11 साल की बच्‍ची से दरिंदगी, दांतों से नौ जगह काटा - नाखूनों से नोचा, घूसों से बेहोश करने के बाद किया दुष्‍कर्म

 राक्षसी प्रवृत्ति का कहना गलत नहीं होगा। उसके वहशीपन से बचने के लिए 11 साल की मूक दिव्यांग बेटी ने कितना संघर्ष किया होगा। उसके शरीर के जख्म इसकी गवाही दे रहे हैं।

लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज मेरठ में डा. रचना के नेतृत्व में गायनी विभाग में बच्ची का उपचार किया जा रहा है। उपचार के दौरान पता चला है कि बच्ची के शरीर पर दांतों से नौ जगह काटा गया है। उसके मुंह पर घूसों से कई वार किए गए हैं। आशंका है कि पहले आरोपित ने बच्ची को घूसे मारकर बेहोश किया और फिर दरिंदगी की। नाखूनों के कई निशान भी मिले हैं।

कुछ देर के लिए आया था होश

डा. रचना ने बताया कि बच्ची को सुबह कुछ देर के लिए होश आया था। वह बेहद डरी हुई है। इशारों में उससे बात करने की कोशिश की गई, लेकिन फिर से बेहोश हो गई थी। हालांकि बाद में वह होश में आ गई।

रामपुर के सैफनी क्षेत्र में गांव का ही दान सिंह 15 अप्रैल (मंगलवार) को दलित बेटी का अपहरण कर ले गया। खेत में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की गई। रातभर खोजने के बाद स्वजन को अगले दिन बेटी खेत में बेहोशी की अवस्था में निर्वस्त्र मिली। खून से लथपथ कपड़े पास में ही पड़े थे।

आरोपित गिरफ्तार

स्थानीय स्तर पर हालत गंभीर होने पर उसे पहले मुरादाबाद भेजा गया। वहां से मेरठ ले जाया गया है। गुरुवार दोपहर दो बजे उसका सिटी स्कैन कराया गया है। बच्ची के ताऊ ने मेरठ में बताया कि उनकी भतीजी सुन तो लेती है, लेकिन बोल नहीं पाती है। उन्होंने बताया कि वह सुबह के समय रोजाना गांव में खेलने के लिए चली जाती थी। शाम तक लौट आती थी। मंगलवार को नहीं लौटी।

पुलिस ने सीसीटीवी खंगालकर 24 वर्षीय दान सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया। बच्ची के स्वजन के साथ सैफली थाने के दारोगा राजेंद्र सिंह टीम के साथ सुरक्षा में मौजूद हैं।

मेडिकल कालेज के प्रचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि बच्ची का गायनी विभाग में उपचार चल रहा है। अभी वह खतरे से बाहर है। उसके शरीर पर कई चोट के निशान हैं। बच्ची होश में है। अभी उसे दो से तीन दिन तक भर्ती रखना पड़ेगा।

दरिंदगी के बाद गांव में तनाव, राहुल ने सरकार को घेरा

बच्ची से दरिंदगी के बाद गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी है। गांव में करीब छह सौ आबादी अनुसूचित जाति की है, जबकि चार सौ के आसपास यादव हैं। आरोपित दान सिंह के यादव होने के कारण गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। इस बीच गुरुवार को डीआइजी मुनिराज जी ने गांव की स्थिति का जायजा लेने के बाद बताया कि मुकदमे में जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इधर, गांव जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रामपुर में ही रोक लिया गया।

कांग्रेसियों ने एसपी विद्यासागर मिश्रा को ज्ञापन सौंपकर आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स के माध्यम से प्रदेश सरकार को घेरा है। उनका कहना है कि दलित बेटी के साथ हुई दरिंदगी और क्रूरता बेहद शर्मनाक और झकझोरने वाली है।

यूपी में लगातार ऐसे अपराध साफ तौर पर साबित करते हैं कि भाजपा सरकार में दलित और बेटियां असुरक्षित हैं। भाजपा की महिला और दलित विरोधी मानसिकता का ही नतीजा है कि अपराधी कानून व्यवस्था से बेखौफ हैं और पीड़ित लाचार । प्रशासन अपराधी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे, पीड़ित और उसके परिवार को जल्द न्याय दिलाए।


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मुस्कान से भी खतरनाक निकली रविता, प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार डाला, फिर 10 बार सांप से डसवाया

मेरठ के अकरबपुर सादात गांव के अमित कश्यप उर्फ मिक्की (25) की मौत वाइपर सांप के काटने से नहीं हुई थी। अमित की हत्या उसकी पत्नी रविता ने प्रेमी अमरदीप के साथ मिलकर की थी। दोनों ने गला दबाकर पहले हत्या की और फिर वारदात को हादसा दिखाने के लिए जहरीला सांप उसके बिस्तर पर छोड़ दिया।

