एक्टर अल्लू अर्जुन गिरफ्तार:पुष्पा-2 प्रीमियर भगदड़ केस में पुलिस घर से पकड़ ले गई

एक्टर अल्लू अर्जुन को शुक्रवार, 13 दिसंबर को हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें पुष्पा-2 के प्रीमियर में हुई भगदड़ में एक महिला की मौत के मामले आरोपी बनाया गया है।

उन पर आरोप है कि वह 4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में बिना बताए पहुंचे थे। इससे वहां भीड़ जमा हो गई और भगदड़ मच गई थी। कई लोग जख्मी हो गए थे।

इस घटना के बाद अधिकारियों ने संध्या थिएटर के प्रबंधन, अल्लू अर्जुन और उनकी सुरक्षा टीम के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस बीच, एक्टर ने महिला की मौत के मामले में दर्ज FIR को खत्म करने के लिए हाईकोर्ट में अपील की है।

महिला की मौत पर अल्लू अर्जुन और उनकी टीम ने शोक भी जताया था। साथ ही एक्टर ने मृतक रेवती के परिवार के प्रति संवेदना जताई और उनसे मुलाकात भी की। एक्टर ने 25 लाख रुपए की मदद करने का वादा भी किया था।

अल्लू का आरोप- पुलिस ने नाश्ता तक नहीं करने दिया

सूत्रों के मुताबिक, अल्लू अर्जुन ने अपनी गिरफ्तारी के तरीके पर आपत्ति जताई है। एक्टर ने दावा किया है कि पुलिस ने नाश्ता खत्म नहीं करने दिया। कपड़े भी बदलने नहीं दिए।

एक वीडियो में एक्टर घर से नीचे उतरकर पार्किंग में आते हैं। वहां उनका नौकर दौड़कर आता है और चाय और पानी देता है। वे वीडियों में चाय पीते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनकी पत्नी स्नेहा रेड्डी दिखाई देती हैं। अल्लू पत्नी को समझाते हैं। इसके बाद उन्हें पुलिस अपने साथ ले जाती हैं।

पुलिस ने अल्लू को उनके घर से हिरासत में लिया, फिर गिरफ्तार किया

पुलिस ने अल्लू अर्जुन को पहले उनके घर से हिरासत में लिया। इसके बाद उनका बयान दर्ज किया गया। फिर उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए उस्मानिया अस्पताल ले जाया जाएगा। इस दौरान उनके ससुर हैदराबाद के चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे।

अल्लू अर्जुन के खिलाफ बीएनएस की धारा 105, 118 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह गैर जमानती धारा है।

अल्लू के निजी बॉडीगार्ड संतोष को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जानें क्या है पूरा मामला?

दरअसल, अल्लू अर्जुन 4 दिसंबर को बिना बताए संध्या थिएटर में फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए आए थे। इसके कारण फैंस अल्लू अर्जुन से मिलने के लिए उतावले हो गए थे। बड़ी संख्या में फैंस ने उनके साथ थिएटर में दाखिल होने की कोशिश की। इसके चलते थिएटर में भारी भीड़ जमा हो गई थी और फिर लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी।

भीड़ को कंट्रोल में लाने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया था। भीड़ कम होने के बाद सांस घुटने से बेहोश हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन इस दौरान अस्पताल में डॉक्टर ने एक महिला को मृत घोषित कर दिया था।