बाबा विश्वनाथ की रसोई से संस्कृत विद्यालयों व अस्पतालों में जाएगा भोग प्रसाद

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 अक्टूबर को अपने संसदीय क्षेत्र काशी में सिगरा स्टेडियम से 6611.18 करोड़ लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे। साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद की ओर से संस्कृत विद्यालयों के बच्चों व अस्पतालों में तीमारदारों के लिए दोपहर के निश्शुल्क भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था का भी शुभारंभ करेंगे।

पहले चरण में 5000 लोगों तक भोजन पहुंचाया जाएगा। मांग अनुसार इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद ने 16 अक्टूबर को न्यासियों की उपस्थिति में बाबा विश्वनाथ व मां अन्नपूर्णा की आराधना के साथ चूल्हा पूजन किया तो शुक्रवार को निश्शुल्क भोजन वितरण व्यवस्था का ट्रायल कर लिया गया। इसमें विभिन्न स्कूलों-अस्पतालों में भोजन पहुंचा कर व्यवस्था परखी गई जो सफल रही।

प्रधानमंत्री ने पिछली बार 22 फरवरी को काशी आगमन पर बीएचयू के स्वतंत्रता भवन सभागार से संस्कृत विद्यालयों के बच्चों और अस्पतालों में तीमारदारों को विश्वनाथ मंदिर की ओर से निश्शुल्क भोजन उपलब्ध कराने की घोषणा की थी।

इसके लिए श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गोदौलिया स्थित अन्नक्षेत्र में सात्विक रसोई का निर्माण कराया गया है। इसका संचालन नाटिकोट्टम संस्था द्वारा अनुबंध के तहत किया जा रहा है। उच्चस्तरीय विशिष्ट क्षमता वाले उपकरण नाटिकोट्टम क्षेत्र की मातृसंस्थान कोविलुर मठ द्वारा देश-विदेश के निर्माताओं से मंगवाए गए हैं ताकि रसोई की उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सके। इसमें पांच हजार से छह हजार व्यक्तियों का भोजन एक साथ बनाने की योजना है।

मंदिर न्यास के पास भोजन वितरण के लिए सात वाहन 

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र के अनुसार दैनिक भोजन सामग्री और परिवहन की व्यवस्था श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद द्वारा की जा रही है। इसके लिए मंदिर न्यास के पास पहले से ही दो महिन्द्रा डीआई वाहन भोजन पहुंचाने के लिए उपलब्ध हैं।

इसके अतिरिक्त, आइडीबीआइ बैंक की ओर से सीएसआर मद के अंतर्गत 22 जुलाई 2024 को पांच वाहन भी दिए गए हैं, जो इस योजना के क्रियान्वयन में सहायक होंगे।

सीपी और डीएम ने परखी पीएम के कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और डीएम एस राजलिंगम ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल का सुरक्षा के दृष्टिगत निरीक्षण किया। उन मार्गों को भी जांचा-परखा जिससे प्रधानमंत्री की आवाजाही संभव है। दोनों अधिकारियों ने मातहतों को आवश्यक निर्देश दिए।

पुलिस आयुक्त ने देर शाम अफसरों संग मीटिंग की और सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी। मीटिंग में अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था के अलावा सभी डीसीपी, एडीसीपी मौजूद रहे।