शव के नीचे दबा मिला जिंदा सांप

मामला बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव अकबरपुर सादात का है। यहां के अमित उर्फ मिक्की का रविवार सुबह बेड मृत मिला। उसके शव के नीचे एक जिंदा सांप दबा हुआ था। साथ ही अमित के शरीर पर सांप के डसने के 10 निशान थे। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि सांप के काटने से अमित की मौत हुई है। लेकिन अमित के परिजनों को संदेह था। उन्होंने पुलिस से अमित की हत्या की आशंका जताते हुए पोस्टमार्टम की मांग की।

सांप के इसने से नहीं, दम घुटने से हुई मौत

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया। रिपोर्ट से पता चला कि अमित की मौत सांप के इसने से नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई है। इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। इस दौरान पता चला कि अमित की पत्नी रविता ने प्रेमी से मिलकर अमित की हत्या की। एसएसपी ने बताया कि रविता और उसके प्रेमी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

पत्नी ने हत्या के बाद रची साजिश

पुलिस के मुताबिक, अमरदीप पास के गांव महमूदपुर सिखेड़ा से एक सपेरे से वाइपर सांप को एक हजार में खरीद कर लाया था। रात में सोने के अमित की गला दबाकर हत्या की गई। दोनों आरोपियों ने हत्या को हादसे में बदलने के लिए गहरी साजिश रची। इसके बाद शव के नीचे सांप को दबा कर रख दिया। दबाव में सांप ने अमित को कई बार डंसा सुबह होने पर रविता ने साजिश के मुताबिक हत्या को हादसा दिखा दिया

अमित और अमरदीत साथ में करते थे काम

 ग्रामीणों के मुताबिक, अमरदीप का अमित के घर आना जाना था। इस दौरान अमरदीप को अमित से प्यार हो गया। एक साल से रविता से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। अमरदीप की अचानक हुई मौत परिजनों के गले नहीं उतर रही थी। इसी के चलते अमित के शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी।

पुलिस के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अमित की मौत दम घुटने से होना बताया गया है। अमित की पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। पूछताछ जारी है।


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कर्नाटक में 5 साल की बच्ची से रेप की कोशिश,हत्या

कर्नाटक में 5 साल की बच्ची से रेप की कोशिश, फिर उसकी हत्या करने के आरोपी को पुलिस ने रविवार रात एनकाउंटर में मार गिराया। मुठभेड़ में एक सब इंस्पेक्टर समेत 3 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

घटना हुबली की है। आरोपी ने दिन में बच्ची को उसके घर के पास से ही अगवा किया था। वह उसे एक सुनसान जगह बने शेड में ले गया। यहां रेप की कोशिश की। बच्ची की चीख सुनकर लोग इकट्ठा हो गए। घबराकर आरोपी ने गला घोंटकर बच्ची की हत्या कर दी और फरार हो गया।

कुछ ही घंटों में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हुबली पुलिस कमिश्नर शशि कुमार ने कहा- पुलिस आरोपी को कुछ डॉक्यूमेंट्स और आइडेंटिटी वेरिफिकेशन के लिए उसके घर ले गई थी। उसने भागने की कोशिश की और पुलिस टीम पर पत्थर से हमला किया।

पुलिस ने हवाई फायर किए, तब भी वह भागने की कोशिश करता रहा। पुलिस ने उस पर दो राउंड फायर और किए, जिसमें वह घायल हो गया। उसे तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी की पहचान बिहार के रितेश (35) के रूप में हुई है।

जांच के लिए पटना भेजी गई टीम

पुलिस ने कहा- रितेश पिछले 3 महीने से हुबली में रह रहा था और पिछले कई सालों से घर से दूर था। यहां कंस्ट्रक्शन और होटलों में काम करता था। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जानकारी जुटाने के लिए एक टीम पटना भी भेजी गई है। इधर, घटना सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। कई लोग ने पुलिस थाने के सामने न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

पीड़ित परिवार को 10 लाख मुआवजा

हुबली से कांग्रेस विधायक अब्बय्या प्रसाद ने बताया कि सीनियर लीडर सलीम अहमद ने CM से बात करने के बाद पीड़ित के परिवार को हर साल 10 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है। साथ ही स्लम बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर मैं उन्हें यहां एक घर भी मुहैया करा रहा हूं।

2019 में हैदराबाद से ऐसा ही मामला सामने आया था

तेलंगाना में 27 नवंबर 2019 को अस्पताल से घर लौट रही वेटरनरी डॉक्टर से गैंगरेप हुआ था। इसके बाद डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी और शव को जला दिया था। मामले के चारों आरोपियों का एनकाउंटर हुआ। एनकाउंटर शादनगर स्थित चतनपल्ली में वहीं हुआ, जहां आरोपियों ने डॉक्टर की लाश को जला दिया था।

