सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट से करीब 2 साल दूर रहे। इसके बाद बांग्लादेश के पिछले महीने खेली गई टेस्ट सीरीज से उन्होंने इस फॉर्मेट में वापसी की। पंत की वापसी एतिहासिक रही और उन्होंने आते ही शतक जड़ा। अब भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है।
पहली पारी में बनाए थे 20 रन
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे सीरीज के पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में ऋषभ पंत कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। उन्होंने 49 गेंदों का सामना किया और 20 रन बनाए। हालांकि, वह पहली पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज थे, क्योंकि पूरी भारतीय टीम 46 रन पर सिमट गई। फील्डिंग के दौरान पंत चोटिल भी हो गए थे। ऐसे में ध्रुव जुरेल ने उनकी जगह विकेटकीपिंग की। इसके बाद भी पंत दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरे।
पंत ने लगाई फिफ्टी
दूसरी पारी में पंत एक बार फिर अपने पुराने अवतार में नजर आए। बेंगलुरु में बारिश की संभावना के बीच उनका बल्ला जमकर गरजा। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने 55 गेंदों पर अर्धशतक जड़ दिया। चौथे दिन लंच तक पंत 56 गेंदों पर 53 रन बनाकर नाबाद हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक खास कीर्तिमान भी अपने नाम किया है।
पंत की खास क्लब में हुई एंट्री
ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज्यादा 50+ स्कोर बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं। उन्होंने टेस्ट की 62 पारियों में 18 बार यह कारनामा किया है। फारुख इंजीनियर ने 18 50+ स्कोर के लिए 87 पारियां ली थीं। इस लिस्ट में टॉप पर पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं। माही ने टेस्ट की 144 पारियों में 39 बार 50 से ज्यादा स्कोर बनाया था।
भारतीय विकेटकीपर का टेस्ट में 50+ स्कोर
39 बार - एमएस धोनी (144 पारी)
18 बार - फारुख इंजीनियर (87 पारी)
18 बार - ऋषभ पंत (62 पारी)
14 बार - सैयद किरमानी (124 पारी)