शनिवार को अमेरिका के बी-2 बॉम्बर्स ने मिसौरी से उड़ान भरी और 18 घंटे 40 मिनट का सफर तय करने के बाद ईरान के एअर स्पेस में एंट्री की। अमेरिकी विमानों ने ईरान के नतांज, फोर्डो और इस्फहान परमाणु ठिकानों पर हम गिराए और अमेरिका वापस आ गए।
अमेरिकी सेना ने 22 साल बाद दो देशों की लड़ाई में सीधे एंट्री की है। इससे पहले 2003 में अमेरिका ने इराक युद्ध में हिस्सा लिया था। शनिवार की देर रात अमेरिका ने ईरान में भारी तबाही मचाई। अमेरिका ने पूरी प्लानिंग के साथ इस हमले को अंजाम दिया।
21 जून 2025, सुबह 9:53 बजे - एअरक्राफ्ट स्पॉट्स ने एक्स पर बताया कि अमेरिका के बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स ने व्हाइटमैन एअर फोर्स बेस से उड़ान भरी है।
21 जून 2025, सुबह 11:11 बजे - एअरक्राफ्ट स्पॉट्स ने बताया कि बी-2 बॉम्बर्स एअरक्राफ्ट गुआम एअर बेस की तरफ बढ़ रहे हैं।
21 जून 2025, शाम 5:22 बजे - फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के 6 बी-2 बॉम्बर्स को गुआम की तरफ जाते हुए देखा गया था।
21 जून 2025, रात 10:05 बजे - वॉल स्ट्रीट जनरल के हवाले से पेंटागन ने कहा कि कहीं कोई स्ट्राइक के ऑर्डर नहीं दिए गए हैं। हालांकि, बी-2 बॉम्बर्स हमले के लिए तैयार थे।
22 जून 2025, सुबह 4:30 बजे - ईरानी मीडिया के अनुसार, अमेरिका के बी-2 बॉम्बर्स ने ईरान के फोर्डो परमाणु ठिकाने पर बम बरसाए।
22 जून 2025, सुबह 5:20 बजे - अमेरिका के राष्ट्रपति फोर्डो समेत दो अन्य परमाणु ठिकानों इस्फहान और नतांज में अमेरिकी हमले की जानकारी दी।
22 जून 2025, सुबह 5:34 बजे - डोनाल्ड ट्रंप ने दावा करते कहा कि फोर्डो को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है।
22 जून 2025, सुबह 7:25 बजे - अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए ईरान को चेतावनी दी कि अगर ईरान सीजफायर के लिए नहीं माना तो आगे और भी बड़े हमले हो सकते हैं।
अमेरिका ने की पुष्टि
अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने ईरान पर अमेरिकी हमले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, "ईरान के परमाणु कार्यक्रम को तबाह कर दिया गया है।" वहीं, ऑपरेशन को लीड कर रहे अमेरिकी सैन्य अधिकारी जनरल डैन केन के अनुसार,
यह हमला बिल्कुट सटीक था। हमले के पहले किसी को कोई चेतावनी नहीं गई थी। तीनों परमाणु ठिकानों पर भयंकर तबाही मचाई गई है। अमेरिका ईरान के अन्य परमाणु ठिकानों का पता लगा रहा है।
कैसे किया गया हमला?
हमले की जानकारी देते हुए डैन ने कहा, "अमेरिका के 7 बी-2 बॉम्बर्स ने 18 घंटे की नॉन स्टॉप उड़ान के बाद ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। रविवार की सुबह 5 बजे ईरान के करीब मौजूद अमेरिकी पनडुब्बी ने इस्फहान पर टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागीं और फिर हमारे विमान वहां से वापस लौट आए।"
हमले में क्या-क्या हुआ इस्तेमाल?
ईरान पर इस हमले में अमेरिका के 7 बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स, 125 सैनिकों, 57 बंकर बस्टर बम , 30 टॉमहॉक मिसाइलों समेत अरब सागर और फारस की खाड़ी में तैनात पनडुब्बियों का इस्तेमाल किया गया था।