जैसे ही यह खबर फैली, सड़क से लेकर संसद और सोशल मीडिया तक लोगों ने पुलिस की तारीफ की। लेकिन पुलिस के तरीके पर भी सवाल उठने लगे। घटना के करीब 10 घंटे बाद तेलंगाना के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा था- कानून ने अपना काम किया। यह एनकाउंटर नहीं था। हम चाहते थे कि आरोपी सरेंडर करें, लेकिन वे नहीं माने और क्रॉस फायरिंग में मारे गए।

मार्च में लखनऊ गैंगरेप के आरोपी का एनकाउंटर हुआ

लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के गांव में 14 मार्च को दिव्यांग युवती से गैंगरेप हुआ था। इस मामले में 16 मार्च को लखनऊ में गैंगरेप के आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में गोली मारकर पकड़ा था। DCP निपुण अग्रवाल ने बताया- मुखबिर से हमें सूचना मिली थी कि गैंगरेप के दोनों आरोपी जंगल की तरफ भाग रहे हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने उनकी घेराबंदी की।

खुद को घिरता देख आरोपी संदीप यादव ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लग गई, जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने उसे KGMU अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, दूसरे आरोपी मायाराम को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया। 


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मोनालिसा को फिल्म ऑफर करने वाला डायरेक्टर सनोज मिश्रा अरेस्ट

महाकुंभ की वायरल गर्ल मोनालिसा को लेकर फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर सनोज मिश्रा की रेप केस में गिरफ्तारी हुई है। इस घटना से मोनालिसा का करियर अधर में दिखाई पड़ रहा है। इस मामले के बाद मोनालिसा के परिवार वालों की टेंशन बढ़ गई है।

फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद पत्रकारों ने मोनालिसा के महेश्वर स्थित घर जाकर उसके परिजनों से चर्चा की। मोनालिसा के ताऊ विजय भोंसले ने बताया कि उन्हें सनोज मिश्रा की गिरफ्तारी के बारे में किसी ने बताया है, लेकिन इसके बारे में उन्हें ज्यादा नॉलेज नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में मिलने के बाद उसे फिल्म का ऑफर दिया और अब उसकी पढ़ाई लिखाई और ट्रेनिंग चल रही है।

अभी तक कोई परेशानी नहीं

उन्होंने बताया कि फिलहाल मोनालिसा इंदौर के पास एक किराए के फ्लैट में अपने पिता और अन्य परिजनों के साथ रह रही है। अभी तक सनोज मिश्रा से उन्हें कोई परेशानी नहीं है और वह हमें तो अच्छे लगे। यदि कोई शिकायत हुई तो सरकार और मीडिया को सूचित करेंगे। उनका कहना था कि डायरेक्टर सनोज मिश्रा के खिलाफ यदि कोई कार्रवाई हुई भी है तो वह उससे निपटेंगे- सुलझेंगे।

फिल्मों में काम दिलाने के नाम पर रेप

बता दें कि फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा को दिल्ली पुलिस ने एक रेप के मामले में गिरफ्तार किया है। सनोज मिश्रा की जमानत की अर्जी खारिज होने पर यह कार्रवाई हुई है। उन पर आरोप है कि उन्होंने झांसी की एक युवती को फिल्मों में काम दिलाने का लालच देकर उसका शारीरिक शोषण किया है।

वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दी

एफआईआर के मुताबिक युवती की मुलाकात सनोज मिश्रा से टिकटोक और इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी। इसके बाद 2021 में सनोज मिश्रा ने कथित तौर पर उसे रिसोर्ट में ले जाकर नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म किया। डायरेक्टर मिश्रा ने उसकी आपत्तिजनक तस्वीर और वीडियो बनाये और विरोध करने पर सार्वजनिक करने की धमकी भी दी।

तीन बार जबरन गर्भपात करवाया

मिश्रा ने उसे फिल्मों में काम दिलाने का लालच देकर मुंबई बुला लिया और वह सनोज के साथ रहने लगी थी। पीड़िता ने यह भी सनसनीखेज आरोप लगाया कि सरोज ने उसका तीन बार जबरन गर्भपात कराया और 2025 में उसे छोड़ दिया। बता दें कि हाल ही में नेटीज़न्स ने सोशल मीडिया पर मोनालिसा को सनोज मिश्रा से सतर्क रहने के लिए कहा था। इस पर मोनालिसा ने सनोज मिश्रा पर पूरा भरोसा जताते हुए उन्हें बेहद अच्छा इंसान बताया था।

