हापुड़ जनपद में गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र स्थित गंगा में तेजी से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। इसके कारण गंगा खादर क्षेत्र में बसे करीब एक दर्जन गांवों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। बैराज से 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद रविवार को गंगा में तेजी से ऊफान दिखाई दिया।
वहीं, रविवार की देर शाम बैराज से छोड़े जाने वाले पानी के बाद अगले 14 घंटों में गंगा के जलस्तर में और बढ़ोतरी होने की संभावना है।
पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार वर्षा समेत हरिद्वार और बिजनौर बैराज से 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंगा उफान की तरफ बढ़ने लगी है। बीते 48 घंटों में गंगा के जलस्तर में 30 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसके बाद गढ़ क्षेत्र में गंगा ने येलो अलर्ट के निशान की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है।
बताया गया कि अब गंगा येलो अलर्ट से 45 सेंटीमीटर दूर पर बह रही है, जिसके कारण अगले कुछ दिनों में निचले जंगल और संपर्क रास्तों समेत कई गांवों के बाहरी छोर तक पानी पहुंचने की संभावना बढ़ गई है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर खादर क्षेत्र में गंगा की तलहटी में बसे गांवों में रहने वाले हजारों परिवारों की नींद उड़नी शुरू हो गई है।
बिजनौर बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के चलते सोमवार की सुबह को गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की पूर्ण संभावना है।
ग्रामीणों को होगी दिक्कत
बिजनौर बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के चलते सोमवार की सुबह को गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की पूर्ण संभावना है।
ग्रामीणों को होगी दिक्कत
हजारों एकड़ निचले जंगल और उससे जुड़े संपर्क मार्गों सहित कई गांवों के बाहरी छोर तक गंगा के उफान का पानी पहुंचने से ग्रामीण चौतरफा दिक्कत झेलने को मजबूर हो सकते है। गंगा किनारे बसे ग्रामीणों ने बताया कि अगर इसी तरह जलस्तर और गंगा में उफान बढ़ता रहा है तो फिर दो चार दिन में अघोषित बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगी।
जलस्तर की यह है स्थिति
खतरे का निशान -199.00 सेंमी
बाढ़ का निशान -199.33 सेंमी
येलो अलर्ट निशान -198.75 सेंमी
शुक्रवार को जलस्तर -198.00 सेंमी
रविवार को जलस्तर -198.30 सेंमी
क्या बोले अधिकारी?
बढ़ते गंगा के जलस्तर को लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया है। बाढ़ चौकियों को अलर्ट मोड पर रखते हुए वहां कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों को भी तैयार रहने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं।