रूस का कामचटका क्षेत्र 7.8 तीव्रता के भूकंप से कांपा

रूस के कामचटका में जोरदार भूकंप

रूस के कामचटका के पूर्वी तट पर शुक्रवार सुबह 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद 5 आफ्टरशॉक दर्ज किए गए, जिनकी तीव्रता 5.8 मापी गई। इसके चलते सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई। तटीय इलाकों में 30 से 62 सेंटीमीटर ऊंची लहरें देखी गईं।

कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने बताया कि सभी आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं। अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। इस इलाके में आज आए झटकों समेत 7.0 या उससे अधिक तीव्रता वाले 4 बड़े भूकंप दर्ज हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में घरों में फर्नीचर और लाइटें हिलती हुई दिखाई दीं, जबकि सड़कों पर खड़ी गाड़ियां भी डगमगाती नजर आईं।

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 128 किलोमीटर दूर और 10 किलोमीटर की गहराई में आया था। रूस की स्टेट जियोफिजिकल सर्विस ने बाद में बताया कि इसकी तीव्रता घटकर 7.4 हो गई।

कुरिल द्वीप और अलास्का में भी सुनामी अलर्ट

गवर्नर ने टेलीग्राम पर कहा कि “19 सितंबर की सुबह एक बार फिर कामचटका के लोगों के धैर्य की परीक्षा ले रही है। फिलहाल नुकसान की कोई खबर नहीं है। सभी से शांति बनाए रखने की अपील की जाती है।” कामचटका के पूर्वी तट और कुरिल द्वीप समूह में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस और पैसिफिक सुनामी चेतावनी केंद्र ने भी अलास्का के कुछ हिस्सों में अलर्ट जारी किया था, जिसे बाद में हटा लिया गया।

भूकंपों का केंद्र बना कामचटका

कामचटका क्षेत्र प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर’ का हिस्सा है और यह अत्यधिक भूकंपीय इलाका माना जाता है। इस साल यहां 1,200 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं। इनमें ज्यादातर छोटे (मैग्नीट्यूड 2.0 से 4.0) थे, लेकिन 150 से ज्यादा झटके 4.0 से ऊपर के रहे। इस साल यहां 4 बार 7.0 या उससे अधिक तीव्रता के भूकंप आ चुके हैं।

सबसे बड़ा झटका 30 जुलाई 2025 को आया था, जिसकी तीव्रता 8.8 मापी गई। यह पिछले 10 वर्षों का सबसे बड़ा भूकंप था। इसके अलावा, 3 अगस्त को 7.0 तीव्रता का और 13 सितंबर को 7.4 तीव्रता का भूकंप भी दर्ज किया गया था।

दुनियाभर में भूकंप की स्थिति

USGS के अनुसार, मार्च से सितंबर 2025 के बीच दुनियाभर में लगभग 1,10,000 भूकंप दर्ज किए गए। इनमें कई ने भारी तबाही मचाई।

अफगानिस्तान: 31 अगस्त 2025 को आए 6.0 तीव्रता के भूकंप में 3,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई और हजारों घर ढह गए।

म्यांमार: 28 मार्च 2025 को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप में 2,000 से ज्यादा लोगों की जान गई। यह वहां 200 साल का सबसे बड़ा भूकंप था।

अंटार्कटिका: 30 अगस्त 2025 को दक्षिण अटलांटिक महासागर में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया, हालांकि यहां जनसंख्या कम होने के कारण नुकसान नहीं हुआ।