मोनालिसा को फिल्म में दिया था काम

गौरतलब है कि प्रयागराज के महाकुंभ के दौरान सनोज मिश्रा ने मोनालिसा को देखा था और उसके बाद उन्हें अपनी फिल्म 'द मणिपुर डायरी' में कास्ट किया था।


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मेरठ के बाद दिल्ली में खौफनाक वारदात, कत्ल कर लाश पर बिछा दीं इंटें

 बाहरी दिल्ली में स्वरूपनगर थाना क्षेत्र में तीन लोगों ने ईंटों से प्रहार कर युवक की हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के आरोप में तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद युवक का शव निर्माणाधीन पंप हाउस की चारदीवारी के साथ गड्ढे में डालकर ऊपर से ईंटें बिछा दी गईं। 

दर्ज कराई थी चंदन की गुमशुदगी

चंदन मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के कसाना गांव का रहने वाला था और दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। चंदन और तीनों आरोपी पड़ोसी हैं। बाहरी उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त निधिन वाल्सन ने बताया कि स्वरूपनगर थाने में 23 मार्च को परिजनों की ओर से कादी विहार निवासी चंदन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। 

पूछताछ में सूरज ने बताए दो और नाम

वहीं, सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि चंदन को आखिरी बार सूरज के साथ देखा गया। पूछताछ में सूरज ने दो अन्य लोगों अंकित और अभिषेक के साथ मिलकर 22 मार्च को देर रात चंदन की हत्या की बात स्वीकार की। आरोपी सूरज ने बताया कि उसे कुछ समय पहले शस्त्र अधिनियम की धारा 25/54/59 के तहत स्वरूप नगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसे शक था कि उसकी गिरफ्तारी के लिए चंदन जिम्मेदार है। बदला लेने के लिए सूरज ने अपने दोस्तों अंकित और अभिषेक के साथ हत्या की साजिश रची। 

सुबूत छिपाने के लिए लाश पर बिछा दीं इंटें

उन्होंने साथ में शराब पीने के बहाने चंदन को बुलाया। अत्यधिक शराब पीने के बाद तीनों आरोपियों ने चंदन की हत्या कर दी और सुबूत छिपाने के लिए उसके शव को निर्माणाधीन पंप हाउस (बोरवेल) के गड्ढे में डालकर ईंटों से ढक दिया। 

पुलिस ने तीन आरोपियों को किया है गिरफ्तार

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पुलिस ने चंदन की हत्या के आरोप में सूरज, अंकित और अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की निशानदेही पर शव बरामद किया गया। तीनों आरोपी स्वरूप नगर के कादी विहार के ए-ब्लॉक के रहने वाले हैं। सूरज और अभिषेक पहले से तीन-तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि वारदात में प्रयुक्त ईंट, स्कूटी व मृतक का मोबाइल बरामद किया गया है।


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मर्चेंट नेवी ऑफिसर की हत्या, आरोपी पत्नी कोर्ट में पेश

मेरठ में मर्चेंट नेवी के पूर्व अधिकारी सौरभ राजपूत की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. उनकी मां रेणु देवी ने दावा किया कि उनकी छह वर्षीय पोती को अपने पिता की मौत की जानकारी थी और वह कह रही थी 'पापा ड्रम में हैं.' हालांकि पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया है और कहा कि बच्ची को घटना के बाद ही इसके बारे में पता चला होगा.

सौरभ की हत्या में उनकी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला को आरोपी बनाया गया है. दोनों ने सौरभ की चाकू घोंपकर हत्या कर दी फिर शव के टुकड़े कर उसे ड्रम में भरकर सीमेंट से सील कर दिया. सौरभ के परिवार ने आरोप लगाया कि मुस्कान के माता-पिता को पहले से इस हत्या की जानकारी थी.

पुलिस जांच में बड़ा खुलासा

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मुस्कान और साहिल ने चार मार्च को सौरभ की हत्या की थी. हत्या के बाद मुस्कान 18 मार्च को अपने माता-पिता के पास गई और उन्हें इसकी जानकारी दी. माता-पिता उसे लेकर पुलिस के पास पहुंचे, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. बुधवार (19 मार्च) को उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

जेल में तनाव में दिखे आरोपी

चौधरी चरण सिंह जिला जेल में मुस्कान और साहिल ने रात तनाव में बिताई. जेल अधिकारियों के अनुसार मुस्कान ने किसी से बात नहीं की और न ही खाना खाया. वह पूरी रात रोती रही जबकि साहिल भी बेहद चिंतित नजर आया. दोनों ने जेल प्रशासन से अगल-बगल की बैरक में रखने की मांग की थी.

