दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए गुरुवार (18 सितंबर 2025) को मतदान हो रहा है। 52 कॉलेजों के छात्र-छात्राएं सेंट्रल पैनल और कॉलेज काउंसलर के लिए वोट डाल रहे हैं। चार पदों पर कुल 21 उम्मीदवार मैदान में हैं।
वोटिंग के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। हर जगह पुलिस तैनात है और छात्रों को आईडी कार्ड दिखाने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। हाईकोर्ट के आदेशों के चलते इस बार चुनाव में सख्ती भी ज्यादा है। हालांकि कई जगह छात्रों में उत्साह कम नज़र आया। श्याम लाल कॉलेज में बूथ खाली पड़े रहे, वहीं गेट पर मोबाइल ले जाने की मनाही से छात्र-छात्राएं परेशान भी दिखे।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में हालात नेपाल के मौजूदा हालात से भी प्रभावित दिखाई दिए। कई छात्र भ्रष्टाचार खत्म करने की मांग को लेकर वोट डाल रहे हैं। नॉर्थ कैंपस की आर्ट फैकल्टी में केवल लॉ सेंटर के छात्रों को वोटिंग की अनुमति दी गई है। वहीं मिरांडा हाउस और रामलाल आनंद कॉलेज में छात्र-छात्राएं कतारों में खड़े होकर मतदान कर रहे हैं।
सुबह 8:30 बजे से शुरू हुई वोटिंग शाम 7:30 बजे तक चलेगी। सेंट्रल पैनल के लिए ईवीएम और कॉलेज काउंसलर पद के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल हो रहा है। इस बार 2.75 लाख छात्रों के वोट डालने की संभावना है, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इसके लिए 52 कॉलेजों में ईवीएम के 195 और बैलेट पेपर के 780 बूथ बनाए गए हैं। हर 1000 छात्रों पर एक ईवीएम लगाई गई है। मतगणना 19 सितंबर को होगी।