मां वैष्णो देवी में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था, चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए सुरक्षाबल के जवान

 पिछले कुछ दिनों से मां वैष्णो देवी की यात्रा (Maa Vaishno Devi Yatra) पर बुरा असर पड़ा है। मां वैष्णो देवी की यात्रा में लगातार गिरावट जारी है। मई महीने में 30 से 35 हजार से अधिक श्रद्धालु रोजाना मां वैष्णो के दरबार में पहुंचते थे, लेकिन वर्तमान में मात्र 10 हजार श्रद्धालु ही पहुंच रहे हैं।

इसके चलते आधार शिविर कटड़ा से लेकर मां वैष्णो देवी (Maa Vaishno Devi Yatra 2025) भवन व यात्रा मार्ग सुनसान हो गए हैं और इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही नजर आ रहे हैं।

कटड़ा में स्थित हैलीपैड भी रहा बंद

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर शाम में छह बजते ही ताराकोट यात्रा मार्ग को श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए बंद कर दिया जाता है। शुक्रवार को भी ताराकोट यात्रा मार्ग बंद होने पर श्रद्धालु पारंपरिक मार्ग से ही भवन की ओर रवाना होते रहे।

वहीं, कटड़ा में स्थित हैलीपैड भी बंद रहा। इसके चलते हेलीकॉप्टर सेवा स्थगित रही और श्रद्धालु पैदल या फिर घोड़ा, पिट्ठू अथवा पालकी आदि का सहारा लेकर अपनी मां वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi Yatra ) की यात्रा करते नजर आए।

गुरुवार को 10256 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी (Maa Vaishno Devi) के चरणों में हाजिरी लगाई थी और शुक्रवार देर शाम छह बजे तक 4400 श्रद्धालु भवन की ओर रवाना हो चुके थे। मां वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बैटरी कार सेवा के साथ ही रोपवे केबल कार सेवा जैसी सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं।

वहीं, माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) रेलवे स्टेशन कटड़ा भी लगभग सुनसान हो गया है। रेल विभाग के अनुसार मात्र 15 से 20 प्रतिशत ही श्रद्धालु रेल मार्ग से कटड़ा पहुंच रहे हैं। अधिकांश ट्रेन खाली ही कटड़ा पहुंच रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर जगह-जगह सुरक्षाबल के जवान तैनात हैं।