मुस्कान ने प्रेमी को किया था गुमराह

पुलिस के अनुसार मुस्कान ने साहिल को गुमराह करने के लिए उसकी मृत मां के नाम से फर्जी स्नैपचैट आईडी बनाई थी. उसने साहिल को ये विश्वास दिलाने की कोशिश की कि उसकी मृत मां चाहती थी कि सौरभ की हत्या हो जाए.

हत्या की साजिश पहले से थी तैयार

पुलिस जांच में सामने आया कि मुस्कान ने सौरभ की हत्या की योजना नवंबर 2023 में ही बना ली थी. उसने लंदन से सौरभ के लौटने से पहले चिकन काटने के बहाने चाकू खरीदे थे और बेहोशी की दवाइयां भी जुटाई थीं. मुस्कान को विश्वास था कि सौरभ की गैर-मौजूदगी किसी को संदेह में नहीं डालेगी क्योंकि वह अपने परिवार से नियमित संपर्क में नहीं था. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है.


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कॉलेज से लौट रही B.Tech छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, लिफ्ट देने के बहाने दिया घटना को अंजाम

कॉलेज से घर लौट रही बी-टेक की छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बस स्टैंड पर पीड़िता को गांव के ही परिचित युवक ने लिफ्ट देने के बहाने अपनी बाइक पर बैठा लिया और वह उसे जंगल में ले गया।

आरोप है कि जंगल मे पहले से ही मौजूद तीन साथियों संग पीड़िता से दुष्कर्म किया। पीड़िता ने घर पहुंचकर स्वजन को पूरी घटना बताई। स्वजन के साथ थाने पहुंचकर पीड़िता ने आरोपितों के विरुद्ध तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है।

बस स्टैंड पर बस से उतरकर ऑटो का इंतजार कर रही थी लड़की

थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता ने बताया कि शनिवार को कॉलेज से बस द्वारा घर जा रही थी। बस स्टैंड पर बस से उतरकर गांव जाने के लिए ऑटो का वेट कर रही थी, तभी वहां गांव का परिचित हिमांशु बाइक लेकर आया। उसने बाइक से घर छोड़ने की बात कही। लिफ्ट देने के बहाने वह खेत में ले गया, जहां उसके तीन दोस्त पहले से ही मौजूद थे। आराेपितों ने दुष्कर्म किया है। पुलिस ने चारों आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करके अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।

पीड़ित की तहरीर पर नामजद मुकदमा दर्ज

पुलिस ने बताया कि पीड़िता बीटेक की छात्रा है। शनिवार दोपहर करीब दो बजे जब छात्रा घर लौट रही थी। तभी परिचित युवक ने बाइक पर लिफ्ट देने के बहाने वारदात को अंजाम दिया। थाना प्रभारी आईपीएस अधिकारी राजेश धुनावत का कहना है कि पीड़िता की तहरीर पर आरोपित हिमांशु, सागर, सिद्धार्थ और आदेश के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सभी आरोपित फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया।

दो किशोराें ने की नाबालिग से छेड़छाड़, मुकदमा दर्ज

भोपा क्षेत्र के गांव में शौच के लिए गई नाबालिग को दो किशोरों ने रास्ते में खींचकर अश्लील हरकत की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। भोपा थाना क्षेत्र के गांव में शनिवार शाम को एक किशोरी गांव के बाहर जंगल में दिशा शौच के लिए गई थी।

जब वह वापिस लौट रही थी तो गांव निवासी दो किशोरों ने उसे जबरदस्ती रोक लिया और अश्लील हरकतें करते हुए उसके साथ छेड़छाड़ की। किशोरी ने घर पहुंचकर घटना की जानकारी अपनी मां को दी। पीडिता की मां ने आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। प्रभारी निरीक्षक उमेश रोरिया ने बताया कि दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।


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IIT पटना में हैदराबाद के छात्र ने किया सुसाइड, हाथ की नस काटने के बाद बिल्डिंग की छत से नीचे कूदा

बिहार की राजधानी पटना के बिहटा के अमहरा स्थित आईआईटी पटना के कैंपस में आंध्र प्रदेश के एक छात्र ने बिल्डिंग की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली है। घटना के बाद से आईआईटी कैंपस में कोहराम मच गया।

लोगों ने आनन-फानन में जख्मी छात्र को उठाकर बिहटा के एनएसएमसीएच अस्पताल में भर्ती भी करवाया। जहां इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई।

आंध्र प्रदेश का रहने वाला था मृतक छात्र

जानकारी के अनुसार, जख्मी छात्र की पहचान आईआईटी के बीएस मैथेमेटिक्स एवं कंप्यूटर साइंस थर्ड ईयर के छात्र राहुल लावेरी के रूप में हुई है।

