं उन्हें तुरंत हटाने के निर्देश दिए। अधिकृत होर्डिंग पर क्यूआर कोड लगाने को कहा, जिससे सिंगल स्कैन से वह होर्डिंग अधिकृत है या नहीं यह सुनिश्चित किया जा सके। गड्ढा मुक्त के दृष्टिगत अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मुख्य मार्ग किसी भी परियोजना के अंतर्गत कवर नहीं हुए हैं उन्हे भी गड्ढा मुक्त किया जाए।