छात्र राहुल आंध्रप्रदेश के हैदराबाद का निवासी बताया जा रहा है। घटना के बाद कॉलेज में कोहराम मच गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस की टीम एवं आईआईटी निदेशक प्रो. टीएन सिंह सहित समस्त फैकल्टी मौके पर पहुंचे।

तनाव में था छात्र

मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को आईआईटी पटना कैंपस में एक बिल्डिंग की छत से कूदने वाला छात्रा राहुल लावरी पिछले कुछ दिनों से तनाव में था। वह यहां कंप्यूटर एंड मैथमेटिक्स डिपार्मेंट में थर्ड ईयर में पढ़ाई कर रहा था।

बताया जा रहा है कि बिल्डिंग की छत से कूदने से पहले राहुल ने अपने हाथ की नस काट ली थी। इसके बाद वह छत पर गया और नीचे कूद गया। छात्र के नीचे कूदते ही मौके पर अफरातफरी जैसा माहौल बन गया।

छात्र ने अस्पताल में तोड़ दिया दम

इसके बाद स्थानीय लोग उसे तुरंत इलाज के लिए बिहटा के एक निजी अस्पताल ले गए और भर्ती कराया। छात्र ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इधर, इस घटना को लेकर आईआईटी प्रशासन ने अभी कुछ भी स्पष्ट बोलने से इनकार किया है।

वहीं, आईआईटी थाना प्रभारी विवेक कुमार ने बताया कि कैंपस से सूचना मिली है कि एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। कुमार ने छात्र की मौत होने की पुष्टि करते हुए यह भी बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।


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नेपाली छात्रा की मौत का मामला: गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को मिली जमानत

भुवनेश्वर के कीट विश्वविद्यालय में नेपाल की छात्रा की खुदकुशी घटना में मंगलवार को पांच लोग गिरफ्तार हुए थे। जिसमें कीट विश्वविद्यालय के तीन निर्देशक और दो सुरक्षाकर्मी शामिल थे। हालांकि उन सभी को मंगलवार की रात को ही भुवनेश्वर जेएमएफसी 2 की अदालत से जमानत मिल गई है।

इस घटना में पुलिस विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विभाग के महानिदेशक शिवानंद मिश्र, प्रशासनिक निर्देशक प्रताप कुमार संपत्ति और हॉस्टल के निर्देशक सुधीर कुमार रथ को गिरफ्तार किया था।

इस शर्त पर दी गई जमानत

इसके अलावा नेपाली छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट करने वाले दो सुरक्षाकर्मी रमाकांत नायक और जोगेंद्र बेहेरा को इंफोसिटी थाना पुलिस गिरफ्तार किया था। सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के पश्चात भुवनेश्वर जेएमएफसी 2 की अदालत में पेश किया गया था।

जहां पर 20 हजार रुपये के एक जमानतदार के बदले वह जमानत पर जा सकेंगे,इस शर्त के साथ उन्हें रिहा किया गया है । इस घटना में कीट विश्वविद्यालय के प्राधिकारी हॉस्टल के दो महिला वार्डन मंजूषा पांडे और जयंती नाथ के साथ एक इंटरनेशनल लियाजनिंग अधिकारी को भी नौकरी से बहिष्कार किया है।

दूसरी ओर विश्वविद्यालय को सभी छात्र लौट आए, उसके लिए राज्य सरकार की ओर से विश्वविद्यालय को निर्देश दिया गया है। उसके बावजूद भी नेपाल के छात्र विश्वविद्यालय के लौटने के लिए डर रहे हैं। कुछ छात्र खुद के नाम को गुप्त रखते हुए गण माध्यम को फ़ोन के द्वारा बताया है कि, विश्वविद्यालय की ओर से हॉस्टल को वापस लौटने के लिए उन्हें अंडरटेकिंग मांगा जा रहा है।

जिस प्रकार से उनके साथ मारपीट करते हुए उन्हें हॉस्टल से निकाल दिया गया । कई छात्रों को भुवनेश्वर और कई छात्रों को बस के द्वारा जोर जबरदस्ती भेज कटक भेज दिया गया, उसको लेकर छात्र-छात्रा अब भी चिंता जाता रहे हैं।

सरकार की कमेटी ने शुरू की जांच

उच्च शिक्षा विभाग ने केआइआइटी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले नेपाली छात्रों से जुड़ी घटनाओं की गहन जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। समिति ने विश्वविद्यालय परिसर का दौरा किया और छात्रावास में नेपाल के छात्रों और विश्वविद्यालय अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।

विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा केवल नेपाल के छात्रों के लिए साइन-ए-डाई की घोषणा और परिसर से उनके जबरन निष्कासन की जांच की जाएगी। समिति परिसर में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों की विस्तृत निगरानी करेगी।

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा परिसर छोड़ने वाले छात्रों की सुरक्षित वापसी के साथ परिसर में छात्रों की सहायता के लिए एक 24x7 नियंत्रण कक्ष खोला गया है। इसके लिए चार हेल्पलाइन नंबर 0674-236550, 0674-2323401, 0674-2323402, 0674-2323403 और व्हाट्सएप नंबर 9124620605 जारी किए गए हैं।

विभाग छात्रों को एकीकृत परामर्श प्रदान करने और उनके आत्मविश्वास को बहाल करने के लिए अनुभवी परामर्शदाताओं को तैनात करेगा। विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "उच्च शिक्षा विभाग परिसर छोड़ने वाले छात्रों की सुरक्षित वापसी और परिसर में शांति बहाली के लिए प्रयास कर रहा है।

छात्र-छात्राओं को मिला भरोसा

दूसरी ओर राज्य सरकार की ओर से विश्वविद्यालय को यह निर्देश दिया गया है कि, विश्वविद्यालय को लौटने वाले छात्र छात्राओं को किसी भी प्रकार से नहीं सताया जाएगा और उन्हें प्रतिशोध की आड़ में किसी भी तरह से परेशान नहीं किया जाएगा।

जल्द से जल्द कैसे हॉस्टल से निकाल जाने वाले सभी छात्र-छात्रा वापस हॉस्टल को लौटेंगे और अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। उनका स्वागत करने साथ साथ उनके पढ़ाई के बारे में अधिक से अधिक ध्यान देंगे विश्वविद्यालय के अधिकारी।

कीट विश्वविद्यालय की ओर से छात्र-छात्राओं की लौटने की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाएगा। यह निर्देश उच्च शिक्षा विभाग की ओर से कीट विश्वविद्यालय को निर्देश दी गई है। ऐसी स्थिति में अब नेपाल के सभी छात्र छात्रा कब और कैसे हॉस्टल को वापस लौट रहे हैं, उसके ऊपर नजर रखा गया है।

विदेश मंत्री देउबा ने ओडिशा के शिक्षा मंत्री से की बातचीत

विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने बुधवार को ओडिशा के शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज से अनुरोध किया कि वह एक नेपाली छात्रा की मौत की निष्पक्ष जांच की व्यवस्था करें और दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।

विदेश मंत्री के सचिवालय से जारी एक बयान के अनुसार, टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान देउबा ने भारतीय मंत्री से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि उनके राज्य में विश्वविद्यालय में अन्य नेपाली छात्रों के लिए सुरक्षित वातावरण में कक्षाएं फिर से शुरू हों।

ओडिशा के कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) में बीटेक (कंप्यूटर साइंस) तृतीय वर्ष की छात्रा प्रकृति लम्साल (20) ने 16 फरवरी को अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद परिसर में अशांति फैल गई।

नेपाल के विदेश मंत्री को दिया गया भरोसा

बातचीत के दौरान सूर्यवंशी ने बताया कि ओडिशा सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और लम्साल को न्याय दिलाने और दोषी को सजा दिलाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है।

उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि छात्रावास में नेपाली छात्रों की सुरक्षा और पढ़ाई फिर से शुरू करने के लिए व्यवस्था की गई है। ओडिशा के केआईआईटी में लगभग 1,000 नेपाली छात्र पढ़ते हैं। इस बीच, केआईआईटी विश्वविद्यालय से निष्कासित 95 नेपाली छात्र परसा जिले में बीरगंज सीमा के रास्ते घर लौट आए हैं।

परसा के कार्यवाहक मुख्य जिला अधिकारी निशान राज गौतम ने बताया कि कुल 76 छात्र और 19 छात्राएं बीरगंज सीमा प्रवेश मार्ग से नेपाल पहुंची हैं। रविवार को हुई घटना के बाद से दोनों देशों के नेता और अधिकारी लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं।

वीडियो वायरल 

वहीं, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा रहा है कि एक गेट बंद है और बाहर कुछ लड़किया उसे खोलने का प्रयास कर रही हैं। बताया जा रहा है कि यह उसी नेपाली छात्रा के सुसाइड मामले से जुड़ा है। हालांकि,  पुष्टि नहीं करता है।

सीएम ने दो प्रतिनिधि से की बात

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोमवार को किट मुद्दे के संबंध में नेपाल के दो प्रतिनिधि संजीव दासशर्मा और नवीन राज के साथ चर्चा की। उन्होंने मृत छात्र के लिए न्याय और परिसर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने का भी वादा किया। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से शिक्षण संस्थानों में वापस आने की अपील की।

मुख्यमंत्री ने इंटरनेट मीडिया 'एक्स' पर इसकी जानकारी दी। वहीं ओडिशा सरकार के दो मंत्री मुकेश महालिग और सूर्यवंशी सूरज ने राज्य के मुख्य सचिव मनोज आहूजा की उपस्थिति में दो नेपाली अधिकारियों के साथ चर्चा की।

सूर्यवंशी ने कहा, "हमने नेपाल के विदेश मंत्री अर्जुन राणा देउबा को वीडियो कॉल के माध्यम से घटना की निष्पक्ष जांच और नेपाल के छात्रों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है। ओडिशा की मिट्टी वसुधैव कुटुम्बकम के विचार में विश्वास करती है। मृतक छात्रा नेपाल की बेटी ही नहीं, ओडिशा की धरती की बेटी भी है।

भारत-नेपाल के संबंध अच्छे बने रहेंगे: सीएम

राज्य सरकार घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाकर त्वरित न्याय प्रदान करेगी। हमें विश्वास है कि नेपाल और भारत के बीच अच्छे संबंध बने रहेंगे। इस संवेदनशील क्षण में, परिसर में शांति बनाए रखने और विदेशी छात्रों को सुरक्षित रखने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। सूरज ने कहा कि नेपाल के विदेश मंत्री और सरकार ने सरकार द्वारा त्वरित उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त किया है।


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कोलकाता रेप-मर्डर केस, कलकत्ता हाईकोर्ट में CBI की याचिका मंजूर

कलकत्ता हाईकोर्ट ने शुक्रवार को आरजी कर रेप-मर्डर केस से जुड़े मामले में सुनवाई की। कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका खारिज कर दी और CBI की याचिका स्वीकार कर ली।

दोनों ने दोषी संजय रॉय को निचली अदालत से मिली आजीवन कारावास की सजा को चुनौती दी थी। दोनों याचिकाओं में संजय के लिए मृत्युदंड की मांग की गई थी।

जस्टिस देबांगसु बसाक और एमडी सब्बार रशीदी की बेंच ने बंगाल सरकार से कहा कि राज्य सरकार के पास सजा-ए-मौत देने की मांग का अधिकार नहीं है।

कोर्ट ने CBI के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि वह अभियोजन एजेंसी थी, इसलिए उसे सजा की अवधि को चुनौती देने का अधिकार है।

सियालदह कोर्ट ने संजय रॉय को 20 जनवरी को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। 27 जनवरी को हुई सुनवाई कलकत्ता हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।

8-9 अगस्त 2024 की रात ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या हुई

आरजी कर हॉस्पिटल में 8-9 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। 9 अगस्त की सुबह डॉक्टर की लाश सेमिनार हॉल में मिली थी। CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने संजय रॉय नाम के सिविक वॉलंटियर को अरेस्ट किया था। घटना को लेकर कोलकाता समेत देशभर में प्रदर्शन हुए। बंगाल में 2 महीने से भी ज्यादा समय तक स्वास्थ्य सेवाएं ठप रही थीं।

पीड़ित डॉक्टर का परिवार दोषी की फांसी नहीं चाहता

इससे पहले 27 जनवरी को पीड़ित डॉक्टर के पेरेंट्स ने हाईकोर्ट के सामने बयान दिया था। पेरेंट्स ने कहा था कि हम नहीं चाहते कि दोषी को फांसी दी जाए। पीड़ित के माता-पिता ने कहा था- हमारी बेटी की जान गई, इसका यह मतलब नहीं कि संजय की जान भी जाए।

 पीड़ित के माता-पिता और उनके वकीलों से सवाल किया- पहले आपलोग दोषी को फांसी देने के पक्ष में थे। अब ऐसा क्या हुआ कि आप संजय रॉय को फांसी देने के खिलाफ हो गए?

एडवोकेट गार्गी गोस्वामी ने बताया कि अभी पीड़ित परिवार के पास हाईकोर्ट जाने का अधिकार नहीं। CBI और राज्य सरकार को सुनने के बाद कोर्ट ने पूछा कि क्या पीड़ित परिवार फांसी की सजा चाहता है। तब हमने बताया कि फांसी की सजा नहीं चाहते हैं।

मामला रेयरेस्ट ऑफ रेयर कैटेगरी में नहीं

सियालदह कोर्ट ने 18 जनवरी को संजय को दोषी ठहराया था। जस्टिस अनिर्बान दास ने घटना के 164वें दिन 20 जनवरी को सजा पर 160 पेज का फैसला सुनाया था। दास ने फैसले में कहा था कि यह मामला रेयरेस्ट ऑफ रेयर कैटेगरी में नहीं आता इसलिए फांसी नहीं दी गई है। CBI और पीड़ित परिवार ने मौत की सजा मांगी थी।



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